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CJI Chandrachud and Vikas Singh: सुप्रीम कोर्ट में वकीलों के चैंबर के लिए एक जमीन के आवंटन से संबंधित मामले में चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया (CJI) डीवाई चंद्रचूड़ और सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन (एससीबीए) के अध्यक्ष वरिष्ठ वकील विकास सिंह के बीच तीखी बहस देखी गई थी। सीजेआई ने सिंह को आवाज ऊंची न करने और अदालत से बाहर जाने को कह दिया था। एससीबीए के अध्यक्ष ने मामलों के उल्लेख (मेंशनिंग) के दौरान इस विषय को न्यायमूर्ति चंद्रचूड़, न्यायमूर्ति पी एस नरसिम्हा और न्यायमूर्ति जे बी पारदीवाला की पीठ के समक्ष रखना चाहा और कहा कि वह पिछले छह महीने से मामले को सूचीबद्ध कराने की मशक्कत में लगे हैं। इस दौरान सीजेआई ने कहा कि मिस्टर विकास सिंह, अपनी आवाज इतनी ऊंची मत कीजिए। दरअसल, सीनियर वकील विकास सिंह का सुशांत सिंह राजपूत वाले मामले से भी कनेक्शन है। साथ ही, वे एएसजी भी रह चुके हैं। आइए जानते हैं आखिर कौन हैं वरीष्ठ वकील विकास सिंह जिन पर बीते दिन सीजेआई चंद्रचूड़ भड़क गए और उन्हें कोर्ट से बाहर जाने तक के लिए कह दिया।
कौन हैं सीनियर वकील विकास सिंह?
सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन के अध्यक्ष विकास सिंह सीनियर वकील हैं। वे पिछले 30 सालों से वकालत कर रहे हैं। साल 2004 में वे सीनियर एडवोकेट बन गए थे, जिसके बाद साल 2005 से 2008 के दौरान भारत सरकार के लिए एडिशनल सॉलिसिटर जनरल (ASG) भी रहे। वे विधायी प्रारूपण और लीगल एजुकेशन सहित विभिन्न मुद्दों पर व्याख्यान देने के लिए भारतीय संसद में फैकल्टी मेंबर रहे हैं। इनमें से एक व्याख्यान में उनके द्वारा प्रतिपादित ‘आतंकवाद पर विधायी नियंत्रण’ के सिद्धांत को भारतीय संसद में भाग लेने वाले अंतर्राष्ट्रीय प्रतिनिधियों द्वारा काफी सराहा गया। एडवोकेट सिंह राष्ट्रीय महत्व के मुद्दों पर विचार-विमर्श करने के लिए कई सार्वजनिक मंचों और टेलीविजन कार्यक्रमों में बतौर गेस्ट भी उपस्थित होते रहे हैं। उन्हें न्यायिक और कानूनी चिंता के मामलों पर स्पष्ट रुख अपनाने वालों में देखा जाता है।
सुशांत सिंह राजपूत केस में भी वकील
साल 2020 के मध्य में हुई बॉलीवुड एक्टर सुशांत सिंह राजपूत की मौत के मामले में भी सीनियर वकील विकास सिंह को लोगों ने काफी देखा। उन्होंने कोर्ट में सुशांत सिंह राजपूत के पिता केके सिंह को रिप्रेजेंट किया। इस मामले में सुशांत की गर्लफ्रेंड रहीं रिया चक्रवर्ती समेत कई अन्य पर मामले दर्ज किए गए थे और तकरीबन महीनेभर के लिए रिया को जेल की हवा भी खानी पड़ी थी। वहीं, जब 2021 में शाहरुख खान के बेटे आर्यन पर ड्रग्स को लेकर गंभीर आरोप लगे थे, तब भी विकास सिंह ने काफी सुर्खियां बटोरी थीं। उन्होंने आर्यन का समर्थन करते हुए एनसीबी की जांच पर सवाल उठाए थे। विकास सिंह ने कहा था कि एनसीबी मीडिया में आने के लिए बहुत उत्सुक है और मूल रूप से इन सभी मामलों को सुर्खियों में लाने के लिए उठाया जा रहा है।
सीजेआई ने कहा था- आप इस तरह जमीन नहीं मांग सकते
सीजेआई चंद्रचूड़ ने बीते दिन सिंह पर काफी नाराजगी व्यक्त की थी। दरअसल, सिंह ने कहा था, ”एससीबीए की याचिका पर अप्पू घर की जमीन उच्चतम न्यायालय को मिली और एससीबीए को बेमन से केवल एक ब्लॉक दिया गया। पूर्व प्रधान न्यायाधीश एन वी रमण के कार्यकाल में इस भूमि पर निर्माण शुरू होना था। पिछले छह महीने से हम मामले को सूचीबद्ध कराने की जद्दोजहद में लगे हैं। मुझे एक साधारण वादी की तरह समझा जाए।” तब प्रधान न्यायाधीश ने कहा, ”आप इस तरह जमीन नहीं मांग सकते। आप हमें एक दिन बताइए जब हम पूरे दिन बेकार बैठे हों।” इस पर सिंह ने कहा, ”मैंने यह नहीं कहा कि आप पूरे दिन बेकार बैठे हैं। मैं केवल मामले को सूचीबद्ध कराने की कोशिश कर रहा हूं। अगर ऐसा नहीं किया जाता तो मुझे इस मामले को आपके आवास तक ले जाना होगा। मैं नहीं चाहता कि बार इस तरह का व्यवहार करे।” इस पर न्यायमूर्ति चंद्रचूड़ नाराज हो गये। उन्होंने कहा, ”चीफ जस्टिस को धमकी मत दीजिए। क्या इस तरह का बर्ताव होना चाहिए? कृपया बैठ जाइए। इसे इस तरह सूचीबद्ध नहीं किया जाएगा। कृपया मेरी अदालत से जाइए। मैं इस तरह (मामले को) सूचीबद्ध नहीं करूंगा। आप मुझे दबा नहीं सकते।”
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