UP Nikay chunav voting: पहले चरण की ही तरह नगरीय निकाय के चुनाव के दूसरे चरण में ¦गुरुवार को हुए मतदान में भी वोटर लिस्ट में बड़े पैमाने पर गड़बड़ी सामने आयी। वोटर लिस्ट में नाम न होने की वजह से तमाम लोग मतदान से वंचित हुए। पूर्वांचल के सभी छह जिलों में वोटर लिस्ट में गड़बड़ी के मामले सामने आए। नाम में गलती होने से 100 से ज्यादा बूथों पर करीब 2100 लोग मतदान से वंचित रहे। सबसे ज्यादा आजमगढ़ में दो दर्जन बूथों पर करीब 1000 से ज्यादा लोगों ने नाम को लेकर शिकायत की। मिर्जापुर में 200, भदोही में 350,मऊ में 500 के अलावा सोनभद्र में 20 और बलिया में भी 30 से ज्यादा लोग नाम नहीं होने से वोट नहीं दे पाए। वोटर लिस्ट में नाम कटने की सबसे ज्यादा शिकायत मिलीं। इसके अलावा गलत फोटो, नाम में गलती, आधार कार्ड और वोटर कार्ड में नाम अलग-अलग होने आदि की भी शिकायतें मिली हैं। बलिया में आधा दर्जन फर्जी मतदाता भी पकड़े गए।
कानपुर नगर में भाजपा विधायक के पूरे परिवार का नाम गायब
दूसरे चरण में मतदान के दौरान गुरुवार को कानपुर में मतदाता सूची में भारी गड़बड़ी की वजह से 15 हजार से ज्यादा मतदाता वोट नहीं डाल पाए। बिल्हौर के भाजपा विधायक राहुल सोनकर (राहुल बच्चा) समेत उनके पूरे परिवार का नाम वोटर लिस्ट में नहीं था। हालांकि कंट्रोल रूम में 45 शिकायतें मतदाता सूची में गड़बड़ी की रहीं, लेकिन ऐसे हजारों लोग जो कहीं शिकायत नहीं कर पाए और बूथों से दिन भर लौटते रहे। भाजपा सांसद सत्यदेव पचौरी ने भी माना कि उनके पास काफी शिकायतें पहुंची हैं। प्रशासन ने मतदाता सूची बनाने में लापरवाही बरती है। वहीं, इटावा में पूर्व सांसद सुखदा मिश्रा समेत एक हजार से ज्यादा वोटर लिस्ट में नाम न होने से मतदान नहीं कर पाए।
बरेली व शाहजहांपुर में नाम गायब
बरेली में मतदाता सूची में नाम न होने या अन्य गड़बड़ी की करीब 30 शिकायतें कंट्रोल रूम में आईं। शाहजहांपुर के रोजा में एक बूथ पर करीब 40 लोगों के नाम वोटर लिस्ट से गायब मिले। बदायूं के इस्लामिया कॉलेज बूथ पर करीब 100 लोगों का नाम वोटर लिस्ट से गायब मिले जिसके विरोध में लोगों ने हंगामा भी किया। पीलीभीत शहर में मॉडल स्कूल बूथ पर 19 लोगों के नाम वोटर लिस्ट में न होने पर जमकर हंगामा हुआ।
शाहजहांपुर के तिलहर में दोपहर को प्रत्याशियों के बिस्तर पर लगी भीड़ को पुलिस ने लाठी फटकार कर दौड़ाया और वहां से हटा दिया। वहीं। बदायूं के बिल्सी में बिसौली से सपा विधायक को घर पर नजरबंद कर दिया गया जबकि दातागंज में एक मतदान केंद्र पर एजेंट द्वारा मोहर लगाने से नाराज महिला ने मतपत्र को फाड़ दिया। बिसौली में मतदाताओं को प्रभावित करने के आरोप में निवर्तमान चेयरमैन के बेटे को हिरासत में ले लिया गया।
गाजियाबाद में भी वोटर लिस्ट से गायब मिले नाम
गाजियाबाद के अधिकांश मतदान केन्द्रों के सभी बूथों पर 8 से 10 लोगों के नाम वोटर लिस्ट से गायब मिले। विजय नगर क्षेत्र में सबसे ज्यादा वोटर लिस्ट से नाम गायब मिले। वहां एक मुहल्ले में एक तिहाई लोगों के नाम वोटर लिस्ट में नहीं थे। वोटर लिस्ट में नाम न होने से कुछ लोगों ने मतदान नहीं कर पाने की बात कही, लेकिन आधिकारिक शिकायत दर्ज नहीं कराई।
एटा में भी वंचित हुए वोटर
एटा में कई वार्डों में गलियां और मोहल्ले साफ हो गए। बीते चुनावों में मतदान करने वाले तमाम परिवार सूची से गायब थे। इस वजह से शहरी क्षेत्र में मत प्रतिशत कम रहा। वार्ड 21 गली बल्देव सहाय में सुबह में वोट डालने परिवार के साथ पहुंचे स्वागत पचौरी को पर्ची नहीं मिली तो निराश होकर लौटना पड़ा। उन्होंने बताया कि आसपास के काफी वोट गायब हैं। एक भी नाम सूची में नहीं है। कोई बीएलओ से शिकायत कर रहा था तो कोई आयोग से शिकायत की बात कह रहा था। इसी तरह वार्ड संख्या चार लालपुर में किश्चियन इंटर कॉलेज में बुजुर्ग वोट डालने के लिए पहुंची।
वह बीएलओ और मतदाता एजेंट से वोट दिखवाती रही, लेकिन वोट मतदाता सूची में नहीं था। वार्ड 13 शांति नगर में 80 वर्षीय श्रीदेवी शर्मा का वोटर लिस्ट में नाम नहीं था। उनका कहना था कि उनके साथ ऐसा पहली बार हुआ। वहीं शाम को कासगंज की सिढ़पुरा नगर पंचायत के महारानी इंटर कालेज पोलिंग सेंटर के बाहर एक दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप लगा रहे लोगों की भीड़ को पुलिस ने खदेड़ा। रास्ते में आते जाते लोगों पर पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया। सहावर नगर पंचायत के पोलिंग सेंटर सीपीबी पब्लिक स्कूल पोलिंब बूथ-23 पर फर्जी वोट कराने की शिकायत पर हंगामा हुआ। आधा घंटे तक मतदान प्रभावित रहा। शहर के आवास विकास कालोनी के सेक्टर चार ए के चार परिवारों के लोगों के नाम वोटर लिस्ट में नहीं होने पर वोटर मायूस लौटे। ऐसी शिकायत शहर के दूसरे पोलिंग सेंटरों पर सामने आईं। मतदान केंद्रों पर वोटर पहचान पत्र का आधार कार्ड से मिलान सत्यापन को लेकर मतदान केंद्रों पर वोटरों को दिक्कतें आईं। इसमें बीएलओ के कार्य पर वोटर नाराज दिखे।
मेरठ में हजारों वंचित हुए मतदान से
मेरठ में मतदान के दौरान करीब-करीब 50 प्रतिशत बूथों पर वोटरलिस्ट में गड़बड़ी की शिकायत मिली। इस कारण हजारों की संख्या में लोग मतदान से वंचित रहे। वोटर लिस्ट में सबसे बड़ी गड़बड़ी नाम नहीं होने की रही। लोगों का कहना था कि एक साल पूर्व विधानसभा में वोट दिया था। अब नगर निगम में नाम नहीं मिला। 100 से अधिक पॉश कालोनियों की स्थिति ऐसी ही रही। मतदान केन्द्र पर तैनात बीएलओ व पोलिंग एजेंट परेशान वोटरों की मदद में असमर्थ रहे। सुबह से कंट्रोल रूम में 50 से अधिक शिकायतें वोटर लिस्ट में नाम नहीं होने की दर्ज कराई गईं। जवाब एक ही था-विधानसभा और निगम का वोटर लिस्ट अलग होता है, ध्यान देना चाहिए।
बुलंदशहर में मतदान से वंचित वोटरों में रहा रोष
बुलंदशहर में शहर नगर पालिका क्षेत्र के राम विहार कॉलोनी, साठा, देवीपुरा, ऊपरकोट, फैसलाबाद सहित कई स्थानों पर लोगों के नाम वोटरलिस्ट से गायब मिले। इसको लेकर लोगों ने रोष व्यक्त किया। एक मतदाता का नाम दो-दो वार्डों की लिस्ट में आ गया, जिससे लोगों में संशय रहा। मतदान केन्द्रों पर बीएलओ और एजेंट भी माथापच्ची करते नजर आए। मतदान केंद्रों पर पीने का पानी की सुविधा उपलब्ध रहीं। लगभग 38 लोगों ने वोटर लिस्ट में नाम नहीं होने की शिकायत दर्ज कराई है।
बागपत में सैकड़ों हुए वंचित
बागपत में वोटर लिस्ट में गड़बड़ी के चलते बड़ौत-बागपत समेत कई नगर निकायों में सैकड़ों की संख्या में लोग वोट डालने से वंचित रह गए। हालांकि किसी ने कंट्रोल रूम या लिखित में शिकायत दर्ज नहीं कराई। वहीं, बीएलओ की लापरवाही को लेकर खेकड़ा और रटौल में वोटरों ने अधिकारियों से शिकायत की। मतदान केन्द्रों पर पीने के पानी की व्यवस्था लचर रही।
हापुड़ में गढ़ रोड स्थित नवीन मंडी, बुलंदशहर रोड स्थित जैन कन्या इंटर कॉलेज, तगा सराय में रामनिवास इंटर कॉलेज आदि मतदान केंद्रों पर वोटर लिस्ट में गड़बड़ी मिली। वोटरों ने हंगामा किया तो वहां मौजूद बीएलओ ने उनकी मदद की और मौके पर ही पर्ची बनाकर दी। इसके बावजूद लिस्ट में नाम नहीं होने पर वोटर मायूस लौटे। कई मतदान केंद्रों पर लोगों ने पानी और छाया का इंतजाम नहीं होने की शिकायत की। मतदान से वंचित करीब 25 लोगों ने प्रशासन से अपनी शिकायत दर्ज कराई है।