महादेव बेटिंग एप मामले की जांच कर ED को पता चला कि इस बेटिंग के माध्यम से कमाए गए पैसों को हवाला के माध्यम से दुबई भेजा गया था और इसमें से बहुत से पैसे टैक्स हैवेन कंट्रीस जैसे की ब्रिटिश वर्जिन आईलैंड, कुराकुआ और वेनुआतू में भेजे गए थे। ED सूत्रों ने बताया है कि इन्हीं टैक्स हेवेन देशों से ये पैसे व्हाइट में कन्वर्ट कर वापस से भारत भेजे गये जिसका निवेश भारतीय शेयर मार्केट और भारत की कई कंपनियों में किया गया है। बता दें कि ED ने इस मामले में 17 जगहों पर सर्च ऑपरेशन कर रही है।
1000 करोड़ रुपये वापस भेजे गए
सूत्रों ने बताया है कि यह आंकड़ा करीबन 1000 करोड़ रुपये का है जो पैसे आरोपियों ने बेटिंग के माध्यम से कमाए थे और भारत से हवाला के माध्यम से विदेश भेजे। फिर यही पैसे अब फोरेन डायरेक्ट इन्वेस्टमेंट यानी की FDI के माध्यम से दुबारा भारत में निवेश किए गए हैं। ED को जांच के दौरान कई ऐसे सबूत और ठिकाने मिले जहां से इन पैसों का डायवर्जन किया जा रहा था। इसी सिलसिले में आज सुबह ED की 17 टीमें बनाई गई जिसे की मुंबई, दिल्ली, कोलकाता, रायपुर और मध्यप्रदेश में कुल 17 अलग अलग लोकेशन पर सर्च करने के किए भेज दिया गया है।
अब तक 9 आरोपी गिरफ्तार
ED सूत्रों में यह भी बताया है कि मुंबई में कुल 3 लोकेशन पर यह सर्च चल रही है। ED महादेव मामले की जांच कई पहलुओं से कर रही है। इस जांच की दिशा एक्सक्लूसिवली महादेव बेटिंग एप से जुड़े आरोपियों द्वारा टैक्स हैवेन कंट्रीज से भारत में FDI के माध्यम से हो रहे निवेश पर है। आपको बता दें कि इस मामले में अब तक 9 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इस मामले में मुख्य आरोपी सौरभ चंद्राकर, रवि उप्पल और शुभम सोनी अब भी ED की गिरफ़्त से दूर हैं उनके खिलाफ ED ने रेड कॉर्नर नोटिस भी जारी कराया है। आपको बता दें कि यह सारे आरोपी फिलहाल दुबई में हैं।
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