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भारत के स्टार भाला फेंक खिलाड़ी नीरज चोपड़ा ने 2023 के सत्र में शानदार प्रदर्शन किया तथा उन्होंने जिस प्रतियोगिता में भी भाग लिया उसमें पदक जीता, लेकिन इस स्टार एथलीट को यह स्वीकार करने में कोई हिचक नहीं कि पेरिस ओलंपिक में अपने स्वर्ण पदक का बचाव करना आसान नहीं होगा, क्योंकि लंबे समय तक अपनी फॉर्म को बरकरार रखना बड़ी चुनौती है। नीरज चोपड़ा को वर्ल्ड एथलेटिक्स की तरफ से मेल एथलीट ऑफ द ईयर अवॉर्ड के लिए नॉमिनेट किया गया है।
नीरज चोपड़ा ने कहा कि पिछले कुछ समय से 80 मीटर तक भाला फेंकने के लिए भी संघर्ष कर रहे ग्रेनाडा के दो बार के विश्व चैंपियन एंडरसन पीटर्स को कमतर मानना बुद्धिमत्ता पूर्ण नहीं होगा। पीटर्स ने टोक्यो ओलंपिक में पदक के प्रबल दावेदार के रूप में भाग लिया था, लेकिन वह फाइनल्स के लिए भी क्वॉलिफाई नहीं कर पाए थे। चोपड़ा ने पीटीआई से कहा, ”मेरे लिए अपने स्वर्ण पदक का बचाव करना मुश्किल होगा, क्योंकि वहां लोगों की अपेक्षाओं का दबाव भी रहेगा। कई वर्षों तक फॉर्म बरकरार रखना भी चुनौती पूर्ण है, लेकिन मैं अपनी तरफ से सर्वश्रेष्ठ तैयारी करूंगा और पेरिस में अपना सर्वश्रेष्ठ देने की कोशिश करूंगा।”
उन्होंने ग्रेनाडा के खिलाड़ी को लेकर कहा, ”पीटर्स अच्छी फॉर्म में नहीं है, लेकिन अगले साल के लिए हम अभी से कुछ नहीं कह सकते। एक साल का समय लंबा होता है और हर कोई अपनी तरफ से सर्वश्रेष्ठ फिटनेस और फॉर्म बनाए रखने की कोशिश करेगा। मैं 2019 में चोटिल हो गया था और फिर पूरे साल भर नहीं खेल पाया था। हर खिलाड़ी चोटों से गुजरता है और उसकी फॉर्म में गिरावट आती है। पेरिस ओलंपिक में प्रतिस्पर्धा बेहद कड़ी होगी। अन्य खेलों में भी ऐसा होगा।”
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चोपड़ा ने हाल में एशियाई खेलों में 88.88 मीटर भाला फेंक कर स्वर्ण पदक जीता था। यह उनका इस सत्र का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन भी था। उन्हें इस दौरान हमवतन किशोर जेना से कड़ी चुनौती मिली थी। जेना ने रजत पदक हासिल किया था। चोपड़ा से पूछा गया कि क्या उन्हें लगता है कि पेरिस में दो भारतीय एथलीट भाला फेंक में पदक जीतने में सफल रहेंगे, उन्होंने कहा, ”यह कहना मुश्किल है। यह आसान नहीं होगा, लेकिन यदि हम अच्छा प्रदर्शन जारी रखते हैं और अपना सर्वश्रेष्ठ देते हैं तो फिर अगर अगले साल नहीं तो भविष्य की प्रतियोगिताओं में ऐसा हो सकता है।”