अनिद्य बनर्जी
नई दिल्ली. भगवाधारी, महंत और कट्टर हिंदू, दोनों के बीच जबर्दस्त समानताएं हैं. वह उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की तरह ही भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के मौजूदा सांसद भी हैं. इसमें कोई आश्चर्य नहीं कि बालकनाथ खुद को ‘राजस्थान का योगी’ कहते हैं. उनकी अभियान टीम द्वारा गाए गए कुछ गानों में उन्हें ‘छोटा योगी’ भी कहा गया है.
बालकनाथ की योगी आदित्यनाथ से नजदीकियों की खूब चर्चा हो रही है. आदित्यनाथ ने 2019 के लोकसभा चुनाव में बालकनाथ के लिए प्रचार किया था. और इस बार बालकनाथ के नामांकन दाखिल करने के दिन वह हरियाणा के बॉर्डर से लगे राजस्थान के तिजारा में मौजूद थे. क्षेत्र में लगे ज्यादातर होर्डिंग में केवल दो चेहरे नजर आ रहे हैं. बड़ा चेहरा योगी आदित्यनाथ का और दूसरा थोड़ा छोटा चेहरा योगी बालकनाथ का. यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी या भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा की तस्वीरों के साथ उम्मीदवारों की तस्वीर लगाने की प्रचलित प्रथा से एकदम जुदा है.
तिजारा में हैं 25 फीसदी अल्पसंख्यक
योगी बालकनाथ जिस निर्वाचन क्षेत्र तिजारा का प्रतिनिधित्व करना चाहते हैं, वह अपने आप में अनूठा स्थान है. यह एनसीआर (राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र) क्षेत्र के अंतर्गत आता है और राजस्थान के अलवर से 55 किमी उत्तर पूर्व में स्थित है. कुछ ही किलोमीटर की दूरी पर भिवाड़ी और हरियाणा का नूंह है, जहां हाल ही में बड़े पैमाने पर सांप्रदायिक झड़पें देखी गईं. यह निर्वाचन क्षेत्र उसी मेवात क्षेत्र का हिस्सा है और यहां विशेष रूप से दो वर्गों – यादव और मेव – का प्रभुत्व है. यहां की आबादी में लगभग 25 फीसदी अल्पसंख्यक हैं. इसमें कोई आश्चर्य नहीं कि भगवाधारी महंत के डीजे के धमाकेदार गीतों के साथ उन्हें ‘राजस्थान के योगी’ के रूप में चित्रित करने के अभियान ने दिलचस्पी पैदा कर दी है.
योगी बालकनाथ से हुई बातचीत के संपादित अंश
आप स्वयं को ‘राजस्थान का योगी’ क्यों कहते हैं? गाने में आपको ‘छोटा योगी’ के रूप में दर्शाया गया है. क्यों?
गाने लोगों द्वारा बनाए जा रहे हैं. मैं खुद को योगी कहता हूं क्योंकि मैं ‘नाथ’ संप्रदाय से हूं.
योगी आदित्यनाथ के साथ आपके अच्छे संबंध हैं. उन्होंने 2019 के लोकसभा चुनाव में आपके लिए प्रचार किया और इस बार भी वह यहां आए. क्या आपको लगता है कि आप राजस्थान का योगी आदित्यनाथ बन सकते हैं?
ऐसा नहीं है. लोग इसे इसी तरह देखते हैं क्योंकि हम एक ही पंथ से हैं. आज हर कोई प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जैसा बनना चाहता है. उन्होंने अपने नेतृत्व और व्यक्तित्व से जिस प्रकार भारत का विकास किया है, हर कोई उनका अनुसरण करता है और उन्हें एक आदर्श के रूप में देखता है. हम दोनों एक ही पंथ से हैं और एक तरह से हम ‘गुरु-भाई’ हैं. इसी नाते लोग इस बात को जोड़कर देखते हैं.
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Tags: Assembly Elections 2023, CM Yogi Adityanath, Five State Assembly Elections 2023
FIRST PUBLISHED : November 7, 2023, 09:32 IST