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भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह के करीबी संजय सिंह का कहना है कि उन्हें कोई निलंबित नहीं कर सकता है। वह लोकतांत्रिक तरीके से चुनाव जीतकर आए हैं। वर्तमान में भी भारतीय कुश्ती महासंघ का अध्यक्ष हूं। मेरी कार्यवाही को निलंबित किया गया है। संजय सिंह अपने गृह जनपद चंदौली के झांसी गांव पहुंचे थे। इससे पहले वाराणसी पहुंचने पर उन्होंने शक्ति प्रदर्शन भी किया। दर्जनों लग्जरी गाड़ियों के साथ उनका काफिला एयरपोर्ट से शहर तक करीब 20 किलोमीटर तक रोड शो करता हुआ चला। इस दौरान संजय सिंह मर्सिडीज पर खड़े होकर लोगों का रास्ते भर उसी तरह अभिवादन करते रहे, जिस तरह कोई चुनाव प्रचार के दौरान करता दिखाई देता है। उन्होंने मीडिया से बातचीत में ये बातें कहीं।
गृह जिले चंदौली में संजय सिंह का खिलाड़ियों व ग्रामीणों ने स्वागत किया। मीडिया से बातचीत में उन्होंने कहा कि वह लोकतांत्रिक तरीके से चुनाव जीतकर आए हैं। 25 राज्यों के डेलीगेट्स वोड डालने के लिए आए थे। भारतीय कुश्ती महासंघ के लिए हुए चुनाव में कुल 50 वोट पड़ने थे। 40 मत उन्हें मिले। जबकि सात वोट प्रतिद्वंद्वी को मिला था और तीन लोग वोट डालने नहीं आए थे। उन्होंने कहा कि पहले सरकार से बात करेंगे। इसके बाद कोई रास्ता नहीं निकला तो विधिक राय लेकर आगे का कदम उठाया जाएगा। इसके लिए वह तैयार हैं।
मीडिया के एक वर्ग में संजय सिंह को बृजभूषण शरण सिंह का रिश्तेदार बताया जा रहा है। इसे लेकर उन्होंने कहा कि मुझे क्षत्रिय समाज से जोड़कर रिश्तेदार बताया जा रहा है जबकि मैं भूमिहार हूं। उन्होंने कुश्ती का स्तर बढ़ाने के लिए जल्द ही चंदौली में साई सेंटर की स्थापना की बात भी कही। इसके साथ ही सभी पुराने अखाड़ों को पुर्नजीवित करने का वादा किया। उन्होंने कहा कि जल्द ही जिला प्रशासन से जमीन की मांग की जाएगी। उन्होंने कहा कि फेडरेशन का यह चुनाव पूरी तरीके लोकतांत्रिक तरीके से हुआ है।