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यूपी की राजधानी लखनऊ में एक बार फिर स्वास्थ्य सेवा की लाचारी सामने आई है। प्रसव पीड़ा से तड़प रही एक युवती को एम्बुलेंस नहीं मिला तो परिजन रिक्शे से ही लेकर अस्पताल की ओर भागे। राजभवन के ठीक सामने प्रसव पीड़ा तेज हो गई तो आसपास मौजूद कुछ महिलाओं ने सड़क पर ही उसका प्रसव कराया। हालांकि इस दौरान बच्चे की मौत हो गई। युवती को अस्पताल में भर्ती कराया गया। घटना का वीडियो और फोटो वायरल हुआ तो विपक्षी दल सपा प्रमुख अखिलेश यादव और शिवपाल ने योगी सरकार पर निशाना साधा।
मामले की जानकारी मिलते ही डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक अस्पताल पहुंचे और युवती का हालचाल लेने के साथ ही घटना की जांच का आदेश प्रमुख सचिव को दिया है। डिप्टी सीएम ने कहा कि जिसकी भी लापरवाही सामने आएगी उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। यह भी कहा कि युवती के इलाज का खर्च सरकार उठाएगी।
बताया जाता है कि रूपा नाम की युवती को रविवार को प्रसव पीड़ा हुई। एम्बुलेंस नहीं मिल सका तो पति रिक्शे से अस्पताल लेकर जाने लगा। इसी दौरान रास्ते में तेज प्रसव पीड़ा तेज हो गई। मजबूरी में रिक्शा रोकना पड़ा। राजभवन के गेट के सामने ही वह रिक्शे से नीचे उतर गई। उसी दौरान सड़क पर कुछ महिलाएं गुजर रही थीं। उन्होंने तुरंत साड़ी से पर्दा किया और दर्द से तड़प रही युवती की मदद की।
महिलाओं ने राजभवन के गेट के सामने सड़क के किनारे ही प्रसव कराया। इस दौरान नवजात शिशु की मौत हो गई। महिलाओं ने युवती को अस्पताल में भर्ती कराया। कुछ देर बाद ही पूरे घटना का वीडियो तेजी से वायरल हुआ। अखिलेश यादव और शिवपाल ने भी वीडियो ट्वीट कर योगी सरकार पर निशाना साधा।
राजनीति के लिए बुलडोजर, जनता के लिए एम्बुलेंस नहींः अखिलेश
अखिलेश ने वीडियो ट्वीट करते हुए लिखा कि एक तो उप्र की राजधानी लखनऊ, उस पर राजभवन के सामने… फिर भी एंबुलेंस के न पहुंचने की वजह से एक गर्भवती महिला को सड़क पर शिशु को जन्म देना पड़ा। मुख्यमंत्री जी इस पर कुछ बोलना चाहेंगे या कहेंगे। हमारी भाजपाई राजनीति के लिए बुलडोज़र ज़रूरी है, जनता के लिए एंबुलेंस नहीं।
सूबे की स्वास्थ्य व्यवस्था की असल हकीकतः शिवपाल
सपा महासचिव शिवपाल ने भी योगी सरकार पर निशाना साधा। शिवपाल सिंह यादव ने ट्वीट कर लिखा, ‘सूबे की स्वास्थ्य व्यवस्था अपने लाख विज्ञापनों व दावों के बावजूद वेंटिलेटर पर है। एंबुलेंस न मिलने पर रिक्शे से अस्पताल जा रही गर्भवती महिला को राजभवन के पास सड़क पर प्रसव के लिए मजबूर होना पड़े तो यह पूरी व्यवस्था के लिए शर्मनाक व सूबे की स्वास्थ्य व्यवस्था की असल हकीकत है।
दवाई इलाज का खर्चा सरकार उठाएगीः ब्रजेश पाठक
मामले की जानकारी मिलते ही डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक अस्पताल पहुंचे और युवती के साथ ही उसके परिजनों से मुलाकात कर हर संभव मदद का भरोसा दिलाया। डिप्टी सीएम ने मामले की जांच का भी आदेश दिया है।
बृजेश पाठक ने कहा कि जांच में किसी की भी जरा सी लापरवाही पाई गई तो कड़ी कार्रवाई होगी। कहा कि सभी बहनों को अच्छा इलाज मिले हमारी जिम्मेदारी है। यह घटना किन परिस्थितियों में हुई इसकी प्रमुख सचिव से जांच हो रही है। बेटी सुरक्षित है, उसके जीवन को कोई खतरा नहीं है। अब बातचीत भी कर रही है। कहा कि प्रेग्नेंसी अभी साढ़े चाह माह की ही थी।