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जिओ न्यूज ने अपने रिपोर्ट में लिखा, ‘नरेंद्र मोदी सरकार इंडिया का नाम बदलकर भारत करने पर विचार कर रही है। इस दिशा में एक प्रस्ताव जल्द ही देश की संसद में पेश किया जा सकता है। संसद का यह सत्र 18 से 22 सितंबर के बीच शुरू होने जा रहा है।’ पाकिस्तानी टीवी चैनल ने आरोप लगाया कि मोदी सरकार के कार्यकाल में पिछले कुछ वर्षों में भारतीय अधिकारियों ने कई ऐसे शहरों और स्थानों के नाम बदल दिए हैं जो मुस्लिम नेताओं के नाम पर रखे गए थे। इससे भारत के अल्पसंख्यक नाराज हैं।
‘तुर्की के बाद अब भारत बदलेगा अपना नाम ?’
पाकिस्तान ही नहीं दुनियाभर के कई विश्लेषक और पत्रकार ‘भारत’ को लेकर चर्चा कर रहे हैं। एक रूसी मूल की पत्रकार ने कहा कि ब्रिक्स का नाम बदलना होगा। उन्होंने कहा कि तुर्की के बाद भारत दूसरा ऐसा देश है जो अपना नाम बदल सकता है। बता दें कि भारत बनाम इंडिया को लेकर पूरे भारत में इस समय चर्चा गरम हो गई है। कांग्रेस ने मंगलवार को आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार में ‘राज्यों के संघ’ पर हमला हो रहा है और दावा किया कि जी-20 रात्रिभोज के निमंत्रण में राष्ट्रपति को ‘प्रेसिडेंट ऑफ इंडिया’ की जगह ‘प्रेसिडेंट ऑफ भारत’ बताया गया है।
कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने सोशल नेटवर्किंग साइट ‘एक्स’ पर जारी एक पोस्ट में कहा, ‘यह खबर वास्तव में सच है। राष्ट्रपति भवन ने जी-20 शिखर सम्मेलन के लिए नौ सितंबर को ‘प्रेसिडेंट ऑफ इंडिया’ के बजाय ‘प्रेसिडेंट ऑफ भारत’ के नाम पर निमंत्रण भेजा है।’ उन्होंने कटाक्ष करते हुए कहा, ”अब, संविधान के अनुच्छेद 1 में पढ़ा जा सकता है: ‘भारत जो इंडिया था, राज्यों का एक संघ होगा’। लेकिन अब इस ‘राज्यों के संघ’ पर भी हमले हो रहे हैं।’ जी-20 शिखर सम्मेलन भारत की अध्यक्षता में नौ से 10 सितंबर तक राष्ट्रीय राजधानी में आयोजित किया जा रहा है और अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन सहित दुनिया भर के कई राष्ट्राध्यक्ष इसमें भाग ले रहे हैं।
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