विकाश कुमार/चित्रकूट: चित्रकूट एक ऐसा शहर है जो अपने खूबसूरत स्थानों और बेहतरीन स्वाद के लिए पहचाना जाता है. धर्मनगरी अपने बेहतरीन स्वाद से लोगों को दीवाना बना देती है. यहां आपको खाने पीने के एक से बढ़कर एक आइटम मिल जाएंगे. स्थानीय लोगों के अलावा यहां आने वाले बाहर के लोग भी स्वादिष्ट व्यंजनों का स्वाद लेना नहीं भूलते हैं. शहर में कुछ स्थान अपने लाजवाब व्यंजनों के लिए पहचाने जाते हैं. इनमें से एक जगह जलेबी वाली गली भी है.
अगर आप चित्रकूट में रहते हैं या चित्रकूट घूमने आए हैं और जलेबी खाने के शौकीन हैं तो आपको चित्रकूट के इस जगह में पहुंचना होगा. यहां जलेबी की सुगंध आपको उन दुकानों तक ले जाएगी, जिस गली को जलेबी वाली गली नाम से जाना जाता है. धर्मनगरी के कामतानाथ के पास खुली मिठाई की दुकानों जहां की जलेबी इतनी फेमस है कि इसको खाने के लिए लोग दूर-दूर से इन दुकानों में आते हैं.
जलेबी वाली गली से जानी जाती है यहां की दुकानें
कामतानाथ के परिक्रमा मार्ग में खुली इन दुकानों को लोग जलेबी वाली गली के नाम से जानते हैं. इसको इसलिए जलेबी वाली गली के नाम से जाना जाता है क्योंकि यहां की जलेबी इतनी स्वादिष्ट और मशहूर है कि लोग इसको अब जलेबी वाली गली के नाम से जानते हैं. कारीगर जमुना प्रसाद केसरवानी ने बताया कि यहां बहुत साल पहले डीएम और कुछ चित्रकूट के अधिकारी जलेबी खाने यहां आया करते थे और जलेबी खाया करते थे. जलेबी में मिलने वाले स्वाद और जलेबी खाने वाले लोगो की भीड़ को देखते हुए उन्होंने इस गली का नाम ही जलेबी वाली गली रख दिया. तब से आज तक यह गली जलेबी वाली गली नाम से जानी जाती है.
ऐसे बनाई जाती है जलेबी
जलेबी बनाने वाले वाले कारीगर ने बताया कि वह सबसे पहले मैदे को एक दिन पहले लगा देते है. जब पूरी तरह मैदा फूल जाता है तो इसको एक सूती कपड़े में भर के रिफाइड के तेल में जलेबी को निकाला जाता है. जब जलेबी तेल में पक जाती है तो फिर इसको मीठे सिरे बोर दिया जाता है और इसके बाद दुकान में खाने आए ग्राहकों को यह जलेबी दे दी जाती है. यह जलेबी 120 से 130 रुपए किलो बेची जाती है. लेकिन यही जलेबी मेले के समय मांग ज्यादा होने के कारण डेढ़ सौ रुपए किलो कर दी जाती है.
.
Tags: Food, Food 18, Hindi news, Local18
FIRST PUBLISHED : December 7, 2023, 08:43 IST