Home Life Style माघ शिवरात्रि पर कैसे करें भगवान शिव को प्रसन्न, जानें पूजा विधि, शुभ मुहूर्त और शिव मंत्र

माघ शिवरात्रि पर कैसे करें भगवान शिव को प्रसन्न, जानें पूजा विधि, शुभ मुहूर्त और शिव मंत्र

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माघ शिवरात्रि पर कैसे करें भगवान शिव को प्रसन्न, जानें पूजा विधि, शुभ मुहूर्त और शिव मंत्र

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हाइलाइट्स

मासिक शिवरात्रि हर माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को मनाई जाती है.
इस दिन भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा अर्चना की जाती है.

Magh Shivratri 2024 Puja Vidhi: हिंदू कैलेंडर के अनुसार 1 वर्ष में 12 शिवरात्रि मनाई जाती है. जिनमें एक महाशिवरात्रि और अन्य 11 को मासिक शिवरात्रि के रूप में मनाया जाता है. मासिक शिवरात्रि पर भगवान शिव और माता पार्वती की विधि विधान से पूजा कर उन्हें प्रसन्न किया जाता है, और उनका आशीर्वाद प्राप्त किया जाता है. इस बार माघ माह की शिवरात्रि 8 फरवरी 2024 को पड़ रही है. इस दिन किस विधि से और कब पूजा करना शुभ होगा, आइए जानते हैं दिल्ली निवासी ज्योतिष आचार्य पंडित आलोक पाण्ड्या से.

माघ माह की शिवरात्रि का शुभ मुहूर्त
हिंदू पंचांग के अनुसार, माघ माह की चतुर्दशी तिथि 8 फरवरी 2024 की सुबह 11:17 बजे शुरू होगी और जो 9 फरवरी को सुबह 8:02 बजे समाप्त होगी. इसलिए माघ शिवरात्रि 8 फरवरी को मनाई जा रही है.

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जपें भगवान शिव के मंत्र
– ॐ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम् ।
उर्वारुकमिव बन्धनान् मृत्योर्मुक्षीय मामृतात् ।।

– नागेन्द्रहाराय त्रिलोचनाय भस्माङ्गरागाय महेश्वराय ।
नित्याय शुद्धाय दिगम्बराय तस्मै नकाराय नम: शिवाय ।।

– शर्वाय क्षितिरूपाय नंदीसुरभये नमः ।
ईशाय वसवे सुभ्यं नमः स्पर्शमयात्मने ।।

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माघ शिवरात्रि पूजा विधि
-मासिक शिवरात्रि के दिन ब्रह्म मुहूर्त में उठकर भगवान शिव और माता पार्वती का ध्यान करें.
-स्नानादि से निवृत होकर स्वच्छ वस्त्र धारण करें और हाथ में जल लेकर भगवान शिव माता पार्वती का ध्यान करते हुए व्रत का संकल्प करें.
-अब एक लकड़ी की चौकी पर स्वच्छ वस्त्र बिछाकर भगवान शिव और माता पार्वती की प्रतिमा स्थापित करें, पंचोपचार कर उनकी विधि विधान से पूजा-अर्चना करें.
– जो जातक विवाह योग्य हैं और विवाह की मनोकामना है तो वे देवी पार्वती को सुहाग का सामान अर्पित करें, भगवान शिव को बेलपत्र, आक, धतूरा, शमी, अक्षत और सफेद फूल अर्पित करें.
– इस दौरान भगवान शिव के मंत्रों का जाप करें और शिव चालीसा का पाठ जरूर करें.
– अंत में भोलेनाथ और माता पार्वती को फल और मिठाई का भोग लगाकर आरती करें और उनसे आशीर्वाद ग्रहण करें.

Tags: Dharma Aastha, Lord Shiva, Shivratri

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