ऐप पर पढ़ें
मध्य प्रदेश में मोहन यादव को मुख्यमंत्री चुनकर भारतीय जनता पार्टी ने एक बार फिर चौंका दिया है। मोहन यादव का नाम कहीं से भी चर्चा में नहीं था। लेकिन शाम को वह मध्य प्रदेश में भाजपा विधायक दल के नेता चुन लिए गए। मुख्यमंत्री और मंत्रियों के नाम पर चौंकाने का सिलसिला अब भाजपा के लिए कोई नई बात नहीं रह गई है। दिलचस्प यह है कि खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने साल 2019 में एक बहुत बड़ा राज खोला था। पीएम ने तब स्पष्ट कहा था कि जिस किसी का नाम मीडिया में चल रहा है। जिसके नाम से सुर्खियां बन रही हैं, समझ लीजिए वह पहले ही रेस से बाहर हो चुका है। वैसे तो यह बातें पीएम मोदी ने लोकसभा चुनाव के बाद सांसदों को संबोधित करते हुए कही थीं। लेकिन इससे भाजपा में मुख्यमंत्री, मंत्री या अन्य बड़े पदों पर चयन की रणनीति के बारे में स्पष्ट इशारा मिल जाता है।
सांसदों को संबोधित करते हुए दिया था इशारा
यह मौका था 2019 में भाजपा के दूसरी बार लोकसभा चुनाव जीतने के बाद का। पीएम मोदी संसद के सेंट्रल हॉल में 25 मई के दिन एनडीए सांसदों को संबोधित कर रहे थे। मंत्रिमंडल बनाने का जिक्र करते हुए पीएम ने कहा था कि अभी कौन-कौन जीत के आया है यह लिस्ट उन्हें देखनी है। लेकिन इस देश में बहुत से नरेंद्र मोदी पैदा हो गए हैं, जिन्होंने मंत्रिमंडल बना दिया है। उन्होंने आगे कहाकि अगर टोटल करें तो शायद 5-50 रह जाएंगे जो मंत्री की लिस्ट में नहीं आएंगे। उन्होंने आगे कहाकि जितने भी नाम मीडिया में चल रहे हैं वह केवल भ्रमित करने के लिए हैं। मोदी ने कहा था कि आप इस भ्रम में कभी मत आइए।
अगर मीडिया में नाम चला तो समझो रेस से आउट
सांसदों को संबोधित करते हुए उस वक्त नरेंद्र मोदी ने कहा था कि मैं लंबे समय तक सीएम रहकर आया हूं। पांच साल यहां भी रह चुका हूं। मैं आपसे बता रहा हूं, ऐसा कुछ नहीं होता। अगर कोई आपसे कहे कि आपका तो तय है। आपका तो फलाना करा देगा तो ऐसा कुछ नहीं है। मोदी ने कहाकि इस तरह से कुछ भी नहीं होता है। जो कुछ भी होता है, उसके लिए नॉर्म्स तय हैं। इन्हीं नॉर्म्स के आधार पर जो होना है वह होता है। उन्होंने कहाकि यहां कोई अपना-पराया नहीं है। जो जीतकर आया है सब मेरे ही हैं। दायित्व बहुत कम लोगों को दे सकते हैं। इसलिए अगर कोई पहुंच जाए कि मेरा तो खास है कर देता हूं, चक्कर में मत पड़ना। मोदी ने यह भी कहा था कि अखबार में, टीवी में आ जाए तो उसको फोन करो बंद कीजिए। तुम मेरी इज्जत खराब कर रहे हो।
सुनाया था छत्तीसगढ़ का किस्सा
भाजपा में पद पाने के लिए किस तरह से किसी पहचान या संबंधों को तवज्जो नहीं दी जाती। इस बात को नरेंद्र मोदी ने अपने संबोधन के दौरान एक किस्से के जरिए बताया था। उन्होंने बताया कि मुझे याद है कि मैं गुजरात में सीएम था। हमारे छत्तीसगढ़ के एक कार्यकर्ता अहमदाबाद पहुंच गए। मोदी ने बताया कि छत्तीसगढ़ में पार्टी प्रभारी रहने के दौरान उनसे परिचय था। जब वह पहुंचे तो मैंने पूछा कि कैसे आना हुआ? इस पर उन्होंने कहाकि कल आपका फोन आया था। मोदी ने कहाकि मैंने कहा मैंने तो कोई फोन नहीं किया था। फिर उन्होंने बताया कि मुझसे कहा गया है कि छत्तीसगढ़ में सरकार बनने वाली है और मुझसे बताया गया कि जो मोदीजी कहेंगे वैसी ही सरकार बनेगी। मोदी ने कहाकि मेरा छत्तीसगढ़ से कुछ लेना-देना नहीं था, लेकिन उसको इता खर्चा करके दौड़ाया। इसके आगे मोदी ने कहा था कि बहुत से लोग होंगे जो गुमराह करेंगे, इसलिए आपको बचकर रहना है।