Friday, March 14, 2025
Google search engine
HomeNationalमणिपुर : महिलाओं से दरिंदगी मामला, आरोपियों को 11 दिनों की पुलिस...

मणिपुर : महिलाओं से दरिंदगी मामला, आरोपियों को 11 दिनों की पुलिस हिरासत


Image Source : फाइल
चारों आरोपियों को 11 दिनों की पुलिस हिरासत में भेजा गया

इंफाल :  मणिपुर में दो महिलाओं से दरिंदगी के मामले में अदालत ने चारों आरोपियों को 11 दिनों की पुलिस रिमांड में भेज दिया है। इस घटना का वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस ने चार आरोपियों को गिरफ्तार कर आज अदालत में पेश किया था। जहां से चारों को पुलिस हिरासत में भेज दिया गया है। मणिपुर में तकरीबन एक हजार लोगों की हथियारबंद भीड़ ने कांगपोकपी जिले के एक गांव पर हमला किया और मकानों को लूटा, उनमें आग लगायी, हत्या की तथा दो महिलाओं को नग्न कर घुमाया और उनके साथ गैंगरेप किया।

‘मीरा पैबिस’ ने रास्तों को अवरुद्ध किया

उधर,  मणिपुर में महिलाओं की रक्षा करने का दावा करने वाले महिला समूह ‘मीरा पैबिस’ ने एक बार फिर सड़कों पर आवाजाही को रोक दिया है। मीरा पैबीस की सदस्य किसी को भी पीड़ितों के गांव में प्रवेश की इजाजत नहीं दे रही हैं। पुलिस स्टेशन नोंगपोक सेकमाई के रास्ते को भी मीरा पैबीस के सदस्यों ने रोक दिया है।

करीब एक हजार लोगों के समूह ने गांव पर बोला था धावा

 महिलाओं से हुई दरिंदगी के संबंध में सैकुल थाने में दर्ज एफआईआर के मुताबिक एके राइफल्स, एसएलआर, इनसास और .303 राइफल्स जैसे आधुनिक हथियार लेकर करीब 900-1000 लोग सैकुल थाने से करीब 68 किलोमीटर दक्षिण में कांगपोकपी जिले में स्थित गांव में जबरन घुस आए। हिंसक भीड़ ने घरों में तोड़फोड़ की और चल संपत्तियां लूटने के बाद उन्हें आग के हवाले कर दिया।

दोपहर बाद 3 बीजेपी भीड़ ने गांव पर किया हमला

एफाईआर में कहा गया है कि भीड़ अपराह्न करीब तीन बजे गांव में घुसी और नकदी, फर्नीचर, इलेक्ट्रॉनिक सामान, अनाज और मवेशियों को लूटकर ले गयी। भीड़ पांच लोगों को भी अपने साथ ले गयी थी जिन्हें पुलिसकर्मियों ने एक नजदीकी जंगल से बचाया था। इस हमले के बाद पांचों ग्रामीण डर के मारे जंगल में भाग गए थे। पुलिस ने महिलाओं को निर्वस्त्र कर घुमाने तथा उनसे छेड़छाड़ करने के संबंध में चार लोगों को गिरफ्तार किया है।

मणिपुर में अनुसूचित जनजाति का दर्जा देने की मांग को लेकर मेइती समुदाय द्वारा पहाड़ी जिलों में तीन मई को आयोजित ‘ट्राइबल सॉलिडारिटी मार्च’ (आदिवासी एकजुटता मार्च) वाले दिन राज्य में जातीय हिंसा भड़क गई । राज्य में हुई हिंसक घटनाओं में अभी तक 160 से ज्यादा लोगों की मौत हो गयी है तथा कई लोग घायल हुए हैं। राज्य में मेइती समुदाय की आबादी करीब 53 प्रतिशत है और वे मुख्य रूप से इंफाल घाटी में रहते हैं। वहीं, नगा और कुकी समुदाय के आदिवासियों की आबादी 40 प्रतिशत है और वे पहाड़ी जिलों में रहते हैं। (इनपुट-एजेंसी) 

Latest India News





Source link

RELATED ARTICLES
- Advertisment -
Google search engine

Most Popular

Recent Comments