Daughters Expectations From Mothers: आज की जनरेशन की बेटियां पहले से कहीं ज्यादा समझदार, आत्मनिर्भर, इमोशनली अवेयर और खुलकर सोचने वाली हैं. वे अब मां से सिर्फ अनुशासन या सलाह की उम्मीद नहीं रखतीं, बल्कि एक ऐसे रिश्ता भी चाहती हैं जहां वे बिना डर और जजमेंट के अपनी हर बात खुलकर कह सकें. वे चाहती हैं कि उनका मां अब सिर्फ उनकी गाइड नहीं, बल्कि एक भरोसेमंद साथी की तरह उनके लाइफ की हर जरूरी बातों को सुनें और उनकी च्वाइस की रिस्पेक्ट करें. ऐेसे में अगर आपके घर में भी एक टीन एजर बेटी है और उसके साथ बेहतर रिश्ता चाहती हैं तो अपने पुरानी पेरेंटिंग स्टाइल(Parenting Style) में बदलाव लाने का वक्त आ गया है. आइए हम बताते हैं कि आज की टीन एजर अपनी मां से क्या चाहती हैं.
आज की बेटियां क्या चाहती हैं अपनी मां से?
खुलकर बात करने की आज़ादी- आज की बेटियां चाहती हैं कि वे अपने दिल की बात अपनी मां से बेझिझक कह सकें. चाहे वो बॉडी इमेज की चिंता हो, पीरियड्स से जुड़ी बातें हों या फिर रिलेशनशिप की उलझनें, वे चाहती हैं कि मां उन्हें जज न करें, बल्कि समझें और सपोर्ट करें.
टेक्नोलॉजी की समझ- Gen Z की बेटियां डिजिटल की दुनिया में जीती हैं. इंस्टाग्राम, यूट्यूब, चैटिंग, ऑनलाइन क्लासेज, वर्चुअल दोस्त उनके जीवन का हिस्सा हैं. वे चाहती हैं कि मां भी इस दुनिया को जाने, जिससे दोनों की सोच में गैप न हो. अगर मां सोशल मीडिया को सिर्फ ‘समय की बर्बादी’ समझेंगी, तो बेटी कभी अपना नजरिया नहीं बता पाएगी.
इमोशनल स्पेस और भरोसा- यह उम्र इमोशनली अधिक सेसिंटिव होती है. वे अपने मन की उलझनों को छिपाती नहीं, लेकिन हर बार ज़ाहिर करना भी नहीं आता. उन्हें एक ऐसे रिश्ते की जरूरत है जो बिना बोले भी उनकी हर बात को समझ ले. मां जब उन पर यह भरोसा दिखाती है कि ‘मेरी बेटी अपना सही फैसला ले सकती है’, उन्हें और मजबूत बनाता है.
फैसलों में भागीदारी- आज की बेटियां चाहती हैं कि उनके छोटे-बड़े फैसलों में मां दखल न दें, बस सलाह दे. वे चाहती हैं कि मां उनकी पसंद-नापसंद को माने, समझें और सम्मान दें. जब मां उन्हें अपने करियर या कपड़ों के चुनाव में सपोर्ट करती हैं, तो उनके आत्मविश्वास को पंख लग जाते हैं.
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दोस्त की तरह व्यवहार- बेटियां चाहती हैं कि मां उनके जीवन का ‘सीरियस’ हिस्सा ही न हों, बल्कि उनके साथ मस्ती भी करें. कभी फिल्म देखना या बिस्तर में लेटकर घंटों दिल की बातें करना. जब मां खुद को थोड़ा रिलैक्स करती हैं और बेटी के साथ वक्त बिताती हैं, तो दोनों का रिश्ता और गहरा हो जाता है.
दरअसल Gen Z की बेटियां बदलते वक्त की पहचान हैं, वे आत्मनिर्भर हैं, भावनात्मक रूप से सजग हैं और रिश्तों को लेकर ट्रांसपेरेंसी चाहती हैं. ऐसे में अगर आप अपनी बेटी के साथ बेहतर और मजबूत रिश्ता बनाना चाहती हैं तो इन बातों को ध्यान में रखें.