Deoria Massacre: देवरिया नरसंहार के बाद से तनाव को देखते हुए फतेहपुर गांव में भारी फोर्स तैनात है। एएसपी की अगुवाई में पुलिस दिन-रात मुस्तैद रह रही है। इस वारदात में गंभीर रूप से घायल सत्यप्रकाश दूबे का आठ साल का एक बेटा गोरखपुर मेडिकल कॉलेज में भर्ती है जबकि एक अन्य बेटा देवेश भारी सुरक्षा के बीच गांव पहुंचा। उसने हत्यारोपियों के लिए फांसी की सजा की मांग की है।
देवेश के गांव जाने की इच्छा व्यक्त करने के बाद भारी सुरक्षा के बीच पुलिस दोपहर 12 बजे उसे गांव फतेहपुर लेकर पहुची। अपने घर की हालत देख देवेश काफी देर तक बिलख बिलख कर रोता रहा। उसने घूमकर अपने टूटे हुए घर का हाल देखा। इस बीच उसने घर मे पड़े एक बक्से को साथ ले जाने की बात कही। इसके बाद बक्से को निकाल कर पुलिस ने गाड़ी में रखवा दिया। घर से निकलते समय देवेश ने कहा कि प्रेमचंद यादव की पूरी सम्पत्तियों की जांच होनी चाहिए। उसने विश्वास जताया कि सीएम योगी आदित्यनाथ उसे जरूर न्याय दिलाएंगे। देवेश ने रोते हए कहा कि जब तक दोषियों को फांसी नहीं होती है तब तक उसे शांति नहीं मिलेगी। करीब 40 मिनट तक वहां रहने के बाद देवेश देवरिया के लिए रवाना हो गया।
गांव में नेताओं का आना जारी
छह हत्याओं के बाद गांव में नेताओं और सामाजिक कार्यकर्ताओं का आना जारी है। रविवार को सुभासपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष और प्रदेश सरकार के पूर्व कैबिनेट मंत्री ओमप्रकाश राजभर ने दोनों पीड़ित परिवारों से मुलाकात की। वहीं पूर्व मंत्री जयप्रकाश यादव ने भी गांव में पहुंचकर पीड़ित परिवारों का हाल जाना। गांव में कुछ सामाजिक कार्यकर्ता नरसंहार में मारे गए सत्यप्रकाश दूबे के घर के पास इस मांग के साथ धरने पर बैठे हैं कि सरकार आरोपियों के खिलाफ बुलडोजर एक्शन 15 दिन तक स्थगित कर दे।
उधर, समाजवादी पार्टी के जिलाध्यक्ष ने सवाल उठाया है कि आखिर घटना वाले दिन पूर्व जिला पंचायत सदस्य प्रेम चंद यादव को फोन किसने किया था। इसी फोन के बाद प्रेमचंद मोटरसाइकिल पर सवार हो खेत के लिए निकल गए थे। बाद में सत्यप्रकाश दूबे के घर उनकी हत्या हो गई जिसके बाद आरोपियों ने सत्यप्रकाश दूबे उनकी पत्नी, दो बेटियों और एक बेटे की निर्ममता से हत्या कर दी।
सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) के अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर रविवार को फतेहपुर गांव पहुंचे। उन्होंने घटना में मारे गए सत्यप्रकाश दूबे के परिवारीजनों से मिलकर ढाढस बंधाया। यहां से उन्होंने मृतक प्रेमचंद यादव के घर जाकर परिवारीजनों से मुलाकात की। उन्होंने घटना के दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की। नरसंहार की घटना को दुखद बताते हुए उन्होंने शोक जताया। दोपहर तकरीबन 12 बजे सुभासपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर फतेहपुर पहुंचे। सबसे पहले वह अपने काफिले के साथ लेड़हा टोले पर गए। मृतक सत्यप्रकाश दूबे के घर का जायजा लेने के साथ ही नरसंहार की घटना को दुखद बताया। इसके बाद अभयपुर टोले पर गए जहां मृतक प्रेमचंद यादव के परिवारीजनों से मुलाकात की। प्रेमचंद के परिजनों को उन्होंने ढाढ़स बंधाया।
10 को फतेहपुर जाएगा सपा का प्रतिनिधिमंडल
देवरिया। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव के निर्देश पर 10 को रुद्रपुर के फतेहपुर में समाजवादी प्रतिनिधिमंडल जाएगा। इसमें पूर्व मंत्री ब्रह्मा शंकर त्रिपाठी, पूर्व सांसद कनकलता सिंह, पूर्व विधायक विनय शंकर तिवारी, पूर्व मंत्री राधेश्याम सिंह, पूर्व विधायक गजाला लारी, पूर्व मंत्री रामभुआल निषाद, पूर्व विधायक आशुतोष उपाध्याय, पूर्व विधायक मनबोध प्रसाद, पूर्व प्रत्याशी मुरली जायसवाल, अजय प्रताप सिंह, डबलू मणि त्रिपाठी व सपा जिलाध्यक्ष व्यास यादव शामिल हैं।
सामाजिक कार्यकर्ताओं ने बुलडोजर चलाने के खिलाफ दिया धरना
फतेहपुर की घटना को लेकर सामाजिक कार्यकर्ताओं ने सत्यप्रकाश दूबे के घर के पास धरना दिया। सरकार 15 दिनों तक बुलडोजर की कार्रवाई स्थगित करें। सामाजिक कार्यकर्ता डॉ. सम्पूर्णानंद मल्ल, विजय सिंह कौशिक, विजय शंकर दूबे लेड़हा टोले पर पहुंचे। सत्यप्रकाश दूबे के घर के समीप सागौन के बगीचे के किनारे महात्मा गांधी, डॉ.भीमराव ऑम्बेडकर, सरदार भगत सिंह और पूर्व राष्ट्रपति डॉ.एपीजे अब्दुल कलाम का चित्र रखकर धरने पर बैठ गए।
पीड़ित परिवार से मिले पूर्व मंत्री जयप्रकाश यादव
वहीं सपा सरकार में मंत्री रहे जयप्रकाश यादव ने रविवार को रुद्रपुर कोतवाली क्षेत्र स्थित फतेहपुर गांव में पहुंचकर पीड़ित परिवारों का हाल जाना। उन्होंने कहा कि उनकी संवेदनाएं दोनों पीड़ित परिवारों के साथ है। पूर्व मंत्री सबसे पहले अभयपुर टोले पर गए। यहां उन्होंने मृतक प्रेमचंद यादव के परिवारीजनों से मुलाकात की और उन्हें सांत्वना दिया। इसके बाद पूर्व मंत्री लेड़हा टोले पर पहुंचे। उन्होंने मृतक सत्यप्रकाश दूबे के परिवारीजनों से मिलकर बातचीत की। उन्होंने कहा कि दोनों घटनाएं बहुत ही दुखद हैं। इस प्रकार की घटनाएं नहीं होनी चाहिए। उन्होंने कहा वे दोनों परिवारों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करते हैं। साथ ही प्रदेश सरकार से मांग करते हैं कि इसकी जांच निष्पक्ष कराई जाए। दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई हो लेकिन निर्दोष परेशान न किए जाएं।
यदुवंशी महासभा ने राजनीति नहीं करने की दी नसीहत
अखिल भारतीय यदुवंशी महासभा के लोगों ने रविवार को फतेहपुर गांव पहुंचकर नरसंहार की घटना का जायजा लिया। साथ ही दूसरे पीड़ित परिवार से मिलकर उन्हें सांत्वना दिया। इस दौरान महासभा ने इस घटना पर राजनीति न करने की नसीहत दी। अखिल भारतीय यदुवंशी महासभा के प्रदेश अध्यक्ष प्रवीण यादव ने कहा कि एक साथ छह लोगों की हत्याएं बहुत ही दुखद है।
एएसपी के नेतृत्व में फतेहपुर में पुलिस मुस्तैद
फतेहपुर में नरसंहार के बाद अपर पुलिस अधीक्षक के नेतृत्व में पुलिस मुस्तैद रह रही है। पुलिस के जवान गांव में आने-जाने वालों पर नजर रखे रहे हैं और उनसे पूछताछ कर रहे हैं। रविवार को फतेहपुर के लेड़हा टोले पर अपर पुलिस अधीक्षक राजेश कुमार सोनकर के नेतृत्व में पुलिस और पीएसी के जवान मुस्तैद हैं। गांव में आने-जाने वालों पर लगातार नजर रख रहे हैं और उनसे पूछताछ भी कर रहे हैं। रविवार को भी भारी पुलिस लेड़हा टोले पर मौजूद रही। एक इंस्पेक्टर और दो सब इंस्पेक्टर मृतक सत्यप्रकाश दूबे के दरवाजे पर पुलिसकर्मियों के साथ मौजूद थे। सत्यप्रकाश दूबे के घर जाने वाले रास्ते के मोड पर पुलिस के जवान बैरियर लगाकर खड़े थे। उनके घर के पूरब और पश्चिम एक इंस्पेक्टर पुलिस कर्मियों के साथ डटे थे। फतेहपुर की ओर से गांव में प्रवेश करते ही एक गैर जनपद के सीओ भारी पुलिस बल के साथ ही रोककर पूछताछ कर रह रहे हैं। आलम रहा कि लेड़हा टोला पुलिस छावनी के रूप में तब्दील हो गया है। गांव के लोग तो डरे हुए हैं ही उनके रिश्तेदार भी परेशान हैं।
गांव में एलआईयू है अलर्ट गतिविधियों पर रखी नजर
फतेहपुर गांव के लेड़हा टोले और अभयपुर टोले पर एलआईयू भी अलर्ट है। दोनों टोलों की सभी गतिविधियों पर नजर रखी जा रही है। सादे लिबास में एलआईयू के लोग आम लोगों के बीच मौजूद रह रहे हैं। आने-जाने वाले जन प्रतिनिधियों और राजनीतिक दलों के नेताओं के बीच रहकर उनकी गतिविधियों पर नजर रख रहे हैं।
प्रेमचंद के पास किसका आया था फोन, हो जांच
सपा के जिला अध्यक्ष व्यास यादव ने रविवार को जारी बयान में कहा है कि 2 अक्टूबर की सुबह प्रेमचंद यादव के पास किसका फोन आया यह जांच का विषय है। फोन आते ही वह घर से मोटरसाइकिल से अपने खेत के लिए निकल लिए। उन्होंने कहा कि कुछ देर बाद प्रेमचंद यादव की मारपीट कर हत्या की सूचना मिली। जैसे ही यह खबर फैली पूरे गांव के लोग घटना स्थल की तरफ दौड़ पड़े और वहां देखने पर प्रेम के सिर पर चोट व गरदन पर धारदार हथियार से काटा गया है।