Home World मेटा के ऐक्शन से पंगु हो गई तालिबान की ‘वॉट्सऐप सरकार’, परेशान हैं लड़ाके

मेटा के ऐक्शन से पंगु हो गई तालिबान की ‘वॉट्सऐप सरकार’, परेशान हैं लड़ाके

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मेटा के ऐक्शन से पंगु हो गई तालिबान की ‘वॉट्सऐप सरकार’, परेशान हैं लड़ाके

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तालिबान पर अमेरिकी कंपनी मेटा के ऐक्शन के बाद अफगानिस्तान की सत्ता पर काबिज कट्टरपंथियों की मुसीबत बढ़ गई है। दरअसल अनपढ़ तालिबानियों के लिए वॉट्सऐप सरकार चलाने का एक अच्छा जरिया बन गया था लेकिन बीते कुछ दिनों से तालिबानी अधिकारियों, सुरक्षाबलों और अन्य प्रशासकीय ग्रुप को बैन किया जा रहा है। तालिबान की सरकार वॉट्सऐप पर ही चल रही थी। छोटे से लेकर बड़े अधिकारी तक वॉट्सऐप के जरिए ही निर्देश देते थे। लेकिन अब एक-एक कर अधिकारियों के अकाउंट ब्लॉक किए जा रहे हैं। 

बता दें कि अमेरिका हमेशा से ही तालिबान और उसके किसी भी रूप को अपराधी मानता रहा है। इसी के चलते मेटा ग्रुप नेम, प्रोफाइल पिक्चर, फोटो और मेसेज को पहचानकर अकाउंट ब्लॉक कर देता है। अमेरिका ने तालिबान पर दो दशक पहले ही प्रतिबंध लगाए थे जो कि अब भी चले आ रहे हैं। मेटा की इस कार्रवाई से तालिबान के बहुत सारे लड़ाके पंगु बन गए हैं। दरअसल वे अनपढ़ थे लेकिन वॉट्सऐप के जरिए अपना  मेसेज रिकॉर्ड करके भेज दिया करते थे। दूसरी तरफ से मिलने  वाले निर्देश को भी पटन दबाकर सुन लिया करते थे। 

अफगानिस्तान में 4जी नेटवर्क में सुधार के बाद यहां स्मार्टफोन का चलन बढ़ा। इसके बाद तालिबान प्रशासकीय कामकाज में तेजी से वॉट्सऐप का इस्तेमाल करने लगा। सरकारी विभाग भी कर्मचारियों को जानकारी देने या फिर निर्देश देने के लिए वॉट्सऐप का इस्तेमाल करते थे। इसके अलावा पत्रकारों तक भी जानकारी पहुंचाने के लिए इसका इस्तेमाल किया जाता है। तालिबानी लड़ाके आईएस के ठिकानों पर हमला करने के लिए भी वॉट्सऐप के जरिए समन्वय करते थे। 

तालिबान के एक पुलिस प्रवक्ता शीर अहमद बुरहानी ने कहा, हमारे लिए वॉट्सऐप बहुत जरूरी है। अगर वॉट्सऐप नहीं होगा तो हमारे सारे कामकाज खराब हो जाएंगे। एक रिपोर्ट के मुताबिक तालिबान में इस समय 70 फीसदी आबादी के पास सेलफोन है। अफगानी सरकार से लड़ाई के दौरान भी तालिबानी वॉट्सऐप का जमकर इस्तेमाल करते थे और तस्वीरें, वीडियोज अपने आकाओं को भेजते थे।  

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