Saturday, November 9, 2024
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यह एंटीबायोटिक रेसिस्टेंट बैक्टीरिया हेल्थ के लिए है बेहद खतरनाक, इस तरह से करें बचाव


हाइलाइट्स

जिन बैक्टीरिया पर एंटीबायोटिक का कोई असर नहीं होता है उन्हें एंटीबायोटिक रेजिस्टेंस बैक्टीरिया कहा जाता है.
यह बैक्टीरिया हमारे लिए बेहद खतरनाक साबित हो सकते हैं.
कुछ आसान तरीकों से एंटीबायोटिक रेजिस्टेंस से बचा जा सकता है.

Antibiotic resistance bacteria: एंटीबायोटिक्स वो मेडिसिन्स हैं, जो बैक्टीरियल इंफेक्शंस से लड़ने में मदद करती हैं. अगर इनका सही से इस्तेमाल करे, तो यह जीवन बचा सकती हैं. लेकिन, आज एक एक समस्या बहुत बढ़ रही है जिसे एंटीबायोटिक रेजिस्टेंस कहा जाता है. यह समस्या तब होती है जब बैक्टीरिया बदल जाते हैं और एंटीबायोटिक के प्रभाव को रेसिस्ट करते हैं. यह रेजिस्टेंस बैक्टीरिया बढ़ते और मल्टीप्लाई होते रहते हैं और इन पर एंटीबायोटिक्स का कोई प्रभाव नहीं पड़ता है. इन्हें एंटीबायोटिक रेजिस्टेंस बैक्टीरिया कहा जाता है.

हर बार जब हम एंटीबायोटिक्स लेते हैं, तो बैक्टीरिया का रेसिस्टेंट होने का रिस्क रहता है. रेसिस्टेंट इंफेक्शंस गंभीर हो सकते हैं और इनका उपचार करना भी कई बार मुश्किल हो सकता है. यानी, यह एंटीबायोटिक रेसिस्टेंट बैक्टीरिया खतरनाक हो सकते हैं खतरनाक. आइए जानिए इनके बारे में.

एंटीबायोटिक रेसिस्टेंट बैक्टीरिया कैसे हो सकते हैं खतरनाक?
मायो क्लीनिक के अनुसार एंटीबायोटिक्स का मिसयूज या अधिक इस्तेमाल करना एंटीबायोटिक रेजिस्टेंस का कारण बन सकता है. इसलिए डॉक्टर इस मेडिसिन की हमेशा सही डोज लेने की सलाह देते हैं. ताकि एंटीायोटिक रेजिस्टेंस से बचा जा सके. एंटीबायोटिक्स का मिसयूज या अधिक इस्तेमाल करने से हमारा शरीर एंटीबायोटिक रेजिस्टेंस हो जाता है. यानी, एंटीबायोटिक रेसिस्टेंट बैक्टीरिया पर एंटीबायोटिक्स का कोई असर नहीं होता. जिससे यह बैक्टीरिया बढ़ते रहते हैं और बैक्टीरियल इंफेक्शन को ट्रीट करना बहुत मुश्किल हो जाता है. इसलिए इन्हें खतरनाक माना जाता है.

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एंटीबायोटिक रेजिस्टेंस से कैसे बचा जा सकता है?
एंटीबायोटिक रेजिस्टेंस से बचने के तरीके इस प्रकार हैं:
-वायरस जैसे कोल्ड या फ्लू में एंटीबायोटिक्स का इस्तेमाल न करें. क्योंकि, वायरस पर यह काम नहीं करती हैं.

-अगर आपको एंटीबायोटिक्स लेने की जरूरत पड़ती है, तो डॉक्टर की सलाह का पूरी तरह से पालन करें. अच्छा महसूस होने के बाद भी मेडिसिन को डॉक्टर द्वारा बताए अनुसार लें. अगर आप अपनी मर्जी से इसे लेना बंद कर देते हैं, तो कुछ बैक्टीरिया सर्वाइव कर जाते हैं और आपको फिर से इंफेक्शन हो सकता है.

-अपनी एंटीबायोटिक्स को दूसरों के साथ शेयर न करें.

-एंटीबायोटिक्स को बाद के लिए न बचाएं या किसी अन्य के कहने पर इसे न लें. डॉक्टर की सलाह के बाद ही इन्हें लें.

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Tags: Health, Lifestyle



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