हाइलाइट्स
पीएम मोदी ने कैंसर को मात देने वाले 10 बच्चों के हौसले की तारीफ की
डब्ल्यूएचओ भी कर चुका है मन की बात के लिए भारत के प्रधानमंत्री मोदी की सराहना
नई दिल्ली. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) के मासिक रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात’ (Mann ki Baat) का 100वां एपिसोड 30 अप्रैल को प्रसारित होगा. भारतीय राजनीति में पीएम मोदी की मन की बात कार्यक्रम एक ऐसा ऐतिहासिक कार्यक्रम बन गया है जिसमें प्रधानमंत्री मोदी ने स्वस्थ जीवन शैली अपनाने से लेकर स्वास्थ्य संबंधी विषयों की एक विस्तृत श्रृंखला को संबोधित किया है. इसमें उन्होंने सफलताओं के पीछे लोगों के योगदान को सराहा है. उन्होंने लोगों के व्यापक लाभों पर बात की, प्रेरित किया और समग्र कल्याण पर योग जैसे अभ्यास की पैरवी की है.
प्रधानमंत्री ने मन की बात में कई गंभीर बीमारियों पर बात की. उन्होंने काला अजार जैसी बीमारियों से लड़ने से लेकर 2025 तक तपेदिक उन्मूलन जैसे महत्वाकांक्षी लक्ष्यों को निर्धारित करने तक की स्वास्थ्य सेवा की जीत की सराहना की है. उन्होंने हिमाचल में मानव मंदिर जो मस्कुलर डिस्ट्रॉफी का इलाज करता है, सहित स्वास्थ्य क्षेत्र में हो रहे उल्लेखनीय कार्यों को प्रदर्शित किया है. प्रधानमंत्री मोदी ने स्वच्छ भारत और स्वस्थ भारत जैसी पहल पर जोर दिया है. स्वास्थ्य सेवा को सुलभ और सस्ती दोनों बनाने के लिए सरकार की प्रतिबद्धता को रेखांकित किया है. मानसिक स्वास्थ्य के मुद्दों को संबोधित करने के लिए डब्ल्यूएचओ ने भी प्रधानमंत्री की सराहना की है.
जिन्होंने दी कैंसर को मात, पीएम मोदी ने की तारीफ
पीएम मोदी मन की बात के जरिए है दुनिया के सामने उन लोगों के नाम साझा किए जिन्होंने कैंसर जैसी गंभीर बीमारी को हरा दिया. पीएम मोदी ने लगभग दस बच्चों, निधि बाइपोटू, मोनिश जोशी, देवांशी रावत, तनुश जैन, हर्ष देवधरकर, अनंत तिवारी, प्रीति नाग, अथर्व देशमुख, अरोन्यतेश गांगुली और ऋतिक अलामंडा का जिक्र किया जिन्होंने कैंसर से लड़ाई लड़ी और जीत हासिल की.
जन औषधि केंद्रों का भी जिक्र
पीएम मोदी ने मन की बात के 10वें एपिसोड में भारत में जन औषधि केंद्रों के बारे में बात की, जो बाजार में उपलब्ध ब्रांडेड दवाओं की तुलना में 50% से 90% सस्ती दवाएं प्रदान करते हैं. यह आम आदमी के लिए फायदेमंद है. खासकर वरिष्ठ नागरिकों के लिए जिन्हें दैनिक आधार पर दवाओं की आवश्यकता होती है.
आयुष्मान भारत योजना से 50 करोड़ को लाभ
पीएम मोदी ने 12वें एपिसोड में जन औषधि केंद्रों पर सस्ती जेनेरिक दवाओं की उपलब्धता, हृदय स्टेंट और घुटने के प्रत्यारोपण की लागत में कमी और आयुष्मान भारत योजना का उल्लेख किया, जो प्रति वर्ष लगभग 50 करोड़ नागरिकों को इलाज के लिए 5 लाख रुपये प्रदान करती है. उन्होंने मेडिकल कॉलेजों में एमबीबीएस सीटों में वृद्धि, नए एम्स खोलने और 2025 तक देश को टीबी मुक्त बनाने के लक्ष्य के बारे में भी बात की.
कोविड 19 से लड़ाई पर बात
मन की बात के 91वें एपिसोड में पीएम मोदी ने COVID-19 के खिलाफ चल रही लड़ाई और समग्र स्वास्थ्य सेवा के महत्व पर विस्तार से बात की. उन्होंने कहा आयुर्वेद और भारतीय चिकित्सा सहित भारतीय पारंपरिक तरीकों ने महामारी के खिलाफ लड़ाई में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है, जिसमें आयुष विश्व स्तर पर महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है.
पीएम मोदी ने समझाया आयुर्वेद का महत्व
87वें एपिसोड में पीएम मोदी ने समग्र स्वास्थ्य सेवा और आयुर्वेद जैसी पारंपरिक भारतीय चिकित्सा में बढ़ती रुचि के बारे में बात की, जिसने COVID-19 के खिलाफ लड़ाई में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है. आयुष उद्योग ने हाल ही में वैश्विक आयुष निवेश और नवाचार शिखर सम्मेलन में प्राप्त लगभग दस हजार करोड़ रुपये के निवेश प्रस्तावों के साथ रिकॉर्ड वृद्धि देखी है.
कई समाजसेवियों की मन की बात में तारीफ
मन की बात में पीएम मोदी ने ऐसे लोगों के उदाहरण साझा किए जिन्होंने अपना जीवन समाज के कल्याण के लिए समर्पित कर दिया है. खासकर स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र में उन्होंने कर्नाटक में एक दाई सुलागिट्टी नरसम्मा का उल्लेख किया, जिन्हें हाल ही में प्रसव के दौरान गर्भवती महिलाओं की सहायता के लिए पद्म श्री से सम्मानित किया गया था. वह उत्तर प्रदेश के बिजनौर में डॉक्टरों के बारे में भी बात करते हैं, जो हर महीने वंचित रोगियों को मुफ्त इलाज देने के लिए शिविर लगाते हैं. प्रधानमंत्री ने मध्य प्रदेश के जबलपुर में हाल ही में स्वच्छता अभियान के लिए काम करने के लिए एक साथ आए तीन लाख से अधिक लोगों के उदाहरण का हवाला देते हुए स्वच्छ भारत मिशन को एक सफल अभियान बनाने वाले सामूहिक प्रयासों की भी प्रशंसा की.
प्राकृतिक उत्पादों पर भी चर्चा
पीएम मोदी ने भारत में प्राकृतिक उत्पादों की प्रचुरता का उल्लेख किया जो स्वास्थ्य और कल्याण को लाभ पहुंचा सकते हैं. फिर उन्होंने ऐसे व्यक्तियों के उदाहरण साझा किए जिन्होंने इस क्षेत्र में अद्वितीय योगदान दिया है, जैसे कि पटायत साहू जिन्होंने 1.5 एकड़ भूमि पर औषधीय पौधे लगाए हैं. देवरी गांव में महिलाओं की एक टीम जिन्होंने एलोवेरा की खेती का प्रशिक्षण लिया है और सैनिटाइजर बनाने वाली कंपनियों को एलोवेरा बेचकर कृषि को स्वास्थ्य से जोड़ा.
संजीवनी ऐप का बताया महत्व
पीएम मोदी ने ई-संजीवनी ऐप के बारे में बात की, जिसने भारत में हर घर में डिजिटल हेल्थकेयर लाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है. ऐप टेली-परामर्श की अनुमति देता है, जिसका अर्थ है कि लोग वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से अपने घरों में आराम से डॉक्टरों से परामर्श कर सकते हैं. ऐप के माध्यम से परामर्श की संख्या 10 करोड़ को पार कर गई है, जिससे यह भारत के लिए एक बड़ी उपलब्धि बन गई है.
केन्या के पूर्व प्रधानमंत्री की बेटी की कहानी भी की साझा
पीएम मोदी ने अपने दोस्त केन्या के पूर्व प्रधानमंत्री रैला ओडिंगा के साथ एक भावनात्मक मुलाकात की, जिन्होंने अपनी बेटी के ब्रेन ट्यूमर के साथ संघर्ष और सर्जरी के बाद उसकी आंखों की रोशनी खोने की कहानी साझा की. ओडिंगा ने दुनिया भर के अस्पतालों में उपचार की कोशिश की लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ जब तक कि किसी ने भारत में आयुर्वेद उपचार का सुझाव नहीं दिया. वे केरल के एक आयुर्वेदिक अस्पताल गए और रोजजमेरी वहीं रहने लगी.
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Tags: Mann Ki Baat, Narendra modi, PMO
FIRST PUBLISHED : April 23, 2023, 20:34 IST