Friday, July 5, 2024
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मुझे पछतावा नहीं, बोले थाने में गोली चलाने वाले भाजपा विधायक; फडणवीस ने दिए उच्चस्तरीय जांच के आदेश


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महाराष्ट्र के कल्याण में भाजपा विधायक द्वारा शिवसेना नेता पर गोली चलाए जाने के मामले में उच्चस्तरीय जांच के आदेश दे दिए गए हैं। उपमुख्यमंत्री और राज्य के गृह मंत्री देवेंद्र फडणवीस ने आदेश जारी करते हुए कहा कि डीजीपी रश्मी शुक्ला को उच्चस्तरीय जांच के निर्देश दिए गए हैं। उन्होंने कहा, कानून सबके लिए बराबर है। जांच में पता चलेगा कि फायरिंग थाने के अंदर हुई या बाहर।  वहीं विपक्ष का कहना है कि शिंदे सरकार में कानून की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं। अगर ऐसे ही शिंदे मुख्यमंत्री रहे तो माफिया राज चलेगा। एनसीपी सांसद सुप्रिया सुले ने कहा कि यह गैंगवार है जो कि सरकार के इशारे पर चल रही है। गृह मंत्री को तत्काल इस्तीफा देना चाहिए। यह मामला संसद में भी उठाया जाएगा। 

बता दें कि महाराष्ट्र के ठाणे जिले में भूमि संबंधी विवाद के कारण मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना के एक नेता को गोली मारकर घायल करने के आरोप में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के एक विधायक को गिरफ्तार किया गया है। अधिकारियों ने शनिवार को यह जानकारी दी।  अतिरिक्त पुलिस आयुक्त दत्तात्रेय शिंदे ने मीडिया को बताया कि कल्याण से भाजपा के विधायक गणपत गायकवाड़ ने शुक्रवार रात उल्हासनगर इलाके में हिल लाइन पुलिस थाने के वरिष्ठ निरीक्षक के कक्ष के अंदर शिवसेना की कल्याण इकाई के प्रमुख महेश गायकवाड़ पर गोलियां चलाईं।

    

 गणपत गायकवाड़ ने अपनी गिरफ्तारी से पहले समाचार चैनल ‘जी 24 तास’ से फोन पर कहा कि उनके बेटे को पुलिस थाने में पीटा जा रहा था इसलिए उन्होंने गोली चलाई। उन्होंने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे महाराष्ट्र में ”अपराधियों का साम्राज्य” स्थापित करने की कोशिश कर रहे हैं। महेश गायकवाड़ को पहले एक स्थानीय अस्पताल ले जाया गया जहां से उन्हें ठाणे स्थित एक निजी चिकित्सा केंद्र ले जाया गया। शिवसेना की कल्याण इकाई के प्रभारी गोपाल लांडगे ने कहा, ”उनका (महेश गायकवाड़ का) ऑपरेशन सफल रहा।”

    

अतिरिक्त पुलिस आयुक्त दत्तात्रेय शिंदे के मुताबिक, गणपत गायकवाड़ का बेटा जमीन संबंधी विवाद के सिलसिले में शिकायत दर्ज कराने पुलिस थाने आया था, तभी महेश गायकवाड़ अपने लोगों के साथ वहां पहुंचे। बाद में गणपत गायकवाड़ भी थाने पहुंचे। अधिकारी ने बताया कि विधायक और शिवसेना नेता के बीच झगड़े के दौरान गणपत गायकवाड़ ने वरिष्ठ निरीक्षक के कक्ष के अंदर महेश गायकवाड़ पर कथित तौर पर गोलियां चलाईं, जिससे वह और उनका सहयोगी घायल हो गए।

    

 गणपत गायकवाड़ ने एक समाचार चैनल से कहा, ”हां, मैंने खुद (उन्हें) गोली मारी। मुझे कोई पछतावा नहीं है। अगर मेरे बेटे को पुलिस थाने के अंदर पुलिस के सामने पीटा जा रहा है, तो मैं क्या करूंगा।” उन्होंने दावा किया कि उन्होंने पांच गोलियां चलाईं। भाजपा विधायक ने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ”महाराष्ट्र में अपराधियों का साम्राज्य बनाने की कोशिश कर रहे हैं।” 

    

 भाजपा और शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना महाराष्ट्र में सत्तारूढ़ गठबंधन में शामिल हैं।  पुलिस ने गणपत गायकवाड़ के अलावा दो अन्य लोगों को भी गिरफ्तार किया है। एक अधिकारी ने बताया कि उन पर 307 (हत्या का प्रयास) और 120बी (आपराधिक साजिश) सहित भारतीय दंड संहिता की धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है। गणपत गायकवाड़ ने कहा, ”यदि एकनाथ शिंदे मुख्यमंत्री हैं तो महाराष्ट्र में केवल अपराधी पैदा होंगे। आज उन्होंने मुझ जैसे भले आदमी को अपराधी बना दिया।”

     

उन्होंने इस हमले को आत्मरक्षा में उठाया गया कदम बताया। भाजपा विधायक ने मुख्यमंत्री के बेटे और कल्याण से सांसद श्रीकांत शिंदे पर बोर्ड लगाकर उनके द्वारा किए गए काम का श्रेय लेने का आरोप लगाया।उन्होंने कहा, ”मैंने अपने वरिष्ठों को कई बार बताया था कि ये लोग मेरे नेताओं के खिलाफ हिंसा कर रहे हैं।”

    

 गणपत गायकवाड़ ने गोलीबारी की वजह बने जमीन विवाद के बारे में कहा कि उन्होंने 10 साल पहले एक भूखंड खरीदा था। उन्होंने कहा कि कुछ कानूनी मसले थे लेकिन उन्होंने अदालत में मामला जीत लिया। उन्होंने आरोप लगाया कि महेश गायकवाड़ ने इस पर बलपूर्वक कब्जा कर लिया। विधायक ने कहा कि उनका बेटा जमीन के संबंध में शिकायत दर्ज कराने उल्हासनगर के पुलिस थाने गया था। उन्होंने कहा, ”मुझे कतई पछतावा नहीं है। एक पिता के तौर पर, मैं यह बर्दाश्त नहीं कर सकता कि कोई मेरे बच्चे को पीटे।”

     

विधायक ने कहा, ”शिंदे साहब ने उद्धव (ठाकरे) साहब को धोखा दिया, वह भाजपा को भी धोखा देंगे… उन पर मेरे करोड़ों रुपये बकाया हैं। अगर महाराष्ट्र का प्रबंधन अच्छे तरीके से करना है तो शिंदे को इस्तीफा देना होगा। यह देवेंद्र फडणवीस (उपमुख्यमंत्री) और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से मेरा विनम्र अनुरोध है।” (भाषा से इनपुट्स के साथ)



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