Home World ये दीवार टूटती क्यों नहीं! रूस की 2500 KM सीमा पर NATO का पहरा, टेंशन में पुतिन

ये दीवार टूटती क्यों नहीं! रूस की 2500 KM सीमा पर NATO का पहरा, टेंशन में पुतिन

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ये दीवार टूटती क्यों नहीं! रूस की 2500 KM सीमा पर NATO का पहरा, टेंशन में पुतिन

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यूरोपीय देश फिनलैंड मंगलवार को औपचारिक तरीके से अमेरिकी अगुवाई वाले सैन्य संगठन नाटो (NATO) में शामिल हो गया। वह इस संगठन का 31वां सदस्य देश बन गया है। पड़ोसी देश यूक्रेन पर रूस के हमले से चिंतित फिनलैंड ने नाटो में शामिल होने के लिए अपनी दशकों पुरानी नीति बदली है। इससे पहले वह तटस्थ नीति पर चलता आ रहा था। 

फिनलैंड के नाटो में शामिल होने से इस संगठन के सदस्य देशों की रूस से मिलती सीमा रेखा अब दोगुनी हो गई है। पहले यह सीमा रेखा 1213 किलोमीटर लंबी थी जो फिनलैंड के शामिल होते ही बढ़कर 2553 किलोमीटर हो गई है। इसमें फिनलैंड की 1340 KM लंबी सीमा रेखा नई दीवार के रूप में रूस के सामने आ खड़ी हुई है।

यह रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के लिए एक करारा झटका है। पुतिन लंबे समय से यह शिकायत करते रहे हैं कि नाटो रूस की तरफ अपना विस्तार करने की फिराक में है। पुतिन यूक्रेन पर रूसी हमले को भी इसी वजह से वाजिब ठहराते रहे हैं।

सोवियत संघ द्वारा 1939 में पड़ोसी फिनलैंड पर बड़ा आक्रमण किया गया था। बावजूद इसके फिनलैंड शीत युद्ध के दौरान नाटो से बाहर रहा। लेकिन अब नाटो में फिनलैंड के शामिल हो जाने से नाटो की सैन्य शक्ति 280,000 सैनिकों की हो गई है। इसके अलावा नाटो के पास यूरोप का सबसे बड़ा तोपखाना आ गया है।

फिनलैंड ने नाटो में शामिल होकर यूरोप के उत्तर में रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण बाल्टिक सागर क्षेत्र में एक बड़े अंतर को भरकर नाटो की भौगोलिक नक्शे को बदल दिया है। रूस के साथ पूर्वी सीमा साझा करने वाले फिनलैंड ने पुतिन के यूक्रेन पर आक्रमण के तुरंत बाद ही नाटो गठबंधन में शामिल होने के लिए आवेदन कर दिया था। 32वें देश के रूप में नाटो में शामिल होने की स्वीडन की अर्जी अभी लंबित है। 

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