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रोहन बोपन्ना और रुतुजा भोसले शनिवार को एशियन गेम्स 2023 में छा गए। बोपन्ना और रुतुजा ने भारत को टेनिस में गोल्ड मेडल जिताया। भारतीय जोड़ी ने मिश्रित युगल फाइनल में ताइपे के सुंग-हाओ हुआंग और लियांग एन शुओ को शिकस्त देकर स्वर्ण पर कब्जा जमाया। बोपन्ना और रुतुजा ने फाइनल 2-6, 6-3, [10-4] से अपने नाम किया। यह मैच एक घंटे 14 मिनट तक चला। भारत का यह मौजूदा एशियन गेम्स में नौवां गोल्ड है।
बोपन्ना ने मिश्रित युगल फाइनल की शुरुआत शानदार सर्विस गेम से की। हालांकि, हुआंग और लियांग ने लगातार दो ब्रेक जीते और अपनी सर्विस बरकरार रखते हुए 5-1 से बढ़त बना ली और पहला सेट 6-2 से जीता। बोपन्ना और रुतुजा ने दूसरे सेट में अच्छा संघर्ष किया और शुरुआती सात गेमों में दोनों टीमों के बीच कोई अंतर नहीं था। भारतीय जोड़ी ने आठवें गेम में निर्णायक ब्रेक के साथ बराबरी की और सेट 6-3 से जीतने के बाद मैच टाई ब्रेक में गया।
निर्णायक गेम में बोपन्ना-भोसले ने शुरुआती बढ़त हासिल की और कुछ ही समय में 6-1 की लीड ले ली। हुआंग और लियांग की ने वापसी का प्रयास किया मगर कोई फायदा नहीं हुआ। भारतीय टेनिस खिलाड़ियों ने लय बरकरार रखी और टाई ब्रेकर 10-4 से जीतकर मेडल हासिल कर लिया। ऋतुजा का यह एशियन गेम्स में पहला मेडल है। वहीं, बोपन्ना का एशियन गेम्स में दूसरी बार गोल्ड हासिल किया है। उन्होंने इससे पहले जकार्ता में आयोजित एशियन गेम्स 2018 में पुरुष युगल में गोल्ड जीता था।
बोपन्ना और रुतुजा ने मिश्रित युगल क्वार्टरफाइनल में कजाकिस्तान के झिबेक कुलम्बायेवा और ग्रिगोरी लोमाकिन को 7-5, 6-3 से मात दी थी। भारतीय जोड़ी ने सेमीफाइनल में चीनी ताइपे के हाओ-चिंग चान और यू-सिउ सू को 6-1, 3-6, [10-4] से हराया। भारत ने मिश्रित युगल वर्ग में तीन गोल्ड सहित सात मेडल जीते हैं। दोहा 2006 में लिएंडर पेस-सानिया मिर्जा और इंचियोन 2014 में साकेत माइनेनी-सानिया मिर्जा मिश्रित युगल चैंपियन बने।