Friday, November 22, 2024
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मूकदर्शक आवाम, जेल से हाथ मलते रह जाएंगे इमरान…सेना ने किया खेला, नवाज बनेंगे कप्तान, जानें कैसे?


नई दिल्ली: पाकिस्तान में अब तक के चुनावी नतीजों में इमरान खान की पीटीआई समर्थक उम्मीदवारों ने जीत का परचम लहरा दिया है. सेना के इशारे पर नाच रहे नवाज शरीफ को इमरान खान ने जेल में रहकर ही चारों खाने चित कर दिया. अब नौबत यह आ गई है कि तीन बार पाकिस्तान के प्रधानमंत्री रह चुके नवाज शरीफ अपने कट्टर सियासी दुश्मन बिलावल भुट्टो से हाथ मिलाने को मजबूर हैं. पाकिस्तान चुनाव में भले ही जेल में रहकर ही इमरान खान ने अपने समर्थकों की जीत सुनिश्चित करवा दी, मगर सेना की दखलअंदाजी की वजह से एक बार फिर पाकिस्तान की आवाम ठगा महसूस करेगी, क्योंकि सेना के पिट्ठू नवाज शरीफ ने सरकार बनाने के लिए तिकड़मबाजी शुरू कर दी है.

दरअसल, पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने आम चुनाव में किसी भी पार्टी को स्पष्ट बहुमत नहीं मिलने के कारण गठबंधन सरकार बनाने के लिए प्रतिद्वंद्वी दलों से हाथ मिलाने का आह्वान कर दिया है. जेल में बंद पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की पार्टी द्वारा समर्थित स्वतंत्र उम्मीदवारों ने अब तक 224 सीट के घोषित परिणाम में से 92 सीट जीतकर सबको हैरान कर दिया है. चुनाव आयोग के लेटेस्ट आंकड़ों के अनुसार, 265 में से 224 निर्वाचन क्षेत्रों के परिणाम घोषित कर दिए गए हैं. इमरान खान की पार्टी द्वारा समर्थित निर्दलीय उम्मीदवारों को 92 सीट मिलीं, जबकि पीएमएल-एन को 63 और पीपीपी को 50 सीट मिलीं. छोटी पार्टियों को 19 सीट मिलीं.

इमरान खान ने जेल से किया खेल
इमरान खान की पार्टी पीटीआई समर्थित स्वतंत्र उम्मीदवारों की जीत की संख्या ने पाकिस्तानी सेना को भी चौंका दिया है. पाकिस्तानी आवाम ने भले ही इमरान खान के नाम पर वोट दिया और उनके निर्दलीय उम्मीदवारों को जिताया, मगर जिस तरह से जोड़-तोड़ की राजनीति पाकिस्तान में शुरू हो गई है, उससे साफ लग रहा है कि सेना की मदद से नवाज शरीफ पाकिस्तान में गठबंधन की सरकार बना लेंगे. इसके लिए नवाज शरीफ ने अपने भाई शहबाज शरीफ को काम पर लगा दिया है, जिनका फोकस बिलावल भुट्टो समेत अन्य दलों के लोगों को एक साथ लाना है.

नवाज ने लिया यूटर्न
पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) के लाहौर स्थित केंद्रीय सचिवालय में पार्टी समर्थकों को संबोधित करते हुए 74 वर्षीय नवाज शरीफ ने कहा कि उनकी पार्टी खान की पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) द्वारा समर्थित स्वतंत्र उम्मीदवारों की जीत सहित सभी पार्टियों के जनादेश का सम्मान करती है. किसी भी पार्टी के साथ गठबंधन नहीं करने के अपने रुख में बदलाव करते हुए नवाज शरीफ ने शुक्रवार को कहा कि पाकिस्तान को मुश्किलों से बाहर निकालने के लिए सभी राजनीतिक दलों को एक साथ बैठने और सरकार बनाने की जरूरत है.

नवाज ने गठबंधन की वकालत की
नवाज शरीफ ने कहा, ‘हम बार-बार चुनाव नहीं करा सकते. हम सभी कल एक साथ बैठे थे, लेकिन नतीजे नहीं आने के कारण आपको संबोधित नहीं किया. तीन बार प्रधानमंत्री रहे शरीफ ने कहा, ‘चुनावों के बाद हमारी पार्टी देश में सबसे बड़ी विजेता पार्टी बनकर उभरी है. पाकिस्तान को संकट से बाहर निकालने के लिए हम चाहते हैं कि अन्य पार्टियां गठबंधन सरकार बनाने के लिए हाथ मिलाएं.’ पूर्व प्रधानमंत्री ने कहा, ‘एजेंडा केवल खुशहाल पाकिस्तान है और आप जानते हैं कि हमने पहले क्या किया है.’ उन्होंने अपने संबोधन में कहा, ‘सभी को सद्भाव से बैठना चाहिए और पाकिस्तान को कठिनाइयों से बाहर निकालना चाहिए.’

‘पाकिस्तान लड़ाई नहीं चाहता’
इमरान खान का नाम लिए बिना नवाज शरीफ ने कहा, ‘जो लोग लड़ने के मूड में हैं, मैं उन्हें बताना चाहता हूं कि पाकिस्तान इस लड़ाई को बर्दाश्त नहीं कर सकता. पाकिस्तान को कम से कम 10 साल तक स्थिरता की जरूरत है क्योंकि यह पाकिस्तानियों के जीवन का मामला है.’ नवाज शरीफ ने कहा कि वह पड़ोसी देशों के साथ सौहार्दपूर्ण संबंध विकसित करना चाहते हैं. शरीफ ने घोषणा की कि उन्होंने अपने छोटे भाई और पीएमएल-एन अध्यक्ष शहबाज शरीफ को गठबंधन सरकार के गठन के लिए पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) के आसिफ अली जरदारी, जमीयत उलेमा-ए-इस्लाम (एफ) के प्रमुख फजलुर रहमान और मुत्ताहिदा कौमी मूवमेंट (एमक्यूएम) के खालिद मकबूल सिद्दीकी से संपर्क करने का काम सौंपा है.

इमरान के बाद पीएमएल-एन के नेतृत्व वाला गठबंधन सत्ता में
मीडिया की खबरों के मुताबिक, पीपीपी के सह-अध्यक्ष जरदारी लाहौर पहुंच गए हैं और सरकार गठन के संबंध में पीएमएल-एन नेतृत्व से मुलाकात कर सकते हैं. अप्रैल 2022 में इमरान खान के अपदस्थ होने के बाद पीएमएल-एन के नेतृत्व वाला गठबंधन 16 महीने तक सत्ता में रहा. इससे पहले, पीटीआई अध्यक्ष बैरिस्टर गौहर खान ने पीपीपी और पीएमएल-एन के साथ गठबंधन करने से इनकार करते हुए कहा था कि उनकी पार्टी अपने दम पर संघीय सरकार बनाने की स्थिति में है. गौहर खान ने दावा किया कि उनकी पार्टी नेशनल असेंबली की 150 सीट जीत रही है और केंद्र में सरकार बनाने के लिए आवश्यक सीट हासिल करने में सक्षम होगी. उन्होंने कहा, ‘हम पीपीपी और पीएमएल-एन के साथ गठबंधन सरकार बनाने का इरादा नहीं रखते हैं.’ गौहर खान ने कहा, ‘हम केंद्र और पंजाब में सरकार बनाएंगे.’ गौहर खान ने खैबर-पख्तूनख्वा के बुनेर क्षेत्र में एनए-10 सीट पर जीत हासिल की. पीटीआई के नेता और नेशनल असेंबली के पूर्व स्पीकर असद कैसर ने भी जीत दर्ज की है.

इमरान जेल में हैं बंद
पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान (71) जेल में हैं और उनके चुनाव लड़ने पर प्रतिबंध है. इमरान खान की पार्टी के प्रत्याशियों ने निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़ा, क्योंकि देश के उच्चतम न्यायालय ने उनकी पार्टी को उसके चुनाव चिह्न क्रिकेट का ‘बल्ला’ से वंचित करने के चुनाव आयोग के फैसले को बरकरार रखा था. मतदान बृहस्पतिवार शाम पांच बजे तक हुआ, लेकिन ईसीपी ने पहले आधिकारिक परिणाम की घोषणा 10 घंटे बाद बृहस्पतिवार देर रात तीन बजे की. इस देरी को लेकर कई लोगों ने चिंता व्यक्त की और नतीजों में हेरफेर किए जाने की आशंका जताई. खान की पार्टी ने आरोप लगाया था कि उसका जनादेश चुराया जा रहा है.

पाकिस्तान में सरकार बनाने की शर्त
पाकिस्तान में नई सरकार बनाने के लिए किसी भी पार्टी को नेशनल असेंबली में 265 में से 133 सीट जीतनी होगी. एक उम्मीदवार की मौत के बाद एक सीट पर चुनाव स्थगित कर दिया गया था. कुल मिलाकर, बहुमत हासिल करने के लिए 336 में से 169 सीट की आवश्यकता है, जिसमें महिलाओं और अल्पसंख्यकों के लिए सुरक्षित सीट भी शामिल हैं.

Tags: Imran khan, Nawaz sharif, Pakistan news



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