ऐप पर पढ़ें
अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा की तिथि तय होने के बाद देश भर से रामभक्त अपनी ओर से अनूठी भेंट चढ़ाने के लिए अनवरत आ रहे हैं। इसी कड़ी में गिरिराज मित्र मंडल के तत्वावधान में हाथरस नगरपालिका के निवर्तमान चेयरमैन आशीष शर्मा के साथ सैकड़ों सदस्य गुलाब के सुगंधित इत्र के अलावा वृज के मंदिरों की रज व चंदन के साथ यमुना नदी का पवित्र जल लेकर आए। इस प्रतिनिधि मंडल ने इत्र समेत सभी सामग्रियों को कारसेवकपुरम में श्रीरामजन्म भूमि तीर्थ क्षेत्र महासचिव चंपतराय को भेंट किया।
इस मौके पर उन्होंने हाथरस के भक्तों का अभिवादन करते हुए आभार जताया। इसके उपरांत भक्तों की इच्छा नुसार विराजमान रामलला का दर्शन कराने की व्यवस्था की और उनकी ओर से रामलला को 56 भोग अर्पित करने की अभिलाषा भी पूर्ण कराई। तीर्थ क्षेत्र महासचिव ने स्वास्थ्य के कारणों से मीडिया से बातचीत से परहेज किया। उधर हाथरस नगरपालिका के पूर्व चेयरमैन महापौर शर्मा ने बताया कि हमारे यहां गुलाब की खेती होती है और उससे इत्र बनता है। उन्होंने बताया कि हम लोगों ने रामलला के चरणों में हाथरस का इत्र समर्पित करने का निर्णय लिया था। इसके लिए छह महीने से जैविक खेती कर वैज्ञानिक रीति से इत्र इकह्वा किया है और प्राण-प्रतिष्ठा के दौरान इस इत्र का प्रयोग रामलला के लिए हो।
प्राण प्रतिष्ठा से पहले कितना पूरा हो गया राम मंदिर का काम? पढ़ें दूसरे तल के निर्माण की अपडेट
सरयू में डुबकी लगाकर भेंट किए गए इत्र व वस्तुएं
हाथरस नगरपालिका पूर्व चेयरमैन शर्मा ने बताया कि अयोध्या प्रस्थान से पहले शब्बो बाबा, सियाराम शर्मा, ललित शर्मा, हरवान सिंह व विमल प्रधान सहित पूरे समूह के साथ वृज की 84 कोस परिक्रमा की परिधि में पड़ने वाले मंदिरों व संतो के आश्रमों की रज व चंदन को एकत्र किया। इसके साथ यमुना नदी का जल लेकर आए हैं। बीती रात पहुंचने के बाद सभी सदस्यों ने विश्राम किया। पुन प्रात मां सरयू के पुण्य सलिल में डुबकी लगाई। इसके बाद सबसे पहले कारसेवकपुरम में लाई गयी वस्तुओं को भेंट की गई।