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भगवान राम की जन्मभूमि पर तैयार हो रहे भव्य मंदिर के शुभारम्भ के साथ ही अयोध्या में साल भर रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रमों के आयोजन की भी शुरुआत होगी। यह जानकारी पर्यटन विभाग के अधिकारियों ने गुरुवार को दी। केन्द्र सरकार की पहल पर 24 जनवरी 2024 से 24 जनवरी 2025 के दरम्यान होने वाले इन सांस्कृतिक कार्यक्रमों उत्तर मध्य क्षेत्र सांस्कृतिक केन्द्र, भारतीय सांस्कृतिक सम्बंध परिषद और केन्द्रीय ललित कला अकादमी के राज्य स्तरीय केन्द्र की तो सक्रिय हिस्सेदारी रहेगी ही। साथ ही साथ इन आयोजनों में उत्तर प्रदेश सरकार के पर्यटन व संस्कृति विभाग का भी योगदान रहेगा। भारतीय सांस्कृतिक संबंध परिषद की ओर से दुनिया के कई देशों के कलाकारों की मण्डलियां आमंत्रित की जाएंगी।
उत्तर प्रदेश संगीत नाटक अकादमी, राज्य ललित कला अकादमी, भारतेन्दु नाट्य अकादमी आदि संस्थाएं भी अयोध्या में राम कथा पर केन्द्रित कार्यक्रम आयोजित करेंगी। साथ ही उत्तर प्रदेश हिन्दी संस्थान, उत्तर प्रदेश भाषा संस्थान की ओर से अब तक प्रकाशित रामकथा साहित्य पर संगोष्ठियां, पुस्तक प्रदर्शनी के आयोजन भी प्रस्तावित हैं।
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इस बार दीपोत्सव में बनेगा 21 लाख दीपक जलाने का कीर्तिमान
दीपावली से ठीक पहले अयोध्या में आयोजित होने वाले दीपोत्सव की तैयारियां भी तेजी से शुरू हो गई हैं। अयोध्या शोध संस्थान को इस तीन दिवसीय आयोजन की नोडल एजेंसी बनाया गया है। प्रमुख सचिव संस्कृति मुकेश मेश्राम ने बताया कि इस बार 21 लाख दीपक प्रज्ववलित कर एक नया विश्व कीर्तिमान बनाया जाएगा। सरयू के तट पर आयोजित होने वाले इस दीपोत्सव का इस बार दायरा और विस्तृत होगा।
27 लाख दीपक खरीदे जाएंगे, 25 लाख दीपक प्रज्जवलित होंगे, इनमें से कुछ टूट-फूट जाएंगे, कुछ जल नहीं पाएंगे अथवा उनका तेल बह जाएगा, इस तरह से करीब 21 लाख दीपक वास्वतिक तौर पर प्रज्जवलित होंगे। दीपोत्सव के दरम्यान पांच देशों की रामलीलाओं का मंचन भी होगा। साथ ही केन्द्रीय ललित कला अकादमी के राज्य स्तरीय केन्द्र की ओर से राम कथा पर केन्द्रित चित्र प्रदर्शनी भी लगायी जाएगी।
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