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2 yogasana will keep body cool in summer: गर्मी में ठंडक के लिए बालासन और अर्ध मत्स्येंद्रासन योग फायदेमंद हैं. बालासन मन शांत करता है और पाचन में मदद करता है. अर्ध मत्स्येंद्रासन वरिष्ठ नागरिकों और मधुमेह रोगि…और पढ़ें
बालासन गर्मियों में शरीर को स्वस्थ और ठंडा रखता है.
हाइलाइट्स
- बालासन मन शांत करता है और पाचन में मदद करता है.
- अर्ध मत्स्येंद्रासन वरिष्ठ नागरिकों के लिए लाभकारी है.
- मधुमेह रोगियों के लिए अर्ध मत्स्येंद्रासन फायदेमंद है.
2 yogasan will keep body cool in summer: जेठ महीने की शुरुआत होने ही वाली है. यह महीना मई-जून का होता है और इस दौरान भीषण गर्मी और सूरज की प्रचंड तपिश के कारण जाना जाता है. खासकर, मई और जून में दिन का समय भयंकर तरीके से तपता है. घर से कोई निकल जाए तो गर्म हवाओं से स्किन ड्राई हो जाती है और सूजर की तपिश से झुलस भी जाती है. इसी महीने में हीट स्ट्रोक, डिहाइड्रेशन जैसी समस्याएं लोगों को सबसे अधिक प्रभावित करती हैं. ऐसे में आपको शरीर को कूल और हेल्दी रखना है तो आप कुछ ऐसे योग का अभ्यास करें जो शरीर को ठंडक प्रदान करते हैं.
शरीर को ठंडा रखने वाले योगासन
जेठ के महीने में शरीर के कूलिंग सिस्टम पर ध्यान देना बहुत जरूरी है वरना आप बीमार पड़ सकते हैं. बदलते मौसम के चक्र में कुछ योगासन आपकी समस्या का हल हो सकते हैं. प्राचीन योग आधारित ग्रंथों में यूं तो कई प्राणायाम और आसनों का जिक्र है, लेकिन यहां आपको कुछ ऐसे आसन के बारे में बताने वाले हैं, जो आपको भीषण गर्मी में ठंडक का अहसास कराएंगे. बात करते हैं दो ऐसे आसनों की जिन्हें किया तो शरीर की शीतलता बरकरार रहेगी. इन्हें कोई भी उम्र का व्यक्ति कर सकता है.
बालासन करें, शरीर रहेगा ठंडा
बालासन का उल्लेख पतंजलि योग सूत्र के अष्टांग योग से संबंधित माना जाता है, जो ईश्वर प्रणिधान (ईश्वर में समर्पण) के सिद्धांत का अभ्यास करता है. बालासन करने के लिए आप पहले घुटनों के बल बैठे जाएं. एड़ियों को अलग रखें. पंजों को आपस में छूते हुए एड़ियों पर बैठ जाएं. सांस छोड़ते हुए आगे की ओर झुकें और अपने माथे को मुलायम कुशन पर टिका दें. हाथों को आगे की ओर फैला सकते हैं.
बालासन मन-मस्तिष्क को शांत रखता है. जब आगे की ओर झुकते हैं और सिर नीचे करते हैं, तो इससे नर्वस सिस्टम को रिलैक्स होने का संकेत मिलता है. ब्लड प्रेशर कम होता है. मन शांत होता है. पाचन में सहायता करता है. अक्सर गर्मियों में हम पेट की तकलीफ से जूझते हैं. बालासन इस समस्या को भी दूर करता है.
अर्ध मत्स्येंद्रासन
ये हठ योग की प्राचीन परंपरा का अंग है. आयुष मंत्रालय ने इंस्टाग्राम पोस्ट में इस आसन की सटीक जानकारी दी है, जिसके मुताबिक, अर्ध मत्स्येन्द्रासन वरिष्ठ नागरिकों के लिए विशेष रूप से फायदेमंद हो सकता है. इससे उनकी एड्रिनल ग्रंथि की स्थिति में सुधार होता है. यह आसन कब्ज, दमा और पाचन संबंधी समस्याओं को दूर करने में मदद करता है. इन सभी समस्याओं से लोग गर्मियों में ज्यादातर परेशान रहते हैं. डायबिटीज रोगियों के लिए भी यह एक अच्छा विकल्प है. हालांकि, इस आसन को करने से पहले योग विशेषज्ञ से परामर्श करना जरूरी है.
अर्ध मत्स्येंद्रासन करने का तरीका
इसे करने के लिए योग मैट पर पैर क्रॉस करके बैठें. धड़ को बाईं ओर घुमाएं और दाएं हाथ से बाएं घुटने को छुएं. शरीर को मैट से ऊपर नहीं उठाना है. योग का अहम सूत्र है कि इसे दोपहर में न करें. आसन सूर्योदय या सूर्यास्त के समय करें. दोपहर में गर्मी अपने चरम पर होती है, तो इस समय भी ये आसन न करें. पहली बार करने वाले हैं तो किसी योग प्रशिक्षक से सलाह जरूर लें.