लंदन: ब्रिटेन में ऋषि सुनक की सरकार ने ब्रिटिश मुसलमानों के लिए अगले चार साल के लिए 117 मिलियन पाउंड से अधिक की सुरक्षा निधि देने का ऐलान किया है. सोमवार को रामजान के पहले रोजा पर घोषणा करते हुए सरकार ने कहा कि अगले चार साल में मुसलमानों के सुरक्षा के लिए यह राशि प्रादान की जाएगी. इसमें मुस्लिम विरोधी घृणा अपराधों से निपटने के लिए मस्जिदों, मुस्लिम आस्था स्कूलों और अन्य सामुदायिक केंद्रों की सुरक्षा मुख्य है.
सरकार ने कहा कि देश में बढ़ते ‘चरमपंथी खतरों’ के जवाब में लोकतांत्रिक प्रक्रियाओं और संस्थानों की रक्षा के लिए लगभग 31 मिलियन जीबीपी भी उपलब्ध कराया जाएगा. इनमें मस्जिदों में सीसीटीवी और अलार्म सिस्टम, मुस्लिम आस्था सामुदायिक केंद्रों और मदरसा (आस्था स्कूलों) में सुरक्षित परिधि बाड़ लगाने जैसी तकनीक शामिल होगी. ब्रिटेन के गृह सचिव जेम्स क्लेवरली ने घोषणा करते हुए कहा, ‘हमारे समाज में मुस्लिम विरोधी या नफरत का कोई स्थान नहीं है. हम मिडिल ईस्ट की घटनाओं को ब्रिटिश मुसलमानों के खिलाफ दुर्व्यवहार में उचित ठहराने के बहाने के रूप में इस्तेमाल नहीं होने देंगे.’
सरकार मुस्लिमों के साथ खड़ी है
उन्होंने आगे कहा कि, ‘प्रधानमंत्री ऋषि सुनक ने स्पष्ट कर दिया है कि हम ब्रिटेन के मुस्लिमों के साथ खड़े हैं. यही कारण है कि हमने ब्रिटेन के मुसलमानों को ऐसे समय में आश्वासन और विश्वास देते हुए इस फंडिंग के लिए प्रतिबद्धता जताई है, जब इसकी बेहद जरूरत है.’ ब्रिटेन सरकार ने कहा कि वह मुस्लिम विरोधी और यहूदी विरोधी नफरत में हालिया वृद्धि की निंदा करती है.
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उम्मीद है पुलिस सहयोग मिलेगा
गृह मंत्रालय के कार्यालय ने कहा, ‘मंत्रियों ने यह स्पष्ट कर दिया है कि वे उम्मीद करते हैं कि पुलिस सभी घृणा अपराधों की पूरी जांच करेगी और सीपीएस (Crown Prosecution Service) के साथ काम करेगी ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि इन भयावह अपराधों को करने वाले कायरों को कानून की ताकत महसूस कराया जा सके.’
यहूदी को 70 मिलियन पाउंड फंड
सरकार ने यहूदी समुदाय के लिए भी अगले 4 सालों में 70 मिलियन पाउंड फंड जारी करने का ऐलान किया है. प्रधानमंत्री ऋषि सुनक की सरकार ने यहुदी सामुदायिक सुरक्षा ट्रस्ट के तहत इस फंड को जारी किया है. इसका उपयोग यहूदी समुदाय स्थलों की सुरक्षा के लिए किए जाएंगे. साथ ही देश के कई हिस्सों में यहूदियों के स्कूल, पूजा स्थल और उनके द्वारा उपयोग की जाने वाली अन्य सुविधाएं बढ़ेंगी.
सरकार को मिली धार्मिक स्थानों की सही जानकारी
सरकार ने इस फंडिंग का उपयोग देश में प्रत्येक धर्म और उनके सामुदायिक स्थलों की संख्या को जानने के लिए जारी किया था. इंग्लैंड और वेल्स ब्रिटिश मुसलमानों की संख्या यहूदियों की तुलना में 14 गुना अधिक थी.
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Tags: Britain, Ramazan, Rishi Sunak
FIRST PUBLISHED : March 11, 2024, 20:59 IST