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राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) के प्रमुख लालू प्रसाद लंबे समय बाद शुक्रवार को किसी राजनीतिक कार्यक्रम में नजर आए और अपने चिर-परिचित चुटीले अंदाज में कांग्रेस नेता राहुल गांधी से कहा कि आप शादी करिए, हम लोग बारात चलेंगे। अब किसी को भी लग सकता है कि इतनी अहम राजीनितक मीटिंग के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में लालू ने भला राहुल की शादी का मुद्दा क्यों छेड़ा। जवाब है- मिशन 2024 के लिए पटना में विपक्ष की 15 पार्टियों की मीटिंग को लेकर बीजेपी लगातार हमलावर थी और बार-बार सवाल कर रही थी नरेंद्र मोदी के जवाब में उनकी ओर से प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार कौन होगा? ऐसे में लालू के राहुल गांधी को दूल्हा बनाने के बयान को इसी से जोड़कर देखा जा रहा है।
लालू का पुराना चुटीला अंदाज
किडनी ट्रांसप्लांट के बाद लालू पहली बार कैमरे के सामने आए। पहले उन्होंने राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा तारीफ की और फिर अडाणी मामले को लोकसभा में उठाए जाने का हवाला देते हुए कहा आपने लोकसभा में अच्छा काम किया। इसके बाद लालू अपने चुटीले अंदाज में नजर आए और राहुल गांधी की दाढ़ी की ओर इशारा करते हुए कहा, “आप घूमने लगे तो दाढ़ी बढ़ा लिए, इससे नीचे मत ले जाइए। बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा, “आप हमारी सलाह नहीं माने, विवाह नहीं किए। अभी समय नहीं बीता है। आप शादी करिये, हम लोग बारात चलें।” उन्होंने कहा कि आपकी मां (सोनिया गांधी) बोलतीं थीं कि हमारी बात नहीं मानता, शादी करवाइए। आप शादी कर लीजिए।” लालू के इस अंदाज पर वहां मौजूद नेता और अन्य हंसने लगे। इसके जवाब में कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा कि आपने कह दिया, तो (शादी) हो जाएगी।
बीजेपी को दे दिया जवाब
पहली नजर में किसी को लग सकता है कि हँसुए के ब्याह में खुरपी का गीत गा रहे हैं लालू, लेकिन जो लोग उनको और उनकी शैली को जानते हैं, वे यह भी जानते हैं कि उनकी हर बात का एक राजनीतिक अर्थ होता है। फिर लालू यादव के राहुल गांधी को दूल्हा बनाने की वकालत के पीछे असली मकदस क्या है? साफ है कि उन्होंने इशारों-इशारों में सबको बता दिया है कि विपक्ष का गठबंधन कांग्रेस की अगुवाई में ही बनेगे और दूल्हा यानी प्रधानमंत्री पद के दावेदार राहुल गांधी ही होंगे। ये और बात है कि सबको साथ रखने की मजबूरी में इसकी औपचारिक घोषणा भले ही चुनाव के नतीजे से पहले संभव न हो पाए।
बीजेपी ने पूछा था दूल्हा कौन होगा
लालू ने ये बयान क्यों दिया इसे समझने के लिए बीजेपी नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद के बयान को जानना पड़ेगा। मीटिंग से पहले रविशंकर प्रसाद ने कहा था,”2024 के लिए नीतीश बाबू बारात सजा तो रहे हैं लेकिन दूल्हा कौन है, पीएम बनने की कुछ की इच्छा अंदर है, और कुछ की इच्छा बाहर है। देश आगे निकल गया है, देश एक स्थायी सरकार चाहता है।” दूसरी तरफ, बिहार बीजेपी अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने विपक्षी एकता को ठग्स ऑफ गठबंधन करार दिया और कहा कि विपक्षी एकता के नाम पर एक दूसरे को टोपी पहनाई जा रही है। उन्होंने कहा कि ये देश को मूर्ख बनाने की तैयारी है। विपक्ष का कोई सिद्धांत नहीं है, सब भ्रष्टाचारी हैं। उन्होंने यह भी पूछा था कि विपक्षी एकता का चेहरा कौन है। कौन आगे रहेगा, कौन पीछे रहेगा, सारे लोग पीएम बनने का सपना देख रहे हैं। बीजेपी के विधायक जीवेश मिश्रा ने तंज कसते हुए कहा कि बैठक में ये तय कर लें कि विपक्षी एकता के नाम पर जितने दूल्हे पटना आए हैं, उनमें से असल दूल्हा कौन है। बारात में कौन-कौन शामिल होगा ये भी तय कर लें, यहां सब अपने-अपने रोग से ग्रसित हैं।