आईटी प्रोजेक्ट मैनेजर करीना गैस्पारोवा ने EssDOCS में अपने बॉस एलेक्जेंडर गौलैंड्रिस के खिलाफ कई आरोप लगाए। बॉस की ओर से लिखे गए मेल, कंप्यूटर फाइलों के नाम और वीडियो कॉल के दौरान किए गए व्यवहार के आधार महिला ने दावा किया कि उसका बॉस उसके साथ यौन संबंध बनाना चाहता है। गैस्पारोवा ने दावा किया कि मेल में लिखे गए सवालिया निशानों का मतलब है वास्तव में संबंध बनाने के लिए पूछना था।
महिला ने लगाए अश्लीलता के आरोप
महिला ने यह भी कहा कि उसका बॉस एक वर्क कॉल के दौरान ‘अपने बालों में हाथ फेरकर’ और ‘घूरकर’ उसके साथ फ्लर्ट करने की कोशिश कर रहा था। बॉस ने मेल के वाक्यों में ‘xx’ और ‘????’ सिंबल का इस्तेमाल किया था। गैस्पारोवा का दावा है कि ‘xx’ का मतलब ‘किस’ से है। जबकि ‘yy’ यौन संबंधों को दिखाता है और मेल में इस्तेमाल किए गए ‘????’ का मतलब था कि वह उससे यौन संबंध बनाने के लिए पूछ रहा था।
कोर्ट ने दिया महिला को बड़ा झटका
कोर्ट में महिला ने कहा कि उसे लगता है कि उसके बॉस उस पर सिर्फ इसलिए चिल्लाए क्योंकि वह यौन संबंध बनाना चाहते थे और उसने इस प्रस्ताव को ठुकरा दिया था। मामले की सावधानीपूर्वक जांच करने और सबूतों की समीक्षा करने के बाद लंदन सेंट्रल कोर्ट के एम्प्लॉयमेंट ट्रिब्यूनल ने निष्कर्ष निकाला कि घटनाओं को देखने का महिला का नजरिया गलत था। जज ने कहा कि गैस्पारोवा ने सबूतों के बिना ही सनसनीखेज दावे किए। कोर्ट ने महिला को EssDOCS को 5,13,012 रुपये की राशि का भुगतान करने का आदेश दिया है।