कई मुद्दों पर होगी अहम चर्चा
फ्रांस दौरे पर पीएम मोदी मैक्रों के साथ विभिन्न मुद्दों पर चर्चा करेंगे। इसके अलावा 14 जुलाई को फ्रांस के राष्ट्रीय दिवस में भी शामिल होंगे। इस दौरान मैंक्रो की तरफ से उनके लिए राजकीय भोज भी आयोजित किया जाएगा। पीएम मोदी के दौरे को लेकर मैंक्रो भी खासे उत्साहित हैं। उनके एक सहयोगी के हवाले से न्यूज एजेंसी एएफपी ने लिखा है कि भारत फ्रांस की इंडो-पैसिफिक रणनीति का एक अहम हिस्सा है। दूसरी ओर भारत से रवाना होने से पहले पीएम मोदी ने भी भरोसा जताया कि उनकी यात्रा से अगले 25 सालों में द्विपक्षीय रणनीतिक साझेदारी को नई गति मिलेगी।
मैक्रों के साथ प्रधानमंत्री मोदी की बातचीत में द्विपक्षीय रक्षा संबंधों के विस्तार पर मुख्य रूप से ध्यान दिए जाने की उम्मीद है। मैंक्रो ने 14 जुलाई की मिलिट्री परेड के लिए मोदी को अतिथि चुना है। इस परेड में भारतीय सैनिकों की मौजूदगी के अलावा भारतीय वायुसेना के लिए खास तौर पर तैयार किए गए राफेल जेट्स की भागीदारी दोनों देशों के करीबी रक्षा संबंधों को बताने के लिए काफी है।
नौसेना के लिए 26 राफेल की डील
पीएम मोदी का फ्रांस दौरा शुरू होने से पहले रक्षा खरीद परिषद ने भारतीय नौसेना के लिए 26 राफेल-समुद्री लड़ाकू जेट और तीन स्कॉर्पियन डीजल-इलेक्ट्रिक पनडुब्बियों की खरीद के लिए प्रारंभिक मंजूरी दे दी है। प्रस्तावों पर रक्षा मंत्रालय में उच्च स्तरीय बैठकों के दौरान चर्चा की गई थी, इसके बाद उन्हें केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की अध्यक्षता वाली परिषद के समक्ष रखा गया था। माना जा रहा है कि पीएम मोदी के दौरे पर इसकी डील साइन हो सकती है। इससे पहले, जब भारत ने फ्रांस से 36 राफेल जेट खरीदे थे, तो वे भारतीय वायुसेना के लिए थे।
इस डील के जरिए भारतीय नौसेना को 22 सिंगल सीटर राफेल मरीन विमान के साथ-साथ चार ट्रेनर जेट भी मिलने की संभावना है। रक्षा विशेषज्ञों के अनुसार, विमान और पनडुब्बियों की तत्काल आवश्यकता है, क्योंकि भारतीय नौसेना उनकी कमी का सामना कर रही है और विशेष रूप से हिंद महासागर क्षेत्र में सुरक्षा चुनौतियों को ध्यान में रखते हुए अपनी आवश्यकताओं को पूरा करने की जरूरत है।
फ्रांस के हथियारों का बड़ा खरीदार
एयरक्राफ्ट कैरियर आईएनएस विक्रमादित्य और विक्रांत मिग-29 का संचालन कर रहे हैं और दोनों कैरियर्स पर राफेल की जरूरत है। रक्षा सूत्रों के मुताबिक इन सौदों की कीमत 90 हजार करोड़ रुपये से अधिक होने का अनुमान है, लेकिन अंतिम लागत अनुबंध वार्ता पूरी होने के बाद ही स्पष्ट होगी। भारत, फ्रेंच हथियारों के सबसे बड़े खरीदारों में से एक है। साल 2015 में पीएम मोदी ने फ्रांस की यात्रा के दौरान 36 राफेल लड़ाकू विमानों के लिए एक ऐतिहासिक सौदे की घोषणा की थी। इसकी कीमत करीब अरब यूरो या 4.24 अरब डॉलर बताई गई थी।