Home National मालदीव को सबक सिखाने में ये पांच गैर मुस्लिम देश अड़ा सकते हैं भारत के आगे टांग, जानें- क्यों?

मालदीव को सबक सिखाने में ये पांच गैर मुस्लिम देश अड़ा सकते हैं भारत के आगे टांग, जानें- क्यों?

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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर मालदीव के मंत्रियों की आपत्तिजनक टिप्पणी के बाद भारतीय पर्यटकों ने मालदीव से किनारा करना शुरू कर दिया है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस विवाद के बाद भारतीयों ने मालदीव जाने वाली करीब 2500 फ्लाइट टिकट कैंसल किए हैं। इनके अलावा 8000 से ज्यादा होटल बुकिंग भी रद्द करवाए हैं। 

इससे साफ है कि हिन्द महासागर में बसा यह मुस्लिम देश अब भारतीय पर्यटकों के निशाने पर आ चुका है। इंडियन एसोसिएशन ऑफ टूर ऑपरेटर्स के मुताबिक अगले 20-25 दिनों के अंदर मालदीव बायकॉट का असर दिखने लगेगा। मालदीव जाने वाले पर्यटकों में सबसे ज्यादा भारतीय शामिल हैं। 

मालदीव सरकार के पर्यटन मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, 2023 में मालदीव के इतिहास में सबसे अधिक पर्यटक आए हैं। साल 2023 में कुल 1,878,537 पर्यटक आए। एक साल पहले 2022 में 16 लाख पर्यटक मालदीव आए थे। 2023 में सबसे ज्यादा भारतीय पर्यटक मालदीव पहुंचे हैं। हालांकि, रूस भी भारत के बराबर ही है। वहां से भी पिछले साल 209,100 पर्यटक पहुंचे।

भारत और रूस के अलावा चीन, कजाकिस्तान, ब्रिटेन,जर्मनी और इटली से सबसे ज्यादा पर्यटक मालदीव जाते हैं। आंकड़ों के मुताबिक, 2023 में चीन से 187,118, ब्रिटेन से 155,730 और जर्मनी से 135,090 पर्यटक मालदीव पहुंचे थे। इटली से भी 118,412 टूरिस्ट मालदीव पहुंच चुके हैं। आंकड़ों के मुताबिक, पिछले साल के अंत तक मालदीव में कुल  176 रिसॉर्ट्स, 809 गेस्टहाउस, 146 सफारी और 14 होटल संचालित हो रहे थे। 

अगर भारतीय पर्यटकों ने मालदीव का बायकॉट किया तो चीन, रूस, ब्रिटेन, जर्मनी और इटली जैसे गैर मुस्लिम देश मालदीव के पर्यटन उद्योग को जिंदा रख सकते हैं और भारत की मालदीव को सबक सिखाने की नीति में टांग अड़ा सकते हैं। चीन इनमें सबसे प्रमुख है। इन दिनों मालदीव के राष्ट्रपति चीन की यात्रा पर हैं और चीनी समकक्ष से मालदीव में पर्यटक भेजने की गुहार लगा रहे हैं। साफ है कि मुइज्जू की यह मांग भारत के बायकॉट के संदर्भ में ही उठाई गई है।

बता दें कि मालदीव ने भारत, रूस, चीन और कजाकिस्तान के नागरिकों के लिए वीजा फ्री एंट्री की व्यवस्था कर रखी है, जबकि बाकी देशों के पर्यटकों को वीजा ऑन अराइवल उपलब्ध है। माले 40 अलग-अलग देशों की राजधानी से सीधे विमान सेवा उपलब्ध कराता है। मालदीव इस्लामिक देश होने के बावजूद वहां अल्कोहल पर कोई पाबंदी नहीं है, जबकि उसके मुकाबले में पेश किए जा रहे लक्षद्वीप में शराब पर पाबंदी है।



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