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Fatigue After Eat: क्या आप खाना खाने के बाद थक जाते हैं या नींद आने लगती है. अगर हां, तो आपकी यह खबर जरूर पढ़नी चाहिए. जानिए इसके कारण, फूड कोमा का विज्ञान.

खाने के बाद थकान क्यों.
Fatigue After Eat: अगर आप अच्छा खाना खाने के बाद नींद लेने का मन करता है, तो आप अकेले नहीं हैं. इसे भारत दिन में खाने के बाद अलसाना कहते हैं. लोगों को झपकी आने लगती है. एक्सपर्ट कहते हैं कि खाना खाने के बाद थकावट महसूस करना सामान्य बात है और ज्यादातर लोगों के लिए यह कोई चिंता की बात नहीं है. पर अगर ऐसा अक्सर होता है तो यह चिंता की बात हो सकती है. इसके कई कारण हो सकते हैं. कुछ बीमारियों की स्थिति में भी ऐसा हो सकता है. बीबीसी गुड हेल्थ की रिपोर्ट में यह पता लगाने की कोशिश की गई है कि ऐसा क्यों होता है. इसे रोकने के लिए आप क्या कर सकते हैं? हम भोजन के बाद क्यों होता है और और दिनभर ऊर्जा बनाए रखने के आसान उपाय जानते हैं.
खाने के बाद नींद के कारण
लगभग 20 प्रतिशत लोग ऐसा अनुभव करते हैं जिसे आमतौर पर ‘फूड कोमा’ कहा जाता है. इसका मेडिकल नाम है पोस्ट-प्रैंडियल सॉमनोलेंस या पोस्ट-प्रैंडियल फटीग है. इसके लक्षणों में नींद आना, ऊर्जा की कमी, ध्यान केंद्रित करने में दिक्कत और मन न लगना शामिल है. इसका सटीक कारण पूरी तरह से अब तक नहीं समझा गया है लेकिन इसके कई कारण माने जाते हैं. एक कारण यह माना जाता है कि यह पाचन की प्रक्रिया का स्वाभाविक हिस्सा है. खाना खाने के बाद शरीर खून का प्रवाह पाचन तंत्र की ओर मोड़ देता है जिससे दिमाग में खून का प्रवाह थोड़े समय के लिए कम हो जाता है और इससे थकान और सुस्ती महसूस होती है. एक और वजह यह हो सकती है कि हम खाना खाने के बाद नींद महसूस करने के लिए बने हैं. पुराने समय में जब हमारे पूर्वज शिकार करके खाना खाते थे, तो उसके बाद आराम करते थे. यह आदत अब भी बनी हो सकती है.
कुछ हार्मोन जिम्मेदार
ऐसा लगता है कि कुछ पोषक तत्व ऐसे हैं जिनसे नींद ज़्यादा आती है. जब हम ऐसा खाना खाते हैं जिसमें चीनी या प्रोसेस्ड कार्बोहाइड्रेट ज़्यादा होता है – जैसे सफेद ब्रेड, चावल, पास्ता, बिस्किट और केक – तो इससे खून में शुगर का स्तर तेज़ी से बढ़ता है. इसे पचाने के लिए इंसुलिन रिलीज़ होता है. इंसुलिन शुगर को खून से निकालकर कोशिकाओं तक ले जाता है ताकि ऊर्जा मिले. इंसुलिन का यह तेज़ बदलाव थकान ला सकता है.अधिक कार्बोहाइड्रेट वाला खाना ट्रिप्टोफैन नामक अमीनो एसिड को खून में छोड़ता है. इससे दिमाग में सेरोटोनिन नामक हार्मोन रिलीज़ होता है. यह नींद लाने में मदद करता है. कुछ प्रोटीन युक्त खाने जैसे टर्की, चिकन, अंडा, पनीर, मछली, मेवे और बीजों में ट्रिप्टोफैन स्वाभाविक रूप से पाया जाता है. अगर कार्बोहाइड्रेट साथ में न हो तो ट्रिप्टोफैन अच्छे से नहीं सोखा जाता लेकिन जब कार्बोहाइड्रेट के साथ खाया जाए तो इसका अवशोषण ज़्यादा होता है जिससे नींद आने लगती है. खाने की मात्रा भी इस बात पर असर डालती है कि आप कैसा महसूस करते हैं. ज़्यादा खाना खाने से शरीर को पचाने में ज़्यादा मेहनत करनी पड़ती है जिससे थकान हो सकती है. फलों की मक्खियों पर किए गए एक अध्ययन में पाया गया कि ज्यादा खाना खाने के बाद वे अधिक सोती थीं, बनिस्बत कम खाना खाने के.
इससे बचने के लिए क्या करें
ब्रिटिश डायटेटिक एसोसिएशन की प्रवक्ता पंजीकृत डायटिशियन मिस्बाह अमीन कहती हैं कि ज़्यादा वसा वाला खाना खाने से नींद ज़्यादा आती है.खाना खाने का समय भी असर डालता है. शरीर की प्राकृतिक घड़ी जो नींद के चक्र को नियंत्रित करती है, दोपहर में स्वाभाविक रूप से धीमी हो जाती है. अगर यही समय होता है जब दिमाग से खून पाचन तंत्र की ओर जा रहा हो, तो आपको नींद बहुत ज़्यादा महसूस हो सकती है. मिस्बाह यह भी कहती हैं कि अगर आपने रात को अच्छी नींद नहीं ली हो तो दोपहर के खाने के बाद नींद ज़्यादा आ सकती है. ऐसा इसलिए क्योंकि आपकी भूख नियंत्रित करने वाले हार्मोन नींद की कमी से प्रभावित होते हैं. हालांकि भोजन के बाद बार-बार थकान होती है तो मिस्बाह खाने की डायरी रखने की सलाह देती हैं जिससे आपको यह समझने में मदद मिले कि कौन से खाने और आदतें इसका कारण बन रहे हैं. मिस्वाह कहती है कि पहले पहचान कर लें कि आपको क्या खाने से नींद और थकान आती है.इसके साथ ही बहुत ज्यादा हैवी भोजन न करें.
इन परेशानियों में भी नींद
रिपोर्ट के मुताबिक यदि किसी को डायबिटीज या प्री-डायबिटीज है तो इससे भी खाने के बाद नींद की समस्याएं आ सकती है. डायबिटीज होने पर खाने के बाद खून में शुगर का स्तर अस्थिर हो सकता है जिससे थकावट हो सकती है. इसी तरह यदि किसी को एलर्जी या किसी खाने को लेकर इनटॉलरेंस है यानी वह खाना शरीर बर्दाश्त नहीं कर पाता है तो भी खाने के बाद थकान और नींद की समस्या आ सकती है. कुछ लोगों में आयरन या विटामिन बी 12 की कमी के कारण भी खाने के बाद लगातार थकान हो सकती है. वहीं कभी-कभी हार्मोन से जुड़ी समस्याएं जैसे थायरॉयड का कम सक्रिय होना ऊर्जा और मेटाबॉलिज्म को प्रभावित कर सकता है. इस कारण खाने के बाद थकान हो सकती है.
Excelled with colors in media industry, enriched more than 16 years of professional experience. Lakshmi Narayan contributed to all genres viz print, television and digital media. he professed his contribution i…और पढ़ें
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