सत्यम कटियार/फर्रुखाबाद: बूंदी का नाम सुनते ही सभी के मुंह में पानी आ जाता है. आपने भी लड्डू तो बहुत खाए होंगे, लेकिन फर्रुखाबाद की बूंदी और लड्डू का स्वाद ही अलग है. आज से 50 वर्ष पहले यह दुकान ठेला पर शुरू किया गया था.इस मिठाई के कार्य से बघार पर बूंदी ने खास पहचान बना ली है. मोहम्मदाबाद के साथ ही मैनपुरी, जहानगंज और फर्रुखाबाद के लोग इस बूंदी को इतना पसंद करते हैं कि खाने के लिए सुबह से ही दुकान पर भीड़ लगनी शुरू हो जाती है. अगर आप फर्रुखाबाद में हैं और बढ़िया बूंदी और लड्डू खाने का मन कर रहा है, तो आपको इस बघार की दुकान पर जरूर आना चाहिए.
दुकानदार सदावीर ने बताया की उनकी दुकान 50 वर्ष पुरानी हो चुकी है. वहीं सबसे अधिक बूंदी की बिक्री होती है. मुख्य हाइवे होने के कारण यहां पर मैनपुरी, मोहम्मदाबाद, जहानगंज और कायमगंज की ओर आने और जाने वाले लोग भी इनकी बूंदी को बड़े ही चाव से खाते हैं. उनकी दुकान पर बेसन से बनी हुई बूंदी मशहूर है.दुकान पर अच्छी खासी बिक्री होती रहती है. दुकानदार के अनुसार आमतौर पर प्रतिदिन यहां पर 3 से 4 हजार रुपए की बचत हो जाती है. वही महीने में 50 हजार से अधिक का मुनाफा हो जाता है.
कैसे बनाते हैं यह बूंदी
सदावीर ने बताया कि अच्छी क्वालिटी की चने की दाल को सफाई के साथ पीसा जाता है. इसके बाद बनने वाले बेसन को अच्छे से तैयार करके शुद्ध तेल में डालकर बूंदी बनाई जाती है. तत्पश्चात उसमें चीनी से बनी हुई चासनी और सुगंधित इलायची के साथ ही गुलाब जल डाला जाता है और अच्छे से भीग जाने के बाद चासनी से भरी हुई बूंदी को बाहर निकाल लिया जाता है. कुछ देर हवा में रखने के बाद ठंडी होने पर उसको हाथों की सहायता से गोल आकार दिया जाता है. जिसके बांद तैयार होता है स्वादिष्ट और स्पेशल लड्डू.
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FIRST PUBLISHED : November 2, 2023, 11:34 IST