
गुलशन कश्यप/ जमुई. जमुई जिला खानपान के लिहाज से काफी समृद्ध है और यहां अलग-अलग तरह की कई दुकानें हैं. लेकिन स्ट्रीट फूड के मामले में जमुई के लोग ज्यादातर भारतीय व्यंजन खाना पसंद करते हैं. जिसमें चाट, समोसा, गोलगप्पा आदि शामिल है. ऐसे में कई ऐसे दुकान हैं, जो लोगों के बीच काफी चर्चित है. उन्हीं में से एक दुकान खैरा बाजार के राजेश कुमार मोदी की है, जहां अगर आपको गोलगप्पा खाना है तो आपको तीन बजने से पहले ही पहुंचना पड़ेगा, नहीं तो आपको इनके दुकान का गोलगप्पा खाने का मौका नहीं मिलेगा.
रोजाना तीन से चार हजार की होती है बिक्री
राजेश कुमार मोदी ने बताया कि वह पिछले 14 सालों से यह दुकान लगा रहे हैं तथा गोलगप्पा के साथ-साथ चाट की भी की भी बिक्री दुकान में की जाती है. प्रतिदिन दुकान में 250 से 300 प्लेट चाट की बिक्री होती है. इसके अलावा गोलगप्पा की अगल से बिक्री होती है. उन्होंने बताया कि सुबह 11:00 बजे तक दुकान लग जाती है और दोपहर बाद 3 बजे से पहले दुकान में गोलगप्पा समाप्त हो जाता है. प्रतिदिन यही स्थिति देखने को मिलती है. उन्होंने बताया कि इस दुकान से प्रतिदिन 3 से 4 हजार रूपए कमा लेते हैं, इस कारण यह दुकान उनकी आमदनी का जरिया भी बना हुआ है.
छोला वाले गोलगप्पा का लोग करते हैं अधिक डिमांड
आमतौर पर गोलगप्पे के अंदर आलू और गोलगप्पे का पानी डाला जाता है. जिसे लोग धनिया और पुदीना के स्वाद के साथ खाना पसंद करते हैं. लेकिन राजेश के दुकान में छोले वाले गोलगप्पे की अच्छी खासी डिमांड है. इनकी दुकान में गोलगप्पे की पांच अलग-अलग वैरायटी बनाई जाती है. जिसमें पानी वाला गोलगप्पा, छोले वाला गोलगप्पा, मीठी चटनी गोलगप्पा, सूखा गोलगप्पा और दही बड़े गोलगप्पे बनाए जाते हैं. लेकिन सबसे ज्यादा लोग छोला वाला गोलगप्पा की डिमांड करते हैं तथा सबसे ज्यादा इसी की बिक्री होती है. तो अगर आप भी गोलगप्पा खाने के शौकीन हैं, तो तीन बजने से पहले राजेश की दुकान पर जाकर लाजवाब गोलगप्पे का लुत्फ उठा सकते हैं.
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FIRST PUBLISHED : August 04, 2023, 08:53 IST