Patna:
लोकसभा चुनाव को लेकर तारीखों का ऐलान किया जा चुका है. लोकसभा चुनाव 7 चरणों में लिया जाएगा. 19 अप्रैल से इसकी शुरुआत होगी तो वहीं 1 मई को सातवें चरण के लिए वोट किया जाएगा और 4 मई को चुनाव का परिणाम घोषित किया जाएगा. शनिवार को राज्य निर्वाचन आयोग ने सख्ती बरतते हुए सभी सरकारी भवनों से राजनीतिक दलों के पोस्टर व बैनर हटाने के सख्त निर्देश दे दिए हैं. वहीं, चुनाव की तिथियों की घोषणा के बाद बिहार के मुख्य निर्वाचन अधिकार एचआर. श्रीनिवासन ने शनिवार को प्रेस वार्ती की. इस पीसी के दौरान उन्होंने निर्देश दिए कि अगले 48 घंटे के अंदर जितने भी चुनावी पोस्टर हैं, उसे हटा दिया जाए. वहीं, 24 घंटे के अंदर सभी सरकारी भवनों से पोस्टर व बैनर हटाने का निर्देश दिया गया है.
राज्य निर्वाचन आयोग ने दिया सख्त निर्देश
चुनाव को लेकर श्रीनिवासन ने कहा कि चुनावी प्रलोभन पर रोक लगाया गया है. वोटर्स को पैसा देकर नहीं लुभा सकते. इसके साथ ही वरिष्ट नागरिकों को विशेष सुविधा दी जाएगी. इसे लेकर कहा गया है कि 85 साल से अधिक उम्र के व्यक्ति वैलेट पेपर पर वोट कर सकते हैं. आपको बता दें कि बिहार में 40 लोकसभा सीटों पर सात चरणों में मतदान किया जाएगा.
लोकसभा चुनाव की वोटिंग को लेकर इलेक्शन कमीशन ने कहा कि प्रदेश में मतदान प्रतिशत बढ़ाने की कोशिश की जा रही है. साथ ही जिला निर्वाचन पदाधिकारियों को भी इसे लेकर अभियान चलाने का निर्देश दिया गया है. आपको बता दें कि साल 2019 के लोकसभा चुनाव में बिहार का मतदान प्रतिशत 57.33 था, जबकि राष्ट्रीय औसत 67.47 था. इस प्रतिशत को बढ़ाने के लिए मतदाताओं को जागरूक किया जा रहा है.
बिहार में 77 हजार से अधिक वोटिंग बूथ
निर्वाचन आयोग के अधिकारियों से मिली जानकारी के अनुसार 2014 में मतदान लिंगानुपात बढ़कर 909 हो गया है, जो साल 2019 में 892 था. आपको बता दें कि 243 विधानसभा क्षेत्रों में 117 विधानसभा क्षेत्र में लिंगानुपात 909 से अधिक है.