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विपक्षी गठबंधन INDIA की चौथी बैठक में पीएम चेहरे के लिए ममता बनर्जी और दिल्ली सीएम अरविंद केजरीवाल के मुंह से अपना नाम सुनकर मल्लिकार्जुन खड़गे एक बार के लिए चौंक गए थे। ममता और केजरीवाल ने बीजेपी के खिलाफ दलित चेहरे को आगे करने की पैरवीं की। हालांकि खड़गे इस प्रस्ताव को खारिज कर चुके हैं। उन्होंने कहा कि हमारा ध्यान चुनाव जीतने पर होना चाहिए। इस पूरे घटनाक्रम पर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पीजे जोसेफ ने दावा किया है कि ममता ने खड़गे का नाम नहीं लिया, उन्होंने तो सिर्फ संकेत दिया था।
उधर, इससे पहले ममता बनर्जी के पीएम पद के लिए मल्लिकार्जुन खड़गे का नाम आगे बढ़ाने को लेकर बीजेपी ने चुटकी ली है। केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा कि ममता बनर्जी और अरविंद केजरीवाल ने जानबूझकर खड़गे का नाम आगे किया ताकि राहुल गांधी को पीएम पद की दौड़ से बाहर किया जा सके। उन्होंने इसे ममता और केजरीवाल का राहुल गांधी पर जाल करार दिया।
ममता ने खड़गे का नाम नहीं लिया- कांग्रेस नेता
कांग्रेस पार्टी के नेता पीजे जोसेफ ने एएनआई से बातचीत में कहा, “उन्होंने ऐसा सुझाव नहीं दिया था। ममता बनर्जी ने कहा कि यह अच्छा होगा अगर हम एक दलित पीएम को प्रोजेक्ट कर सकें। उन्होंने किसी व्यक्ति का नाम नहीं लिया। इस मामले पर ज्यादा चर्चा नहीं हुई क्योंकि वह आखिर में बोली थीं।” कांग्रेस ने इस प्रस्ताव पर आधिकारिक तौर पर कोई टिप्पणी नहीं की है और बैठक के बाद प्रेस वार्ता के दौरान खड़गे ने कहा कि अब पीएम चेहरे के बारे में बात करने का कोई मतलब नहीं है।
खड़गे क्या बोले
मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा, “पहली प्राथमिकता हम सभी को जीतना है, जीत के लिए क्या करना होगा ये सोचना चाहिए? पीएम कौन होगा ये तो बाद में तय होगा। अगर सांसद कम हैं तो पीएम के बारे में बात करने का क्या मतलब है? खड़गे ने कहा, “अपनी संख्या बढ़ाने के लिए हम एक साथ आकर बहुमत लाने की कोशिश करेंगे। सबसे पहले हम जीतने की कोशिश करेंगे।”
कांग्रेस के अंदरूनी सूत्रों के अनुसार, खड़गे ने इस विचार को इसलिए खारिज कर दिया क्योंकि उन्होंने कभी भी दलित की राजनीति को बढ़ावा नहीं दिया है। उन्होंने अपने राजनीतिक जीवन में गरीबों के लिए काम किया है और कभी भी खुद को जातिगत नेता के रूप में पेश नहीं किया।
उधर, सूत्रों के मुताबिक, INDIA के लिए पीएम चेहरे के रूप में खड़गे का नाम जेडी (यू) और राजद को पसंद नहीं आया। नीतीश कुमार और लालू यादव प्रेस कॉन्फ्रेंस में शामिल हुए बिना ही बैठक से जल्दी निकल गए।
चौथी बैठक में क्या बनी सहमति
इंडिया ब्लॉक की चौथी बैठक में यह निर्णय लिया गया कि सीट-बंटवारे की बातचीत को अब ठंडे बस्ते में नहीं डाला जाएगा और साल के अंत तक राज्यों में सीट-बंटवारे पर कुछ सहमति बन जाएगी। इस बीच, यूपी कांग्रेस ने राहुल गांधी, प्रियंका गांधी और खड़गे से राज्य से 2024 का लोकसभा चुनाव लड़ने का आग्रह किया है। यूपी कांग्रेस अध्यक्ष अजय राय ने कहा, “उत्तर प्रदेश राजनीतिक रूप से एक महत्वपूर्ण राज्य है और रायबरेली और अमेठी लंबे समय से पार्टी के गढ़ बने हुए हैं। गांधी परिवार का इन निर्वाचन क्षेत्रों के लोगों के साथ व्यक्तिगत संबंध है।”
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