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मेश पाल पर गोलियां बरसाए जाने की चश्मदीद उनकी बूढ़ी मां शांति पाल भी हैं। जब हमलावर उमेश पाल पर गोलियां बम बरसा रहे थे तो उनकी मां गली के भीतर घर के दरवाजे पर ही थीं। मां बेटे पर हमला देख चीखती रहीं।
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