
[ad_1]
रजनीश यादव/प्रयागराज: यदि कोई भूखे जरूरतमंद को सम्मान के साथ भोजन करा दे, तो वह व्यक्ति उस जरूरतमंद के लिए किसी फरिश्ते या देवदूत से कम नहीं है. ऐसे ही एक भोजनालय के बारे में आज हम आपको बताएंगे जो प्रयागराज में चलता है. ये रसोई मात्र पांच रुपये में गरीब और जरूरतमंदों को पेट भरकर भोजन कराती है. इस रसोई में प्रतिदिन सैकड़ों लोग आकर भोजन करते हैं. प्रयागराज की नैनी में अन्नपूर्णा भोजनालय खोला गया इसके पीछे पांच लोगों का दिमाग है.
अभिलाष केसरवानी बताते हैं कि जब कोविड का विकराल दौर चल रहा था उस समय कुछ गरीब वंचित लोग ऐसे भी थे, जो दो रोटी का जुगाड़ तक नहीं कर पाते थे. ऐसे में मन में आया कि हम लोग मिलकर एक भोजनालय क्यों ना खोल दें, जहां पर मुफ्त में लोगों को भरपेट खाना खिला सकें. प्रांजल केसरवानी, रवि कुशवाहा और अनूप पांडे ने साथ मिलकर भोजनालय के अपने-अपने काम को बांट लिया.
5 रुपये में मिलता है भरपेट खाना
इनमें से कोई कढ़ी चावल प्रदान करता है तो कोई कारीगर को प्रदान करता है वही दोना पत्तल की जिम्मेदारी अभिलाष केसरवानी पर होती है. प्रांजल केसरवानी बताते हैं कि हम लोग खाना मुफ्त में खिलाते हैं, लेकिन ₹5 की जो राशि ली जाती है वह सहयोग राशि के रूप में ली जाती है. इसके अलावा पूरे फंड की व्यवस्था हम लोग मिलकर करते हैं. रवि कुशवाहा बताते हैं कि खाना खिलाने तक की सारी व्यवस्था की जिम्मेदारी हमारी होती है.
हर किसी को स्वादिष्ट खाना परोसा जाता है
प्रांजल केसरवानी बताते हैं कि पिछले 3 साल से सुबह 8:00 बजे ही नैनी में कढ़ी चावल अन्नपूर्णा भोजनालय पर मिलना शुरू हो जाता है. अब तो सभी को समय भी मालूम रहता है इसलिए जैसे ही 8 बजते हैं खाने वालों की लाइन लगनी शुरू हो जाती है. बताते हैं कि हमारा मुख्य उद्देश्य है कि भूख मुक्त भारत. वैसे भी जब लोग किसी रेस्टोरेंट होटल में खाना खाने जाते हैं तो इसके लिए उनको काफी भारी कीमत अदा करनी होती है. इससे जो गरीब होते हैं वह खाने से भी वंचित रह जाते हैं. यह भोजनालय इन गरीब बेसहारा लोगों को फोकस करते हुए चलाया जाता है.
.
Tags: Food, Food 18, Hindi news, Local18
FIRST PUBLISHED : December 17, 2023, 08:07 IST
[ad_2]
Source link