
[ad_1]
ईशा बिरोरिया/ ऋषिकेश. उत्तराखंड में हरिद्वार के अलावा ऋषिकेश में भी उम्दा क्वालिटी के रत्न मिलते हैं. आज बात करेंगे मूंगा रत्न की. इसे अंग्रेजी में कोरल भी कहा जाता है. इसे पहनने से व्यक्ति निडर और साहसी बनाता है. साथ ही ये व्यक्ति की त्वचा संबंधित रोगों के लिए भी फायदेमंद साबित होता है. लोकल 18 को उत्तराखंड के ऋषिकेश के ज्योतिषाचार्य प्रकाश जोशी ने बताया कि मूंगा मंगल ग्रह को मजबूत बनाता है. मंगल एक अग्नि प्रज्वलित ग्रह है. मंगल ग्रह के कमजोर होने से व्यक्ति के साथ दुर्घटनाएं, साथ ही खून संबंधित एक्सीडेंट और धन की हानि होती है. मंगल कभी अकेला खराब नहीं होता, उसके साथ एक से दो और ग्रह हमें नुकसान पहुंचाने लगते हैं. इसी वजह से हमें दुर्घटनाओं का सामना करना पड़ता है.
वहीं, मूंगा पहनने से व्यक्ति इन दुर्घटनाओं से बच सकता है. ये सब मंगल के दोष की वजह से होता है, जिसे दूर करने के लिए लोग मंगल दोष को शांत करने के लिए जाप करते हैं या फिर मूंगा धारण करते हैं.
मूंगा रत्न पहनने की विधि
प्रकाश जोशी ने आगे बताया कि मूंगा तभी व्यक्ति को फायदा करता है, जब वो 4 से 6 रत्ती का हो या फिर 5 या 14 रत्ती का हो. वहीं, पेंडेंट में लगा मूंगा उतना फायदा नहीं करता, क्योंकि उसे बनाने में काफी ज्यादा सुराख किए जाते हैं, जिस वजह से उसका प्रभाव कम हो जाता है. इसके साथ ही इसे मंगलवार के दिन स्नान करने के बाद गंगा जल से शुद्ध करने के बाद पहना जाता है. मूंगा रत्न पहनने के बाद मंगलवार के दिन शराब, नॉनवेज आदि का सेवन न करें.
कहां पाया जाता है मूंगा?
वहीं, उत्तराखंड हिमालयन जेम्स एंड हैंडीक्राफ्ट के मालिक अशोक ने बताया कि मूंगा को शास्त्रों में पत्थर बताया गया है, लेकिन वास्तव में ये पत्थर नहीं है बल्कि यह पेड़ की शाखा है. मूंगा के प्रभाव से व्यक्ति मंगल ग्रह के दोष की वजह से होनी वाली दुर्घटनाओं से बच सकता है. वहीं इटैलियन मूंगा सबसे उच्च क्वालिटी का मूंगा कहलाता है. इसके साथ ही तिब्बत और भारत के समुद्रों में भी यह पाया जाता है. मूंगा रत्न पहनने के बाद करीब सवा महीने में यह अपना असर दिखाना शुरू करता है.
Disclaimer: चिकित्सा, स्वास्थ्य संबंधी नुस्खे, योग, धर्म, ज्योतिष, वास्तु, फेंगशुई आदि विषयों पर आलेख अथवा वीडियो समाचार सिर्फ पाठकों/दर्शकों की जानकारी के लिए है. इनसे संबंधित किसी भी प्रयोग से पहले विशेषज्ञ की सलाह जरूरी है. हमारा उद्देश्य पाठकों/दर्शकों तक महज सूचना पहुंचाना है. इसके अलावा, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की होगी. Local 18 इन तथ्यों की पुष्टि नहीं करता है.
.
Tags: Astrology, Rishikesh news
FIRST PUBLISHED : January 15, 2024, 14:26 IST
[ad_2]
Source link