Home World रूस-यूक्रेन जंग में क्लस्टर बम पलट देंगे बाजी? पुतिन पर भारी पड़ेगी US की चाल

रूस-यूक्रेन जंग में क्लस्टर बम पलट देंगे बाजी? पुतिन पर भारी पड़ेगी US की चाल

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रूस-यूक्रेन जंग में क्लस्टर बम पलट देंगे बाजी? पुतिन पर भारी पड़ेगी US की चाल

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Ukraine Russia War Cluster Bombs- रूस और यूक्रेन के बीच चल रहा महायुद्ध खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है। इस युद्ध को 17 महीने हो चुके हैं और न ही पुतिन पीछे हटने को तैयार हैं और यूक्रेन ने भी आखिरी सांस तक मातृभूमि की रक्षा करने का प्रण लिया है। यूरोप और अमेरिका इस लड़ाई में यूक्रेन के साथ है तो रूस अकेले दम पर युद्ध में अपनी पूरी ताकत झोंक रहा है। युद्ध के 17 महीने बाद अमेरिका के यूक्रेन को क्लस्टर बमों की सप्लाई ने लड़ाई को निर्णायक और ज्यादा खतरनाक बना लिया है। बौखलाए पुतिन ने भी यूक्रेन को धमकी दी है कि अगर क्लस्टर बमों का इस्तेमाल किया गया तो उसके पास भी इन बमों का पूरा स्टॉक है, वो भी पीछे नहीं हटेगा। रूस और यूक्रेन के बीच चल रहे महायुद्ध में क्लस्टर बम फिर सुर्खियों में है। परमाणु बमों के बाद दूसरे सबसे घातक हथियार माने जाने वाले इन बमों को कई देश बैन कर चुके हैं। सवाल यह है कि क्या क्लस्टर बम इस जंग में निर्णायक सिद्ध होंगे? क्या अमेरिका की चाल पुतिन की ताकत पर भारी पड़ जाएगी? 

संयुक्त राज्य अमेरिका रूसी आक्रमण की शुरुआत से यूक्रेन को लगातार मदद कर रहा है। अमेरिका यूक्रेन को अभी तक 41 सैन्य सहायता पैकेजों की मदद कर चुका है। लेकिन, इसमें क्लस्टर बमों को शामिल नहीं किया गया। यूक्रेन शुरुआत से इन बमों की मांग करता रहा है। लेकिन, पिछले सप्ताह ही पेंटागन ने यूक्रेन को जारी किए हालिया पैकेज में क्लस्टर बमों को भी भेजा है। लेकिन, इसके लिए भी अमेरिका ने यूक्रेन के सामने शर्त रखी। यूक्रेन ने वादा किया है कि वह अधिक घनी आबादी वाले इलाकों में इन बमों का इस्तेमाल नहीं करेगा। 

अमेरिका के इस कदम से दुनिया के कई देश हैरान भी हैं। हालांकि इसे यूक्रेन और रूस के बीच महीनों से चल रहे युद्ध में निर्णायक कदम माना जा रहा है। क्लस्टर बम बेहद खतरनाक होते हैं। 100 से अधिक देशों द्वारा इसे प्रतिबंधित किया जा चुका है। यूक्रेन लगातार अमेरिका से क्लस्टर बमों की मांग कर रहा था। लेकिन, अमेरिका समेत जर्मनी, स्पेन और कनाडा ने इसका विरोध किया था। पर अब कांग्रेस रिपब्लिकन और राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के दबाव में अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडेन ने इसकी मंजूरी दे दी है।

कितने खतरनाक क्लस्टर बम

यूक्रेन को उम्मीद है कि क्लस्टर बमों के इस्तेमाल से उसे 1,000 किलोमीटर (620 मील) से अधिक के मोर्चे पर फैली रूसी किलेबंदी के खिलाफ जवाबी हमले में सफलता मिलेगी। क्लस्टर बमों के इस्तेमाल पर 100 से अधिक देशों ने प्रतिबंध लगाया है। क्लस्टर बमों की गितनी परमाणु बम के बाद दूसरे खतरनाक बमों में होती है। इनको ऊंचाई से हवा में छोड़ा जाता है और इसके अंदर से हजारों की संख्या में छोटे बम निकलते हैं, जो टारगेट पर भारी तबाही मचाते हैं। क्लस्टर बमों का इतिहास बेहद रक्तरंजित रहा है। इसके इस्तेमाल से ज्यादातर नागरिक क्षति ही हुई है। इसलिए अमेरिका ने इन बमों को यूक्रेन भेजने से पहले महीनों अमेरिकी नेताओं से चर्चा की। यूक्रेन ने वादा किया है कि वह इन बमों का इस्तेमाल घनी आबादी से दूर करेगा।

बौखलाए हैं पुतिन

यूक्रेन को क्लस्टर बम मिलने से रूस अमेरिका पर बौखलाया हुआ है। रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने साफ शब्दों में कहा है कि उसने अभी तक युद्ध में क्लस्टर बमों का इस्तेमाल नहीं किया लेकिन, अगर यूक्रेन इन बमों का इस्तेमाल करता है तो वो भी पीछे नहीं हटेगा। पुतिन ने कहा कि रूस के पास क्लस्टर बमों की कोई कमी नहीं है। इसलिए यूक्रेन इन बमों को इस्तेमाल करने से पहले हजार बार सोच ले।

और खतरनाक होगी जंग

अमेरिका से क्लस्टर बम पाकर अब यूक्रेन रूसी सैनिकों के खिलाफ अपनी लड़ाई को और तेज कर सकता है। इन बमों के इस्तेमाल से अभी यूक्रेन का पलड़ा भारी नजर आ रहा है। हालांकि अगर युद्ध में रूस ने भी क्लस्टर बमों का इस्तेमाल किया तो तबाही और भयानक हो सकती है। यूक्रेन ने तो घनी आबादी से दूर इन बमों के इस्तेमाल की बात कही है लेकिन, रूस इस मामले में स्पष्ट है कि अगर यूक्रेन ने इन बमों का इस्तेमाल किया तो वह पीछे नहीं हटेगा। रूस भी अगर इन बमों का इस्तेमाल कर सकता है कि बड़ी संख्या में आम नागरिकों की मौत हो सकती है।

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