Friday, July 5, 2024
Google search engine
HomeNationalरिटायर्ड GM के खातों से 10 मिनट में निकाले 2.5 लाख, पकड़ाया...

रिटायर्ड GM के खातों से 10 मिनट में निकाले 2.5 लाख, पकड़ाया शातिर साइबर अपराधी


रांची. खलासी से शातिर साइबर अपराधी बन लोगों के बैंक खातों को सेंधमारी करनेवाला आरिफ राजा को सीआईडी की साइबर की टीम ने गिरफ्तार किया है. आरिफ को खलासी से साइबर अपराधी की ट्रेनिंग उसके ही मौसेरे भाइयों ने दी थी, जिसके बाद से ही रातों रात अमीर बनने को लेकर वह लोगों को अपना शिकार बनाने लगा.

दरअसल, सीआईडी की टीम को एक साइबर फ्रॉड की शिकायत मिली थी. इसकी शिकायत सेल के रिटायर्ड GM के द्वारा की गई थी कि उनके खाते से ढाई लाख रुपए की ठगी की गई. मामले की जानकारी देते हुए रिटायर GM प्रभास कुमार ने बताया कि उन्होंने दिल्ली जाने के लिए एयर एशिया मे टिकट बुक किया था. वहीं, उन्होंने ये भी बताया भी उन्हें घी ले जानी थी इसे लेकर उन्होंने गूगल से एयर एशिया का नंबर निकाला और फिर कॉल किया.

उन्होंने बताया कि कॉल करने के बाद एक व्यक्ति ने फोन पिक किया और खुद को एयर एशिया का कर्मी बताते हुए एक नंबर दिया. उस नंबर पर कॉल करते ही उनसे एक APK फाइल जिसका नाम RUST DESK था जिसे डाउनलोड करने को कहा गया. इसको डाउनलोड करने के कारण उनके मोबाइल का डेटा हैक हो गया और फिर खातों से पैसों की निकासी होने लगी. महज 10 मिनट के अंदर ही उनके खातों से ढाई लाख की ठगी हो गई.

वहीं, इस साइबर अपराध मे गिरफ्तार हुए मास्टरमाइंड आरिफ रजा है जो पहले खलासी का काम करता था. बताया जा रहा है कि उसके मौसेरे भाइयों ने उसे साइबर अपराध करने की ट्रेनिंग दी और फिर वह भी लोगों के साथ साइबर अपराध की घटना को अंजाम देने लगा. वहीं, जांच मे ये बातें भी समाने आई है कि साइबर अपराधी अबतक कई लोगों को अपना शिकार बना चुका है.

पकड़ा गया दूसरा आरोपी एक दुकानदार है जिसका नाम मुजफ्फर अंसारी है. जिसने साइबर अपराधियों के द्वारा खरीदी गई मोबाइल सस्ते दर पर उनसे खरीदी. मामले की जानकारी देते हुए सीआईडी डीजी अनुराग गुप्ता ने बताया कि ये अपराधी पहले एयर एशिया का फेक आईडी बनाया और फिर उसे पॉपुलर बनाया जिसके बाद उस आईडी से साइबर अपराध को अंजाम देने लगे.

मिली जानकारी के अनुसार, इस साइबर फ्रॉड को साइबर की टीम ने मनी ट्रेल और मोबाइल नंबर से ट्रेस किया तब जाकर इनकी पोल पट्टी खुली. बहरहाल, इस तरह के अपराध से बचने के लिए सबसे जरूरी है कि आप जागरूक रहें और किसी भी तरह के APK फाइल को डाउनलोड करने से बचें. बता दें कि ये APK फाइल इन दिनों साइबर अपराधियों का सबसे प्रमुख हथकंडा है.

Tags: Cyber Attack, Cyber Crime, Jharkhand news



Source link

RELATED ARTICLES
- Advertisment -
Google search engine

Most Popular

Recent Comments