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भारत के दिग्गज टेनिस खिलाड़ी रोहन बोपन्ना ने शनिवार को ऑस्ट्रेलियन ओपन 2024 का मेन्स डबल्स खिताब अपने नाम कर लिया और इतिहास रच डाला। उन्होंने 43 साल की उम्र में मैथ्यू एबडेन के साथ मिलकर सिमोन बोलेली और आंद्रिया वावासोरी की इटालियन जोड़ी पर 7-6(0) 7-5 से शानदार जीत दर्ज की। बोपन्ना ग्रैंडस्लैम चैंपियन बनने वाले सबसे उम्रदराज पुरुष खिलाड़ी बन गए हैं। उन्होंने अपने करियर का पहला पुरुष युगल ग्रैंडस्लैम खिताब जीता है। बोपन्ना को ऐतिहासिक उपलब्धि पर जमकर बधाइयां मिल रही हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि उम्र कोई बाधा नहीं।
पीएम मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर लिखा, ”असाधारण रूप से प्रतिभाशाली रोहन बोपन्ना ने बार-बार दिखाया है कि उम्र कोई बाधा नहीं। ऐतिहासिक ऑस्ट्रेलियन ओपन जीत पर उन्हें बधाई। उनकी उल्लेखनीय यात्रा याद दिलाती है कि हमेशा हमारी भावना, कड़ी मेहनत और दृढ़ता है, जो हमारी क्षमताओं को परिभाषित करती है। उनको भविष्य के लिए शुभकामनाएं।” वहीं, महान बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर ने कहा कि आपका पल कभी भी, कहीं भी आ सकता है। बोपन्ना ने 43 साल की उम्र में ऑस्ट्रेलियन ओपन जैसे बड़े स्टेज पर धमाल मचाया। प्रशिक्षण जारी रखें, सपने देखते रहें और समय आने पर आगे बढ़ने के लिए तैयार रहें।
बोपन्ना और उनके ऑस्ट्रेलियाई साथी एबडेन ने बोलेली-वावासोरी को एक घंटे 39 मिनट तक चले फाइनल में मात दी। बोपन्ना का यह दूसरा ग्रैंडस्लैम खिताब है। उन्होंने 2017 में कनाडा की गैब्रिएला दाब्रोवस्की के साथ मिलकर फ्रेंच ओपन मिश्रित युगल टाइटल जीता था। बोपन्ना ने करियर में सिर्फ पुरुष युगल फाइनल खेले हैं। वह अमेरिकी ओपन में दो बार (2013, 2023) उप विजेता रहे थे।
बोपन्ना ने ऑस्ट्रेलियन ओपन जीतने के बाद कहा, ”दो साल पहले मैंने एक वीडियो संदेश में कहा था कि मैं संन्यास लेने जा रहा हूं क्योंकि मैं मैच नहीं जीत रहा था। मैंने पांच महीने तक एक भी मैच नहीं जीता था। मैंने सोचा कि मेरे सफर का अंत हो गया है लेकिन मेरी अंदर की भूख और दृढ़ संकल्प ने मुझे जारी रखा।” उन्होंने कहा, ”इससे वास्तव में काफी चीजें बदल गयीं और मुझे एक शानदार जोड़ीदार मिला जिससे मैं यह उपलब्धि हासिल कर पाया।”