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Tips to deal with moody children: बच्चा अगर बात-बात पर गुस्सा या फिर अपनी बात मनवाने के लिए मुंह फुला लेता है तो, ऐसे बच्चों को हैंडल करना कई बार पैरेंट्स के लिए काफी मुश्किल हो जाता है। बच्चे स्वभाव से चंचल होते हैं। बावजूद इसके हर बच्चे का नेचर दूसरे बच्चे से अलग होता है। कुछ बच्चे शांत और समझदार तो कुछ स्वभाव से जिद्दी और मूडी होते हैं। ऐसे में अगर आप भी अपने बच्चे के मूडी नेचर से परेशान हैं तो उसके व्यवहार में बदलाव लाने के लिए अपनाएं ये असरदार टिप्स।
मूडी बच्चे को डील करने के लिए अपनाएं ये टिप्स-
खुद को करने दें एक्सप्रेस-
बच्चा भले ही मूडी स्वभाव का हो, लेकिन उसे अपनी बात रखने का मौका जरूर दें। ऐसा करने से वो अगर अपनी बात बाहर किसी से नहीं कह पाता होगा तो कम से कम घर पर तो अपने मन की बात आपको बिना डरे कह सकेगा। खुद की बात कह देने से बच्चे भीतर से काफी अच्छा फील करेगा।
बच्चे की जिद पर गुस्सा न करें-
अक्सर बच्चे के किसी बात को लेकर जिद्द करने पर ज्यादातर माता-पिता उसके ऊपर गुस्सा या फिर उसे डांटने लगते हैं। ऐसी गलती न करें। ध्यान रखें, छोटे बच्चों पर तो पैरेंट्स की ये ट्रिक काम कर जाती है लेकिन टीनएज बच्चों में ये ट्रिक काम नहीं करती है। इस उम्र के बच्चों के मन में एक अलग तरह का विद्रोह होता है, जो गुस्सा करने पर उन्हें कोई गलत कदम उठाने पर मजबूर कर सकता है।
20 सेकेंड तक गले लगाकर रखें-
एक रिसर्च के अनुसार ह्यूमन टच में क्रोध को शांत करने का गुण मौजूद होता है। ऐसे में अगर कभी आपका बच्चा किसी बात को लेकर जिद्द या गुस्सा करता है तो आप उसे अपने पास बुलाकर 20 सेकेंड तक अपने गले से लगाने के बाद उसे समझाएं।
अपनी बात रखना सिखाएं-
जो बच्चे स्वभाव से मूडी होते हैं, उनके साथ अक्सर ये समस्या बनी रहती है कि वो खुद को दूसरों के सामने अच्छी तरह एक्सप्रेस नहीं कर पाते हैं। ऐसे में खुद को एक्सप्रेस करने के चक्कर में वो कई बार दूसरे लोगों से गलत व्यवहार कर बैठते हैं।
जरूर करें तारीफ-
मूडी बच्चों को हैंडल करने के लिए उनकी सराहना भी जरूर करें। अगर आपका बच्चा मूडी है लेकिन उसने कोई अच्छा काम किया है तो आप उसकी तारीफ करने में बिल्कुल भी कंजूसी ना करें। आपके ऐसा करने से उसे प्रोत्साहन मिलेगा और बच्चा अपनी तारीफ सुनने के लिए अच्छा बिहेव करने की कोशिश करेगा।