वॉशिंगटन: अमेरिका ने रविवार को कहा है कि वह भारत के पूर्वोत्तर राज्य मणिपुर में दो महिलाओं को निर्वस्त्र घुमाने वाले वीडियो की रिपोर्ट पर खासा चिंतित है। यह वह मामला है जिसने देश को गुस्से में डाल दिया है। अमेरिका के विदेश विभाग की तरफ से इस घटना को ‘क्रूर’ और ‘भयानक’ बताया गया है। विदेश विभाग ने कहा है कि अमेरिका पीड़ितों के प्रति अपनी सहानुभूति व्यक्त करता है। मणिपुर में मई के महीने से ही हिंसा जारी है। कुकी समुदाय को दिए जाने वाले आर्थिक लाभों में बदलावों की आशंका के बाद से ही मैतेई समुदाय के साथ हिंसा शुरू हो गई।
अमेरिका ने किया भारत से अनुरोध
जो वीडियो अब सामने आए हैं वो मई के बताए जा रहे हैं। जातीय संघर्ष के दौरान 21 और 19 साल की पीड़ितों को निर्वस्त्र करके घुमाया गया था। जबकि एक महिला के गैंगरेप और फिर हत्या की खबरें हैं। इस घटना ने पूरी दुनिया का ध्यान आकर्षित किया है। पिछले हफ्ते ही वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया था। पुलिस ने मामले में कुछ गिरफ्तारियां की हैं। अमेरिकी विदेश विभाग की तरफ से कहा गया है कि अमेरिका, मणिपुर हिंसा का शांतिपूर्ण और समावेशी समाधान चाहता है। साथ ही उसने अधिकारियों से सभी समूहों, घरों और पूजा स्थलों की सुरक्षा की मांग करते हुए मानवीय जरूरतों का जवाब देने का अनुरोध किया है।
पीएम मोदी ने की निंदा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पिछले हफ्ते वीडियो सामने आने के बाद हमले की निंदा की है। उन्होंने इसे ‘शर्मनाक’ बताते हुए कड़ी कार्रवाई का वादा किया। केंद्र सरकार की तरफ से 32 लाख की आबादी वाले मणिपुर में तैनाती के लिए हजारों अर्धसैनिक और सेना की टुकड़ियां भेजी। इसके बाद मामला कुछ समस्या शांत हो सका था। लेकिन इसके तुरंत बाद छिटपुट हिंसा और हत्याएं फिर से शुरू हो गईं और तब से राज्य में तनाव बना हुआ है। मणिपुर सरकार की तरफ से बताया गया है कि हिंसा भड़कने के बाद से कम से कम 142 लोगों की मौत हो गई है। जबकि 50 हजार से ज्यादा लोग अपना घर छोड़कर चले गए हैं।
अमेरिका ने किया भारत से अनुरोध
जो वीडियो अब सामने आए हैं वो मई के बताए जा रहे हैं। जातीय संघर्ष के दौरान 21 और 19 साल की पीड़ितों को निर्वस्त्र करके घुमाया गया था। जबकि एक महिला के गैंगरेप और फिर हत्या की खबरें हैं। इस घटना ने पूरी दुनिया का ध्यान आकर्षित किया है। पिछले हफ्ते ही वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया था। पुलिस ने मामले में कुछ गिरफ्तारियां की हैं। अमेरिकी विदेश विभाग की तरफ से कहा गया है कि अमेरिका, मणिपुर हिंसा का शांतिपूर्ण और समावेशी समाधान चाहता है। साथ ही उसने अधिकारियों से सभी समूहों, घरों और पूजा स्थलों की सुरक्षा की मांग करते हुए मानवीय जरूरतों का जवाब देने का अनुरोध किया है।
पीएम मोदी ने की निंदा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पिछले हफ्ते वीडियो सामने आने के बाद हमले की निंदा की है। उन्होंने इसे ‘शर्मनाक’ बताते हुए कड़ी कार्रवाई का वादा किया। केंद्र सरकार की तरफ से 32 लाख की आबादी वाले मणिपुर में तैनाती के लिए हजारों अर्धसैनिक और सेना की टुकड़ियां भेजी। इसके बाद मामला कुछ समस्या शांत हो सका था। लेकिन इसके तुरंत बाद छिटपुट हिंसा और हत्याएं फिर से शुरू हो गईं और तब से राज्य में तनाव बना हुआ है। मणिपुर सरकार की तरफ से बताया गया है कि हिंसा भड़कने के बाद से कम से कम 142 लोगों की मौत हो गई है। जबकि 50 हजार से ज्यादा लोग अपना घर छोड़कर चले गए हैं।
दोषियों के लिए फांसी की मांग
देश के अधिकांश लोग चाहते हैं कि मणिपुर में महिलाओं को सार्वजनिक रूप से निर्वस्त्र घुमाने और उनके साथ सामूहिक बलात्कार करने वाले अपराधियों को मौत की सजा मिले। अग्रणी चुनाव सर्वेक्षण एजेंसी सीवोटर द्वारा किए गए एक विशेष सर्वे में यह बात सामने आई है। भारत में जनता के बीच हुए एक सर्वे में मणिपुर में महिलाओं के साथ क्रूरता और सामूहिक बलात्कार के दोषियों को लोगों ने फांसी देने की मांग की है। कुल 87 फीसदी लोग चाहते हैं कि दोषियों को फांसी पर लटकाया जाए। जबकि चार प्रतिशत से भी कम इससे असहमत थे।