दरअसल ऐपल की तरफ से iOS ऑपरेटिंग सिस्टम के जरिए होने पर ऐप परचेज पर 30 फीसद टैक्स चार्ज किया जाता है। मतलब अगर 100 रुपये का मंथली ऐप सब्सक्रिप्शन लेते हैं, तो 300 रुपये ऐपल कंपनी के खाते में जाते हैं। बता दें कि एलन मस्क की तरफ से हाल ही मे 30 फीसद इन ऐप परचेज टैक्स के खिलाफ विरोध जताया जा चुका है। साथ ही एलन मस्क ने धमकी दी थी कि अगर उनके ऐप को प्ले स्टोर से हटाया जाएगा, तो वो अपना खुद का स्मार्टफोन ऑपरेटिंग सिस्टम लेकर आएंगे। हालांकि ऐपल के सीईओ टिम कुक के साथ मीटिंग के बाद मामला सुलझ गया था। इसी के बाद से ऐपल यूजर्स के लिए हमंगे Twitter ब्लू सब्सक्रिप्शन प्लान की बात हो रही है।
अटकलों का बाजार गर्म
हालांकि इस बारे में फिलहाल ट्विटर और ऐपल की तरफ से कोई बयान नहीं आया है। साथ ही गूगल ने अपने एंड्रॉइड ऑपरेटिंग सिस्टम के इन ऐप परचेज सिस्टम को लेकर कोई बयान नहीं दिया है। बता दें कि इन ऐप परचेज पर गूगल की तरफ से टैक्स वसूला जाता है।