Home Health महिला-पुरुष में कब लो और हाई रेंज में आ जाता है यूरिक एसिड, क्या है बढ़ने की वजह, समझ लें रिस्क फैक्टर

महिला-पुरुष में कब लो और हाई रेंज में आ जाता है यूरिक एसिड, क्या है बढ़ने की वजह, समझ लें रिस्क फैक्टर

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महिला-पुरुष में कब लो और हाई रेंज में आ जाता है यूरिक एसिड, क्या है बढ़ने की वजह, समझ लें रिस्क फैक्टर

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हाइलाइट्स

बॉडी में प्यरिन ब्रेक होने के दौरान वेस्ट के तौर पर यूरिक एसिड बनता है.
यूरिक एसिड लेवल हाई होने पर कई तरह की समस्याएं पैदा हो सकती हैं.

Uric Acid Risk Factors: यूरिक एसिड का लेवल अगर शरीर में बढ़ जाए तो ये कई तरह से नुकसान पहुंचा सकता है. यूरिक एसिड हमारे शरीर में बनने वाला एक वेस्ट प्रोडक्ट होता है जो कि कई बार ज्वाइंट्स और टिशू में बनने लगता है, इसके चलते कई हेल्थ प्रॉब्लम्स भी दिखाई देती हैं. अर्थराइटिस का एक प्रकार गठिया भी शरीर में यूरिक एसिड का लेवल बढ़ने की वजह से होती है. जोड़ो का दर्द और गठिया की शिकायत महिलाओं और पुरुषों में एक उम्र के बाद दिखाई देती है. ऐसे में शरीर में यूरिक एसिड का क्या लेवल हो, इसकी लो, नॉर्मल और हाई रेंज की जानकारी रखना भी जरूरी है. महिला और पुरुषों में यूरिक एसिड की रेंज अलग-अलग होती है.

शरीर में अगर यूरिक एसिड का लेवल कम हो जाए या बढ़ जाए, इन दोनों ही सूरत में ये शारीरिक समस्या की ओर इशारा करता है. मेडिकलन्यूजटुडे के मुताबिक सामान्य तौर पर शरीर में यूरिक एसिड का लेवल कम नहीं होता है, ये तभी होता है जब कोई व्यक्ति वेस्ट के तौर पर काफी मात्रा में यूरिक एसिड को शरीर से बाहर करे. आइए जानते हैं महिला-पुरुष में यूरिक एसिड का लेवल. इसके बढ़ने की वजह और इससे होने वाली समस्याओं के बारे में…

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महिला-पुरुषों में यूरिक एसिड की रेंज
हमारे ब्लड में यूरिक एसिड की थोड़ी मात्रा की मौजूदगी सामान्य है. हालांकि, यूरिक एसिड का लेवल हेल्दी रेंज से बढ़ जाए या घट जाए तो इसके चलते कई शारीरिक समस्याएं पैदा हो सकती हैं. हाई यूरिक एसिड लेवल गठिया के खतरे को बढ़ाती है. महिलाओं और पुरुषों में यूरिक एसिड की रेंज अलग-अलग होती है. पुरुषों का यूरिक एसिड अगर 2.5 mg/dl से कम होता है तो ये लो रेंज होती है, वहीं महिलाओं में 1.5 mg/dl से कम होने पर यूरिक एसिड लेवल लो होता है.
इसी तरह पुरुषों में यूरिक एसिड की नॉर्मल रेंज 2.5–7.0 mg/dl होती है, वहीं महिलाओं में 1.5–6.0 mg/dl होती है. अगर पुरुषों में यूरिक एसिड की रेंज 7.0 mg/dl से ज्यादा हो तो ये हाई यूरिक एसिड दर्शाता है, वहीं महिलाओं में हाई यूरिक एसिड की रेंज 6.0 mg/dl से ऊपर होती है.

शरीर में कैसे बनता है यूरिक एसिड
प्यूरिन एक कैमिकल सब्सटेंस होता है जो कि हमारे शरीर में प्राकृतिक तौर पर मौजूद होता है और कुछ फूड्स में भी पाया जाता है. जब बॉडी प्यूरिन को तोड़ती है तो इसके चलते वेस्ट प्रोडक्ट के तौर पर यूरिक एसिड बनता है. हमारी किडनी यूरिक एसिड को ब्लड से फिल्टर करती है और यूरिन के जरिये हमारे शरीर में से बाहर निकाल देती है. हालांकि, कई बार यूरिक एसिड ब्लड में भी बनने लगता है. मेडिकल भाषा में इसे Hyperuricemia कहा जाता है. खून में ज्यादा मात्रा में यूरिक एसिड होने पर ये क्रिस्टल के रूप में तब्दील होने लगता है जो कि ज्वाइंट्स और टिशू में बनता है, जिसके चलते सूजन, गठिया के लक्षण दिखाई देते हैं.

यूरिक एसिड बढ़ने के कुछ कारण
– मेटाबॉलिक सिंड्रोम
– एल्कोहल
– हाई ब्लड प्रेशर
– डायबिटीज
– हाई प्यूरिन डाइट

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यूरिक एसिड बढ़ने से होने वाली समस्याएं
– ज्वाइंट पेन
– गठिया
– किडनी संबंधी बीमारियां
– फेनकोनी सिंड्रोम

Tags: Health, Lifestyle

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