हाइलाइट्स
संगम में स्नान करने से पाप मिटते हैं और भगवान विष्णु प्रसन्न रहते हैं.
माघ माह का प्रारंभ 26 जनवरी दिन शुक्रवार से हो रहा है.
पूरे माघ में आप जितना तिल दान करेंगे, उतने वर्षों तक स्वर्ग में रहने का आशीर्वाद प्राप्त होगा.
माघ माह का प्रारंभ 26 जनवरी दिन शुक्रवार से हो रहा है. माघ माह के कृष्ण पक्ष की प्रतिपदा तिथि पहला दिन होता है और माघ पूर्णिमा इस माह का अंतिम दिन है. माघ महीने में स्नान का बड़ा महत्व है. यह भी स्नान अगर गंगा या फिर प्रयागराज के संगम में हो तो और भी उत्तम होता है. हिंदू धर्म शास्त्रों में माघ महीने में स्नान करने की विधि अलग है और इसमें दान करने से कई लाभ होते हैं. तिरुपति के ज्योतिषाचार्य डाॅ. कृष्ण कुमार भार्गव से जानते हैं कि माघ माह में स्नान कैसे करते हैं? माघ माह में भगवान विष्णु को प्रसन्न करने के क्या उपाय हैं? माघ माह में कौन से उपाय करने चाहिए, जिससे पाप मिटे और मोक्ष प्राप्त हो?
माघ मास के ज्योतिष उपाय और फायदे
1. माघ मास में संगम स्नान
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, माघ महीने में प्रयागराज में गंगा, यमुना और सरस्वती के संगम में स्नान करने से पाप मिटते हैं और भगवान विष्णु प्रसन्न रहते हैं. कहा गया है कि माघ माह में भगवान विष्णु की पूजा करते हैं और संगम स्नान मात्र से ही उनकी कृपा प्राप्त होती है.
ये भी पढ़ेंः कब है सकट चौथ, मौनी अमावस्या, षटतिला एकादशी, बसंत पंचमी, देखें माघ व्रत-त्योहार की लिस्ट
2. माघ मास में कैसे करें स्नान?
माघ मास में स्नान करने पाप मिटते हैं. यदि आप माघ माह में घर पर स्नान कर रहे हैं तो आप पूरे माह पानी में तिल डालकर स्नान करें. इससे सेहत अच्छी रहेगी और पुण्य लाभ होगा. स्वास्थ्य समस्याएं हैं तो इस नियम का पालन करने से बचना चाहिए.
3. माघ में क्या दान करें?
1. माघ माह में आपको स्नान के बाद जल से भरा हुआ कलश किसी गरीब ब्राह्मण को दान करना चाहिए.
ये भी पढ़ें- कब है सोमवती अमावस्या? जान लें स्नान-दान का मुहूर्त, इंद्र योग, पूजा विधि और महत्व
2. माघ मास में किसी ब्राह्मण को काली गाय और तिल से भरा हुआ कोई बर्तन दान करना चाहिए. इससे पुण्य प्राप्त होगा.
3. पूरे माघ महीने में आप जितना तिल का दान करेंगे, उतने वर्षों तक स्वर्ग में रहने का आशीर्वाद प्राप्त होगा. ऐसी धार्मिक मान्यताएं हैं.
4. माघ माह में जरूर करें ये 3 व्रत
माघ माह में आपको सकट चौथ और एकादशी का व्रत जरूर करना चाहिए. सकट चौथ से आपके जीवन के संकट दूर होंगे. शुभता एवं सफलता प्राप्त होगी. इसके अलावा आपको षट्तिला एकादशी और जया एकादशी का व्रत रखना चाहिए. विष्णु कृपा से आपको मोक्ष प्राप्त होगा. सकट चौथ 29 जनवरी और षटतिला एकादशी 6 फरवरी को है.
.
Tags: Astrology, Dharma Aastha, Lord vishnu, Magh Mela
FIRST PUBLISHED : January 25, 2024, 11:05 IST