Home Life Style मौसम बदलने से वायरल और बैक्टीरियल इंफेक्शन का डबल अटैक ! डॉक्टर बोले- तेजी से फैल सकती हैं ये बीमारियां

मौसम बदलने से वायरल और बैक्टीरियल इंफेक्शन का डबल अटैक ! डॉक्टर बोले- तेजी से फैल सकती हैं ये बीमारियां

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मौसम बदलने से वायरल और बैक्टीरियल इंफेक्शन का डबल अटैक ! डॉक्टर बोले- तेजी से फैल सकती हैं ये बीमारियां

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हाइलाइट्स

धीरे-धीरे मच्छरों का प्रकोप बढ़ रहा है, जिससे डेंगू का खतरा बढ़ रहा है.
इन दिनों मलेरिया और टाइफाइड के मामले भी बढ़ते हुआ नजर आ रहे हैं.

All About Seasonal Infections: सर्दियां खत्म हो गई हैं और धीरे-धीरे गर्मियों की शुरुआत होने लगी है. मौसम बदलने पर बीमारियां भी फैलने लगती हैं. सुबह के वक्त हल्की सर्दी महसूस होती है, तो दोपहर के वक्त गर्मी हो जाती है. इस मौसम में वायरल और बैक्टीरियल इंफेक्शन तेजी से बढ़ने लगता है. इन इंफेक्शंस की वजह से सर्दी-जुकाम, खांसी, बुखार, गले में खराश की समस्या हो जाती है. वायरल इंफेक्शन एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में तेजी से फैल सकता है और यह आमतौर पर 5-7 दिनों में खत्म हो जाता है. बैक्टीरियल इंफेक्शन को ठीक होने में ज्यादा वक्त लगता है.

दिल्ली मेडिकल एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष डॉक्टर अनिल बंसल कहते हैं कि इस वक्त मौसम न ज्यादा ठंडा है और न ज्यादा गर्म. इस मौसम में वायरस और बैक्टीरिया को पनपने का मौका मिल जाता है. 25-30 डिग्री सेल्सियस के तापमान में वायरल और बैक्टीरियल इंफेक्शंस तेजी से फैलने लगते हैं. इस मौसम में सर्दी-जुकाम, बुखार, खांसी, गले में इंफेक्शन, टाइफाइड, मलेरिया, डेंगू, चिकनगुनिया का खतरा बढ़ जाता है. इसके अलावा एलर्जी, ब्रोंकाइटिस और अस्थमा के मरीजों को परेशानी होने लगती है. इस वक्त मच्छरों का प्रकोप बढ़ने लगा है, जिससे तेजी से बीमारियां फैल रही हैं. आने वाले कुछ सप्ताह में इन बीमारियों के मामले तेजी से बढ़ सकते हैं. इससे बचने के लिए लोगों को सभी कदम उठाने चाहिए.

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डॉक्टर बंसल के मुताबिक इस मौसम में अधिकतर बीमारियां वायरल और बैक्टीरियल इंफेक्शन की वजह से होती हैं. वायरल इंफेक्शन की कंडीशन में लोग 5-7 दिनों में रिकवर हो जाते हैं. अगर परेशानियां एक सप्ताह से ज्यादा हों, तो यह बैक्टीरियल इंफेक्शन हो सकता है और डॉक्टर से मिलने की जरूरत होती है. आमतौर पर अगर आपका बुखार या गले में दिक्कत 4-5 दिनों से ज्यादा तक है, तो डॉक्टर से मिलें और अपना ब्लड टेस्ट कराएं. कई बार लोग घर पर ही दवाएं लेना शुरू कर देते हैं, लेकिन ऐसा नहीं करना चाहिए. ज्यादा दिक्कत होने पर लोग पैरासिटामोल या एंटी-एलर्जिक दवाएं ले सकते हैं. डॉक्टर की सलाह के बिना एंटीबायोटिक दवाएं नहीं लेनी चाहिए, वरना दिक्कत हो सकती है.

कैसे करें वायरल इंफेक्शंस से बचाव?

डॉक्टर अनिल बंसल के अनुसार वायरल इंफेक्शंस से बचने के लिए लोगों को सावधानी बरतनी चाहिए. जो लोग सर्दी-जुकाम, खांसी या बुखार से संक्रमित हैं, उनसे दूरी बनाएं. मच्छरों से बचने की पूरी कोशिश करें. टाइफाइड गंदे पानी और खाने की वजह से होता है. ऐसे में हाइजीन का विशेष ध्यान रखें. इस वक्त कोविड का खतरा भी है, इसलिए घर से निकलते वक्त मास्क लगाएं. भीड़भाड़ वाली जगहों पर जाने से बचें और सैनिटाइजर का इस्तेमाल करें. अगर आपको बुखार आए, तो पैरासिटामोल ले सकते हैं. अगर 3-4 दिन में तबियत ठीक न हो, तो डॉक्टर से मिलकर ब्लड टेस्ट कराएं. खुद से घर पर इलाज न करें और डॉक्टर से दवाएं लें. हेल्दी डाइट लें और रोज एक्सरसाइज करें. इम्यूनिटी को मजबूत रखें.

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Tags: Flu, Health, Lifestyle, Trending news

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