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Lok Sabha Election 2024: उत्तर प्रदेश की 40 लोकसभा सीटों पर इंडिया गठबंधन को खासी मशक्कत करनी पड़ेगी। इन सीटों पर पिछली बार 50 प्रतिशत से ज्यादा वोट लेकर भाजपा ने जीत हासिल की थी। इनमें पश्चिमी यूपी की फतेहपुर सीकरी और गाजियाबाद से लेकर पूर्वांचल की वाराणसी, इलाहाबाद और गोरखपुर तक की सीटें शामिल हैं।
अभी तक भाजपा ने 80 सीटों में 51 सीटों पर और समाजवादी पार्टी ने 30 सीटों पर प्रत्याशी उतारे हैं। सपा की सहयोगी कांग्रेस भी जल्द अपने प्रत्याशियों का ऐलान करने जा रही है। पिछली बार सपा की सहयोगी बसपा इस बार इंडिया गठबंधन के सामने खड़ी है। इस तरह इंडिया गठबंधन के सामने एक ओर सर्वाधिक सशक्त भाजपा और दूसरी ओर बसपा है।
इसमें कोई दो राय नहीं कि अधिकांश सीटों पर भाजपा को टक्कर दे पाना आसान नहीं। पिछली बार की 40 लोकसभा सीटों पर भाजपा प्रत्याशियों ने 50 प्रतिशत से ज्यादा वोट पाकर जीत दर्ज की। सपा के साथ इस बार बसपा की बजाए कांग्रेस है। यह दोनों दलों को मिल कर इन चालीस सीटों काफी जूझना होगा। एक तो इनमें ज्यादातर सीटें भाजपा की गढ़ रही हैं और दूसरे यहां भाजपा के दिग्गज नेता यहां से चुनाव लड़ते हैं। इनमें सर्वाधिक महत्वपूर्ण सीट वाराणसी की है जहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तीसरी बार चुनाव लड़ने जा रहे हैं।
पिछली बार 57 सीटों पर भारी अंतर से जीत-हार
सपा-कांग्रेस गठबंधन के तहत कांग्रेस के हिस्से में 50 प्रतिशत से ज्यादा वोट वाली सीटें बुलंदशहर, झांसी, फतेहपुर सीकरी, बांसगांव इलाहाबाद, वाराणसी, गाजियाबाद आईं हैं और यहां कांग्रेस को यहां एड़ी चोटी जोर लगाना पड़ेगा। साथ ही सपा अपना कितना वोट यहां ट्रांसफर करा पाएगी। इनके अलावा बाकी सीटें सपा को लड़नी हैं। वहां भी वोट ट्रांसफर का सवाल है। बीते लोकसभा चुनाव में भाजपा 50 प्रतिशत से ज्यादा वोट लेकर 40 सीट, बसपा 10 सीट व सपा पांच सीट व कांग्रेस व अपना दल दो सीट जीती थी। इस तरह 57 सीटों पर भारी अंतर से हार जीत हुई थी।
इन सीटों पर भाजपा के 50 से ज्यादा वोट
सीट मिले वोट प्रतिशत में
फतेहपुर सीकरी 64.24
वाराणसी 63.6
गाजियाबाद 61.93
मथुरा 60. 79
बुलंदशहर 60.56
गोरखपुर 60.62
गौतमबुद्धनगर 59.64
हाथरस 59.64
पीलीभीत 59.34
कानपुर 55.6
फर्रुखाबाद 56.80
हाथरस 59.43
फूलपुर 55.63
बरेली 52.88