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Mukhtar Ansari Money Laundering: माफिया मुख्तार अंसारी के खिलाफ धन शोधन अधिनियम के तहत चल रही जांच में उसकी दबंगई का एक और मामला सामने आया है। गाजीपुर में एक जमीन खरीदने के लिए चेक से भुगतान किया और बाद में मुख्तार के साले ने जाकर किसान से रुपये नकद वसूल लिए। पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया तो ईडी की निगाह पड़ी। जांच में सच्चाई सामने आई है। अब मुख्तार के दूसरे साले के खिलाफ भी मनी लांड्रिंग एक्ट के तहत कार्रवाई होने जा रही है। इससे पूर्व ईडी की रिपोर्ट पर मुख्तार अंसारी, उसके बेटे विधायक अब्बास अंसारी और साले आतिफ रजा के खिलाफ कोर्ट ने आरोप तय कर दिया है।
कोतवाली, गाजीपुर निवासी अबु फकर खां ने मुख्तार अंसारी, उसकी पत्नी आफ्शा अंसारी, बेटा अब्बास अंसारी, साले आतिफ रजा और अनवर सहजाद और अफरोज के खिलाफ ठगी, रंगदारी और साजिश रचने की धारा में अगस्त 2023 में एफआईआर दर्ज कराई थी। आरोप लगाया कि उसकी एक जमीन होमियोपैथिक कॉलेज के सामने थी। मुख्तार अंसारी ने अपने साले को भेजकर 2012 में पीड़ित को लखनऊ जेल बुलवाया। उस पर जमीन देने का दबाव बनाया और जमीन न बेचने पर हत्या की धमकी दी।
आरोपियों ने सर्किल रेट के आधार पर 20 लाख का चेक और चार लाख कैश देकर बैनामा करा लिया। इस दौरान अफरोज, आतिफ रजा और अनवर शहजाद पीड़ित के घर पहुंचे और उसे अब्बास अंसारी के पास ले गए। आरोप है कि अब्बास ने पिस्टल सटाकर धमकाया।
रजिस्ट्री करने के बाद उसके चेक पर हस्ताक्षर करा लिए। फिर बैंक जाकर कई बार में लाखों रुपये निकाल लिए। जमीन भी हड़प ली और रुपये भी लूट लिए। इस केस में ईडी ने जांच की तो लेनदेन की पुष्टि हुई। चेक से अबु फकर के बैंक खाते में रुपये जमा किया गया और मुख्तार के साले के चेक से रुपये निकालने का प्रमाण मिला। इसी आधार पर अब मुख्तार के दूसरे साले अनवर शहजाद पर कार्रवाई होने जा रही है।
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