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महाराष्ट्र में मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की अगुआई वाली शिवसेना की ओर से जारी विज्ञापन पर राजनीतिक हलचल तेज हो गई है। इस तरह के कयास लगाए जा रहे थे कि विज्ञापन को लेकर उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस की नाराजगी बढ़ सकती है। हालांकि, सीएम शिंदे अब डैमेज कंट्रोल करते नजर आए हैं। बुधवार को राज्य सरकार की ओर से एक और विज्ञापन जारी किया, जिसमें दोनों नेताओं को विकास के चेहरे के रूप में दिखाया गया है। नए विज्ञापन में भी सर्वे के आंकड़े शामिल किए गए हैं, जिसमें दिखाया गया कि महाराष्ट्र में 49% से अधिक लोगों ने एकनाथ-फडणवीस की जोड़ी को वोट दिया।
बुधवार को जारी विज्ञापन में महाराष्ट्र में भाजपा-शिवसेना गठबंधन पर फोकस किया गया है। इसके जरिए यह बताने का प्रयास है कि गंठबंधन को राज्य में ज्यादातर लोगों का समर्थन हासिल है। विज्ञापन में लिखा है, ‘भाजपा-शिवसेना गठबंधन जनता की इच्छाओं के केंद्र में है।’ इसी तरह विज्ञापन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के साथ दिवंगत शिवसेना सुप्रीमो बालासाहेब ठाकरे व सीनियर लीडर आनंद दीघे की भी तस्वीरें शामिल हैं। इससे पहले वाले विज्ञापन में ठाकरे की तस्वीर नहीं थी, जिसे लेकर उद्धव खेमा सवाल खड़े करने लगा था।
शिंदे खेमे के मंत्रियों को भी विज्ञापन में जगह
ध्यान देने वाली बात यह है कि शिंदे खेमे के सभी मंत्रियों को भी विज्ञापन में जगह दी गई है। इन्हें राज्य भर में किए गए विकास कार्यों का श्रेय दिया गया है। इससे पहले मंगलवार को शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना ने सर्वेक्षण का हवाला देते हुए विज्ञापन प्रकाशित किया, जिसमें शिंदे को CM पद के लिए फडणवीस की तुलना में अधिक लोगों की पसंद बताया गया है। विभिन्न समाचार पत्रों में पूरे पन्ने का विज्ञापन जारी किया जिसका शीर्षक था, ‘राष्ट्र में मोदी, महाराष्ट्र में शिंदे सरकार।’
पहले वाले विज्ञापन पर क्यों हुआ हंगामा?
मुख्यमंत्री शिंदे ने बाद में यह कहते हुए इसे अधिक तवज्जो नहीं देने का प्रयास किया कि वह और भाजपा नेता फडणवीस दोनों लोगों के मन में हैं और मिलकर काम कर रहे हैं। विज्ञापन में कहा गया, ‘मुख्यमंत्री पद के लिए हुए सर्वे के अनुसार महाराष्ट्र के 26.1 प्रतिशत लोग एकनाथ शिंदे को और 23.2 प्रतिशत लोग देवेंद्र फडणवीस को मुख्यमंत्री पद पर देखना चाहते हैं।’ इसमें कहा गया कि महाराष्ट्र के 49.3 प्रतिशत लोग भाजपा और शिवसेना गठबंधन को पसंद करते हैं। विज्ञापन के मुताबिक, ‘सर्वे के अनुसार महाराष्ट्र में 30.2 प्रतिशत लोग BJP को जबकि 16.2 प्रतिशत लोग (एकनाथ शिंदे नीत) शिवसेना को पसंद करते हैं। यह आंकड़ा दिखाता है कि महाराष्ट्र के 46.4 प्रतिशत लोग राज्य में विकास के लिए भाजपा और शिवसेना गठबंधन पर भरोसा करते हैं।’