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आईआईटी ग्रेजुएट अपनी जबरदस्त स्किल, क्रिएटिविटी, सोचने के अलग नजरिए के लिए जाने जाते हैं। यही वजह है कि हर साल देश विदेश की दिग्गज आईटी कंपनियां इन्हें मोटे सैलरी पैकेज ऑफर करती हैं। आईआईटी कैंपस प्लेसमेंट में मिलने वाले शानदार जॉब ऑफर इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षा देने वाले स्टूडेंट्स को आकर्षित करते हैं। लेकिन आईआईटी में सीट पक्की करना बेहद टेढ़ी खीर होता है। जेईई मेन देने वाले करीब 12 से 14 लाख स्टूडेंट्स में से सिर्फ ढाई लाख को आईआईटी एंट्रेंस के लिए चुना जाता है। आईआईटी एंट्रेंस में अच्छा प्रदर्शन करने वाले विद्यार्थियों को आईआईटी में जगह मिल पाती है। आईआईटी पाने के लिए बहुत से होनहार स्टूडेंट्स अपना पूरा साल तक ड्रॉप कर देते हैं और दूसरा अटेम्प्ट देते हैं।
जेईई मेन देने वाले ज्यादातर विद्यार्थियों का सपना आईआईटी बॉम्बे की बीटेक इन कंप्यूटर साइंस सीट पाना होता है। जेईई एडवांस्ड के टॉप रैंकर्स आईआईटी बॉम्बे का कंप्यूटर साइंस कोर्स चुनते हैं। आप कह सकते हैं कि आईआईटी पाने से आगे की रेस आईआईटी बॉम्बे के बीटेक इन कंप्यूटर साइंस कोर्स में एंट्री पाने की होती है। लेकिन आपको यह जानकार कैसा लगेगा कि कुछ साल पहले आईआईटी एंट्रेंस टेस्ट के टॉपर ने सबसे मलाईदार कोर्स आईआईटी बॉम्बे के बीटेक इन कंप्यूटर साइंस को महज एक साल की पढ़ाई के बाद छोड़ दिया था। जेईई एडवांस्ड 2014 में ऑल इंडिया रैंक 1 हासिल करने वाले चित्रांग मुरदिया ने आईआईटी छोड़ वर्ल्ड के नंबर इंस्टीट्यूट मैसाचुएट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (एमआईटी) की राह पकड़ ली थी।
चित्रांग मुरदिया ने अपने लिंक्डइन प्रोफाइल पर खुलासा किया है कि उन्होंने 2018 में एमआईटी से फिजिक्स में स्नातक की पढ़ाई पूरी की। उन्होंने 2023 में कैलिफोर्निया विश्वविद्यालय, बर्कले से पीएचडी की।
आईआईटी बॉम्बे में करोड़ से ऊपर के सैलरी पैकेज की बरसात, जानें कौन सी कंपनी दे रही कितने का जॉब ऑफर
मुरदिया ने एक बार कहा था कि आईआईटी छोड़ने और अपने जुनून के पीछे भागने का उनका फैसला छात्रों को प्रेरित करेगा। उन्होंने ह्यूमन्स ऑफ बॉम्बे से बात करते हुए कहा था, ‘मैंने देखा है कि जो छात्र फिजिक्स और गणित में अच्छे हैं वे कंप्यूटर साइंस और इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग जैसे कोर्सेज में प्रवेश पाने के लिए भेड़ चाल चल रहे हैं। मेरा फैसला निश्चित रूप से उन छात्रों के मनोबल को बढ़ाएगा जो प्योर साइंस में अपनी रुचि बढ़ाना चाहते हैं, लेकिन परिवार के दबाव या पैसे के कारण ऐसा नहीं कर पाते हैं।’
उन्होंने कहा, ‘मेरे इस फैसले से हर कोई हैरान था और इसमें मेरे दोस्त भी शामिल थे। लोग कहते थे कि तुम बच्चे हो और अपने जीवन के बड़े फैसले लेना नहीं जानते। कहते थे कि आईआईटी से इंजीनियरिंग की डिग्री लेने के बाद लाखों में कमाओगे।’